ठाकुरगंज विधानसभा क्षेत्र एक बार फिर राजनीतिक चर्चा के केंद्र में है। जनता दल यूनाइटेड (JDU) ने अपनी पहली सूची में ठाकुरगंज से पूर्व विधायक श्री गोपाल कुमार अग्रवाल प्रत्याशी के रूप में घोषित किया है। जैसे ही उनका नाम सामने आया, पूरे सीमांचल में एक बार फिर से उम्मीदों की लहर दौड़ गई।
राजनीतिक सफर की शुरुआत:
गोपाल अग्रवाल का राजनीतिक सफर 2001 में जिला परिषद सदस्य के रूप में शुरू हुआ। 2005 में उन्होंने समाजवादी पार्टी से चुनाव जीतकर विधायक बने और बाद में JDU में शामिल हुए। उनके नेतृत्व में ठाकुरगंज ने एक ऐसा दौर देखा जिसे आज भी लोग “सुनहरा काल” कहते हैं।
2005 से 2010 — विकास का स्वर्णिम अध्याय:
✅ उनके कार्यकाल में ठाकुरगंज में बुनियादी ढांचे का अभूतपूर्व विकास हुआ।
✅ ITI और पॉलिटेक्निक संस्थानों की स्थापना ने युवाओं को तकनीकी शिक्षा की दिशा में प्रेरित किया।
✅ 25 किलोमीटर से अधिक पक्की सड़कों का निर्माण हुआ, जो ठाकुरगंज को हर महत्वपूर्ण स्थान से जोड़ता है — रेलवे स्टेशन, अस्पताल, थाना, पोस्ट ऑफिस, स्कूल, कॉलेज, धार्मिक स्थल, श्मशान, कब्रिस्तान, तालाब, नहर, खेत, जंगल, बॉर्डर और यहां तक कि जिला और राज्य मुख्यालय तक।
✅ स्थानीय निवासी बताते हैं, “गोपाल जी का कार्यकाल ऐसा था जब हमें पहली बार लगा कि कोई नेता सच में हमारे गांव की चिंता करता है। सड़कें बनीं, संस्थान आए, और युवाओं को रोजगार के अवसर मिले।”
✅ JDU नेतृत्व का भरोसा: JDU प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने कहा, “गोपाल जी का पार्टी में लौटना सीमांचल में संगठन को मजबूती देगा। उनका अनुभव और जनसंपर्क पार्टी के लिए अमूल्य है।”
✅ 2020 का चुनाव और वापसी की राह: 2020 में गोपाल अग्रवाल ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा और 56,000 से अधिक वोट प्राप्त किए — यह दर्शाता है कि जनता में उनका प्रभाव आज भी बरकरार है। अब जब वे फिर से JDU के टिकट पर मैदान में हैं, तो मुकाबला और भी दिलचस्प हो गया है।
चुनाव लोकतंत्र का पर्व है। हर प्रत्याशी अपनी बात जनता तक पहुंचा रहा है। गोपाल अग्रवाल का नामांकन उनके पुराने कार्यों और जनसंपर्क की वजह से चर्चा में है। लेकिन अंतिम निर्णय ठाकुरगंज की जनता के हाथ में है — क्या वे फिर से विकास की उस राह को चुनेंगे, यह आने वाला वक्त बताएगा।
प्रतिनिधि, सारस न्यूज़, ठाकुरगंज।
ठाकुरगंज विधानसभा क्षेत्र एक बार फिर राजनीतिक चर्चा के केंद्र में है। जनता दल यूनाइटेड (JDU) ने अपनी पहली सूची में ठाकुरगंज से पूर्व विधायक श्री गोपाल कुमार अग्रवाल प्रत्याशी के रूप में घोषित किया है। जैसे ही उनका नाम सामने आया, पूरे सीमांचल में एक बार फिर से उम्मीदों की लहर दौड़ गई।
राजनीतिक सफर की शुरुआत:
गोपाल अग्रवाल का राजनीतिक सफर 2001 में जिला परिषद सदस्य के रूप में शुरू हुआ। 2005 में उन्होंने समाजवादी पार्टी से चुनाव जीतकर विधायक बने और बाद में JDU में शामिल हुए। उनके नेतृत्व में ठाकुरगंज ने एक ऐसा दौर देखा जिसे आज भी लोग “सुनहरा काल” कहते हैं।
2005 से 2010 — विकास का स्वर्णिम अध्याय:
✅ उनके कार्यकाल में ठाकुरगंज में बुनियादी ढांचे का अभूतपूर्व विकास हुआ।
✅ ITI और पॉलिटेक्निक संस्थानों की स्थापना ने युवाओं को तकनीकी शिक्षा की दिशा में प्रेरित किया।
✅ 25 किलोमीटर से अधिक पक्की सड़कों का निर्माण हुआ, जो ठाकुरगंज को हर महत्वपूर्ण स्थान से जोड़ता है — रेलवे स्टेशन, अस्पताल, थाना, पोस्ट ऑफिस, स्कूल, कॉलेज, धार्मिक स्थल, श्मशान, कब्रिस्तान, तालाब, नहर, खेत, जंगल, बॉर्डर और यहां तक कि जिला और राज्य मुख्यालय तक।
✅ स्थानीय निवासी बताते हैं, “गोपाल जी का कार्यकाल ऐसा था जब हमें पहली बार लगा कि कोई नेता सच में हमारे गांव की चिंता करता है। सड़कें बनीं, संस्थान आए, और युवाओं को रोजगार के अवसर मिले।”
✅ JDU नेतृत्व का भरोसा: JDU प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने कहा, “गोपाल जी का पार्टी में लौटना सीमांचल में संगठन को मजबूती देगा। उनका अनुभव और जनसंपर्क पार्टी के लिए अमूल्य है।”
✅ 2020 का चुनाव और वापसी की राह: 2020 में गोपाल अग्रवाल ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा और 56,000 से अधिक वोट प्राप्त किए — यह दर्शाता है कि जनता में उनका प्रभाव आज भी बरकरार है। अब जब वे फिर से JDU के टिकट पर मैदान में हैं, तो मुकाबला और भी दिलचस्प हो गया है।
चुनाव लोकतंत्र का पर्व है। हर प्रत्याशी अपनी बात जनता तक पहुंचा रहा है। गोपाल अग्रवाल का नामांकन उनके पुराने कार्यों और जनसंपर्क की वजह से चर्चा में है। लेकिन अंतिम निर्णय ठाकुरगंज की जनता के हाथ में है — क्या वे फिर से विकास की उस राह को चुनेंगे, यह आने वाला वक्त बताएगा।
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