सोमवार को नगर के भीमवालीस स्थित आनंद मार्ग जागृति स्कूल के 50 वर्ष पूर्ण होने पर स्वर्ण जयंती वर्ष समारोह के साथ साथ शिक्षक दिवस आयोजित किए गए। सर्वप्रथम विद्यालय प्रांगण में आनंद मार्ग के संस्थापक श्री श्री आनंदमूर्ति जी, भारत रत्न से सम्मानित डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन, भूमिदाता सह श्रीकांत मंडल व स्कूल के संस्थापक सदस्य पूरन महतो के तैलीय चित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई। इसके बाद आनंद मार्ग प्रचारक संघ के जिला भूक्ति प्रधान सुमन भारती के द्वारा राष्ट्रीय ध्वज को फहराते हुए राष्ट्रीय गान गाए गए। इसके बाद विद्यालय के स्थापना के 50 वर्ष पूर्ण होने पर पूर्ववर्ती विद्यार्थियों के द्वारा स्वर्ण जयंती समारोह का आयोजन दीप प्रज्ज्वलित कर प्रारंभ किया गया। इस दौरान स्थापना काल से ही अध्यापक के रुप में कार्यरत व इंग्लिश सर के नाम से पूरे नगर में विख्यात रंजीत सरकार को लाईफ टाइम सम्मान एवं स्कूल के सभी गुरुजनों को स्मृति चिन्ह, अंग वस्त्र, बुके एवं माला पहना कर सम्मानित किया गया। आनंद मार्ग जागृति स्कूल के संस्थापक में से एक स्व पूरन महतो तथा आनंदमार्गी व स्कूल के लिए करीब एक एकड़ भूमि दान देने वाले स्व श्रीकांत मंडल के स्वजनों को मोमेंटो देकर उनके बहुमुल्य योगदान को स्मरण किया गया।
इस दौरान विद्यालय से अपनी आठवीं वर्ग की प्रारंभिक शिक्षा ग्रहण करने के बाद पहुंचे पुरातन विद्यार्थियों ने पुराने दिनों को याद ही नहीं किया बल्कि जीने की कोशिश भी की। इसमें विभिन्न क्षेत्रों में मुकाम हासिल कर चुके स्कूल के सौ से अधिक पूर्ववर्ती छात्र-छात्राएं शामिल हुए। आयोजन के दौरान ये पुराने दिनों की यादें गुदगुदाए तो छात्रों को तराशने में शिक्षकों की भूमिका पर भी चर्चा हुई।
पूर्ववर्ती छात्र व आयकर अधिकारी चयन कुमार ने बताया कि ठाकुरगंज की प्रतिष्ठित व सबसे पुरानी आनंद मार्ग जागृति स्कूल (एएमजेएस) 2022 के जुलाई माह में अपने स्थापना के 50वें वर्ष में प्रवेश कर ली है। यह हम सबके लिए गौरव की बात है। गोल्डेन जुबली ईयर के कारण यह शिक्षक दिवस और ज्यादा महत्वपूर्ण हो गया है। हम पूर्व छात्रों की ओर से अपनी प्रतिबद्धता और परोपकार व्यक्त करने का यह पहला बड़ा प्रयास है। जिसमें शिक्षकों का अभिनंदन एवं सम्मान किया गया।
रेलवे स्टेशन प्रबंधक सुलिप्तो कुंडू व नवीन चौधरी ने बताया कि हम सबों ने कार्यक्रम के दौरान बीते हुए लम्हों को साझा किया तो भविष्य के कार्यक्रमों पर भी विमर्श किया। हम बड़ी संख्या में पुरातन छात्र एक साथ कई साल बाद मिले। स्कूल पहुंचने के बाद उन्हें अपनी क्लास, अपने खेल का ग्राउंड और अपने बदमाशियां के जगह याद आने लगे। सब एक दूसरे को बताते दिखे कि वह कहां पढ़ते थे, कहां क्लास करते थे, कहां जाकर ग्राउंड में बैठा करते थे और खेला करते थे। देश के विभिन्न हिस्सों से आए पुरातन छात्रों ने एक दूसरे से पुरानी यादें साझा की। गोल्डन जुबली उत्सव के दौरान पुरातन छात्रों ने स्कूल में एक दूसरे से मुलाकात की।
आयोजन को सफल बनाने में निलेश भारती, जयप्रकाश साह, प्रकाश घोष, जयंत दत्ता, सुरेंद्र प्रसाद, राजा कुंडू, विपलब घोष, हेमंत गणेश, जयदीप बनर्जी, राजकुमार राय, संतोष नायक आदि सौ से अधिक पूर्ववर्ती छात्र-छात्राएं और सभी शिक्षकों की सहभागिता रही।
सारस न्यूज, किशनगंज।
