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पीएम नरेंद्र मोदी की परीक्षा पर चर्चा संवाद कार्यक्रम में प्रखंड के कई स्कूली बच्चों ने हिस्सा लिया

सारस न्यूज़ टीम, सारस न्यूज़।

शुक्रवार को पीएम मोदी की परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम का सीधा प्रसारण प्लस टू उच्च माध्यमिक विद्यालय ठाकुरगंज एवं प्लस टू प्रोजेक्ट कन्या उच्च विद्यालय ठाकुरगंज के छात्र-छात्राओं के बीच 19वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल ठाकुरगंज की मदद से कराया गया। प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी के परीक्षा पे चर्चा 2022 कार्यक्रम के तहत छात्र-छात्राओं ने उत्साहपूर्वक संवाद कार्यक्रम में भाग लिया। परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम में प्रखंड के उमवि बैरागीझार, उत्क्रमित उच्च विद्यालय गलगलिया आदि कई सरकारी विद्यालय के बच्चें भी अपने अपने विद्यालयों में शामिल हुए। कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों द्वारा पीएम से पूछे गए सवालों के जवाबों को उनके द्वारा दिए गए प्रेरणादायी बातों को बच्चों ने काफी गंभीरता से सुनी। इस दौरान प्रतियोगिता का महत्व बताते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि प्रतियोगिता जीवन की सबसे बड़ी सौगात है। इसके बिना जीवन में कोई मतलब नहीं। प्रतियोगिता को अवसर बनाना चाहिए। प्रयोग करना चाहिए और जरूरत पड़ने पर रिस्क भी लेना चाहिए। छात्रों से बातचीत करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि मन में तय कर लीजिए कि परीक्षा जीवन का सहज हिस्सा है। हमारी विकास यात्रा के ये छोटे-छोटे पड़ाव हैं। इस पड़ाव से पहले भी हम गुजर चुके हैं। पहले भी हम कई बार परीक्षा दे चुके हैं। जब ये विश्वास पैदा हो जाता है तो आने वाले एक्जाम के लिए ये अनुभव आपकी ताकत बन जाता हैं।

अलग-अलग परीक्षाओं के कारण होने वाली परेशानी को लेकर पूछे गए सवाल पर प्रधानमंत्री ने कहा कि परीक्षा के लिए न पढ़ें। खुद को योग्य और शिक्षित बनाने के लिए पढ़ें। जैसे, खिलाड़ी खेल में पारंगत होता है चाहे जिस स्तर पर खेले। ध्यान की अहमियत समझाते हुए पीएम ने कहा कि यह कोई बड़ा विज्ञान नहीं है न ही इसके लिए हिमालय जाने की जरूरत है। ध्यान बेहद सहज है, बस वर्तमान में जीने की कोशिश कीजिए। जो वर्तमान में जीता है उसके भविष्य पर सवाल नहीं उठते। इसका सीधा संबंध स्मरणशक्ति से है। पीएम ने कहा कि मन स्थिर रखिए, स्मरण होना शुरू हो जाएगा।

राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर बात करते हुए पीएम ने कहा कि पहले खेल-कूद को अतिरिक्त गतिविधि माना जाता था, अब यह शिक्षा का हिस्सा है। इससे खेल-कूद को नई प्रतिष्ठा मिली है। नई शिक्षा नीति (एनईपी) पढ़ाई के बीच में भी विषय बदलने का मौका देती है, जिसका मौका पहले नहीं मिलता था।
इस मौके पर एसएसबी के उप सेनानायक डॉ भारत कुमार चौधरी, उपनिरीक्षक दिनकर कुमार मिश्रा, मुख्य आरक्षी एम. जय और अन्य एसएसबी के जवानों के अलावे विद्यालय के प्रधानाध्यापक संतोष कुमार मिश्रा, चंद्रभूषण झा, जिलानी अख्तर, आमिर फैजल अंसारी, समीर परवेज, राजकुमार गांधी, सुभाष चंद्र रमण, जकी अनवर, सरफराज आलम, प्रमोद कुमार साह, सुमित कुमार रणबीर सिंह आदि अन्य विद्यालय के शिक्षक- शिक्षिकाएं एवं बड़ी संख्या में स्कूली बच्चे शामिल हुए।

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