सोमवार को ठाकुरगंज अंचल सह प्रखंड कार्यालय सभागार में सीओ ओमप्रकाश भगत की मौजूदगी में राज्य आपदा प्रतिवादन दल (एसडीआरएफ) ने बाढ़ पूर्व आपदा प्रबंधन पर पंचायत के जनप्रतिनिधियों सहित आमलोगों को प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम एसडीआरएफ टीम के हेड कांस्टेबल मोहन सिंह, कांस्टेबल जयप्रकाश सिंह, मनीष सिंह, अजय कुमार, मनीष कुमार एवं उमेश कुमार द्वारा संयुक्त रूप से बाढ़ के समय आने वाली आपदाओं से बचाव के लिये प्रशिक्षण दिया। प्रशिक्षण कार्यक्रम में पहुंचे जन प्रतिनिधियों एवं आम लोगों को एसडीआरएफ टीम के सदस्यों ने बाढ़ से उत्पन्न होने वाली आपदाओं के बारे में जानकारी दी। उन्होंने इन आपदाओं से निपटने का भी उपाय लोगों को बताया ताकि आपदा के क्षण लोगों को अक्ल और हुनर से बिना किसी दुर्घटना के बचाया जा सके।
प्रशिक्षण सत्र में प्राकृतिक आपदा प्रबंधन के तहत ब्रजपात, ठनका, बाढ़ की पूर्व तैयारी राफ्ट निर्माण, मॉकड्रील की प्रस्तुति, वज्रपात से बचाव हेतु आपदा प्रबंधन की विशेषताएं, पशु चारा की व्यवस्था कराने सहित बाढ़ से बचाव को लेकर विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई।
इस दौरान एसडीआरएफ टीम के कांस्टेबल जय प्रकाश सिंह ने मॉकड्रिल कर बचाव के तौर तरीके की जानकारी देते हुए बताया कि बाढ़ कभी भी कहकर नहीं आती है। ऐसे में बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लोगों को अपना घर हमेशा ऊंचे स्थान पर बनाना चाहिये। क्षेत्र में अचानक बाढ़ आने की संभावना हो तो समय से पहले ही बिजली का मेन स्विच बंद कर देना चाहिए। पानी और गैस की लाइनें भी बंद कर घर के कीमती समानों सहित जरूरी कागज़ात अपने पास रखें या ऊपरी मंज़िल हो तो वहां ले जाकर रखें। समय से पहले ही माल मवेशी सहित अन्य सामानों को ऊंची एवं सुरक्षित जगह पर जाकर शरण ले लेना चाहिए। बाढ़ की आशंका के तहत पहले ही खाने-पीने व अन्य जरूरी सामान को इकट्ठा कर लेना चाहिए। वहीं इस मौके पर पथरिया के मुखिया अजय कुमार सिंह सहित प्रखंड सह अंचल कर्मी सहित आमलोग शामिल थे।
सारस न्यूज, किशनगंज।
सोमवार को ठाकुरगंज अंचल सह प्रखंड कार्यालय सभागार में सीओ ओमप्रकाश भगत की मौजूदगी में राज्य आपदा प्रतिवादन दल (एसडीआरएफ) ने बाढ़ पूर्व आपदा प्रबंधन पर पंचायत के जनप्रतिनिधियों सहित आमलोगों को प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम एसडीआरएफ टीम के हेड कांस्टेबल मोहन सिंह, कांस्टेबल जयप्रकाश सिंह, मनीष सिंह, अजय कुमार, मनीष कुमार एवं उमेश कुमार द्वारा संयुक्त रूप से बाढ़ के समय आने वाली आपदाओं से बचाव के लिये प्रशिक्षण दिया। प्रशिक्षण कार्यक्रम में पहुंचे जन प्रतिनिधियों एवं आम लोगों को एसडीआरएफ टीम के सदस्यों ने बाढ़ से उत्पन्न होने वाली आपदाओं के बारे में जानकारी दी। उन्होंने इन आपदाओं से निपटने का भी उपाय लोगों को बताया ताकि आपदा के क्षण लोगों को अक्ल और हुनर से बिना किसी दुर्घटना के बचाया जा सके।
प्रशिक्षण सत्र में प्राकृतिक आपदा प्रबंधन के तहत ब्रजपात, ठनका, बाढ़ की पूर्व तैयारी राफ्ट निर्माण, मॉकड्रील की प्रस्तुति, वज्रपात से बचाव हेतु आपदा प्रबंधन की विशेषताएं, पशु चारा की व्यवस्था कराने सहित बाढ़ से बचाव को लेकर विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई।
इस दौरान एसडीआरएफ टीम के कांस्टेबल जय प्रकाश सिंह ने मॉकड्रिल कर बचाव के तौर तरीके की जानकारी देते हुए बताया कि बाढ़ कभी भी कहकर नहीं आती है। ऐसे में बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लोगों को अपना घर हमेशा ऊंचे स्थान पर बनाना चाहिये। क्षेत्र में अचानक बाढ़ आने की संभावना हो तो समय से पहले ही बिजली का मेन स्विच बंद कर देना चाहिए। पानी और गैस की लाइनें भी बंद कर घर के कीमती समानों सहित जरूरी कागज़ात अपने पास रखें या ऊपरी मंज़िल हो तो वहां ले जाकर रखें। समय से पहले ही माल मवेशी सहित अन्य सामानों को ऊंची एवं सुरक्षित जगह पर जाकर शरण ले लेना चाहिए। बाढ़ की आशंका के तहत पहले ही खाने-पीने व अन्य जरूरी सामान को इकट्ठा कर लेना चाहिए। वहीं इस मौके पर पथरिया के मुखिया अजय कुमार सिंह सहित प्रखंड सह अंचल कर्मी सहित आमलोग शामिल थे।
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