सोमवार को नगर के भीमवालीस स्थित आनंद मार्ग जागृति स्कूल के 50 वर्ष पूर्ण होने पर स्वर्ण जयंती वर्ष समारोह के साथ साथ शिक्षक दिवस आयोजित किए गए। सर्वप्रथम विद्यालय प्रांगण में आनंद मार्ग के संस्थापक श्री श्री आनंदमूर्ति जी, भारत रत्न से सम्मानित डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन, भूमिदाता सह श्रीकांत मंडल व स्कूल के संस्थापक सदस्य पूरन महतो के तैलीय चित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई। इसके बाद आनंद मार्ग प्रचारक संघ के जिला भूक्ति प्रधान सुमन भारती के द्वारा राष्ट्रीय ध्वज को फहराते हुए राष्ट्रीय गान गाए गए। इसके बाद विद्यालय के स्थापना के 50 वर्ष पूर्ण होने पर पूर्ववर्ती विद्यार्थियों के द्वारा स्वर्ण जयंती समारोह का आयोजन दीप प्रज्ज्वलित कर प्रारंभ किया गया। इस दौरान स्थापना काल से ही अध्यापक के रुप में कार्यरत व इंग्लिश सर के नाम से पूरे नगर में विख्यात रंजीत सरकार को लाईफ टाइम सम्मान एवं स्कूल के सभी गुरुजनों को स्मृति चिन्ह, अंग वस्त्र, बुके एवं माला पहना कर सम्मानित किया गया। आनंद मार्ग जागृति स्कूल के संस्थापक में से एक स्व पूरन महतो तथा आनंदमार्गी व स्कूल के लिए करीब एक एकड़ भूमि दान देने वाले स्व श्रीकांत मंडल के स्वजनों को मोमेंटो देकर उनके बहुमुल्य योगदान को स्मरण किया गया।
इस दौरान विद्यालय से अपनी आठवीं वर्ग की प्रारंभिक शिक्षा ग्रहण करने के बाद पहुंचे पुरातन विद्यार्थियों ने पुराने दिनों को याद ही नहीं किया बल्कि जीने की कोशिश भी की। इसमें विभिन्न क्षेत्रों में मुकाम हासिल कर चुके स्कूल के सौ से अधिक पूर्ववर्ती छात्र-छात्राएं शामिल हुए। आयोजन के दौरान ये पुराने दिनों की यादें गुदगुदाए तो छात्रों को तराशने में शिक्षकों की भूमिका पर भी चर्चा हुई।
पूर्ववर्ती छात्र व आयकर अधिकारी चयन कुमार ने बताया कि ठाकुरगंज की प्रतिष्ठित व सबसे पुरानी आनंद मार्ग जागृति स्कूल (एएमजेएस) 2022 के जुलाई माह में अपने स्थापना के 50वें वर्ष में प्रवेश कर ली है। यह हम सबके लिए गौरव की बात है। गोल्डेन जुबली ईयर के कारण यह शिक्षक दिवस और ज्यादा महत्वपूर्ण हो गया है। हम पूर्व छात्रों की ओर से अपनी प्रतिबद्धता और परोपकार व्यक्त करने का यह पहला बड़ा प्रयास है। जिसमें शिक्षकों का अभिनंदन एवं सम्मान किया गया।
रेलवे स्टेशन प्रबंधक सुलिप्तो कुंडू व नवीन चौधरी ने बताया कि हम सबों ने कार्यक्रम के दौरान बीते हुए लम्हों को साझा किया तो भविष्य के कार्यक्रमों पर भी विमर्श किया। हम बड़ी संख्या में पुरातन छात्र एक साथ कई साल बाद मिले। स्कूल पहुंचने के बाद उन्हें अपनी क्लास, अपने खेल का ग्राउंड और अपने बदमाशियां के जगह याद आने लगे। सब एक दूसरे को बताते दिखे कि वह कहां पढ़ते थे, कहां क्लास करते थे, कहां जाकर ग्राउंड में बैठा करते थे और खेला करते थे। देश के विभिन्न हिस्सों से आए पुरातन छात्रों ने एक दूसरे से पुरानी यादें साझा की। गोल्डन जुबली उत्सव के दौरान पुरातन छात्रों ने स्कूल में एक दूसरे से मुलाकात की।
आयोजन को सफल बनाने में निलेश भारती, जयप्रकाश साह, प्रकाश घोष, जयंत दत्ता, सुरेंद्र प्रसाद, राजा कुंडू, विपलब घोष, हेमंत गणेश, जयदीप बनर्जी, राजकुमार राय, संतोष नायक आदि सौ से अधिक पूर्ववर्ती छात्र-छात्राएं और सभी शिक्षकों की सहभागिता रही।
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