शनिवार को ठाकुरगंज के विभिन्न विद्यालयों में नामित फोकल शिक्षक के द्वारा छात्र-छात्राओं को मुख्यमंत्री विद्यालय सुरक्षा कार्यक्रम अन्तर्गत सुरक्षित शनिवार से संबंधित दिसम्बर माह के तृतीय शनिवार के कार्यक्रम अन्तर्गत जल एवं भूमि का संरक्षण, वायु प्रदूषण एवं पेड़-पौधों का संरक्षण के संदर्भ में जानकारी दी गई एवं जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (प्राथमिक शिक्षा एवं समग्र शिक्षा) किशनगंज के निदेशानुसार इसे ई- शिक्षाकोष पोर्टल पर अपलोड किया गया।
प्रखंड संसाधन केंद्र ठाकुरगंज से प्राप्त जानकारी के मुताबिक ठाकुरगंज प्रखंड के कुल 266 विद्यालयों में से 44.36 फीसदी यानी 118 विद्यालयों में सुरक्षित शनिवार अन्तर्गत निर्धारित गतिविधि का आयोजन करते हुए उसे ई- शिक्षाकोष पोर्टल पर अपलोड किया।
उक्त कार्यक्रम के तहत नामित फोकल शिक्षकों ने मौजूद स्कूली बच्चों को जल संरक्षण, भूमि संरक्षण, वायु प्रदूषण एवं पेड़ पौधों के संरक्षण के संदर्भ में जानकारी देते हुए बताया कि जल ही जीवन है, जल के बिना जीवन संभव नहीं है। जल है तो कल है। जल को धन की तरह संचय करना चाहिए। भूमि के संरक्षण के लिए विशेष रूप से वृक्षारोपण अभियान चलाया जाए। वायु प्रदूषण के दुष्प्रभावों से बचने के लिए सुझाव दिया गया। आमजन मानस विषैले गैस को स्वसन क्रिया में लेने को मजबूर हैं। वातावरण में जहरीली गैस का प्रतिशत बढ़ता जा रहा है जो मानव जीवन के लिए खतरनाक साबित होगा। पर्यावरण संरक्षण के लिए सभी लोगों को चाहिए कि ज्यादा से ज्यादा वृक्ष लगाएं। प्राचीन संस्कृति में लोग प्रकृति से प्रेम करते थे, लेकिन वर्तमान में लोग प्रकृति का दोहन करने में लगे हुए हैं। पर्यावरण संरक्षण के लिए कोई सरकार या संस्था को ही नहीं बल्कि सभी जनमानस को कदम बढ़ाने की आवश्यकता है।
इसी कारण यह आवश्यक है कि हम अपने शरीर के तरह हीं अपनी प्रकृति की भी रक्षा करें और इसक लिए आवश्यक है कि हमलोग भूमि, जल, वायु तथा वनस्पति को संरक्षित करने के लिए कृतसंकल्पित रहें। इस दौरान उन्होंने बच्चों को भूमि, जल, वायु तथा अन्य पारिस्थितिकी तंत्रों के प्रदूषण को नियंत्रित करने के उपाय भी बताए।
सारस न्यूज, किशनगंज।
शनिवार को ठाकुरगंज के विभिन्न विद्यालयों में नामित फोकल शिक्षक के द्वारा छात्र-छात्राओं को मुख्यमंत्री विद्यालय सुरक्षा कार्यक्रम अन्तर्गत सुरक्षित शनिवार से संबंधित दिसम्बर माह के तृतीय शनिवार के कार्यक्रम अन्तर्गत जल एवं भूमि का संरक्षण, वायु प्रदूषण एवं पेड़-पौधों का संरक्षण के संदर्भ में जानकारी दी गई एवं जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (प्राथमिक शिक्षा एवं समग्र शिक्षा) किशनगंज के निदेशानुसार इसे ई- शिक्षाकोष पोर्टल पर अपलोड किया गया।
प्रखंड संसाधन केंद्र ठाकुरगंज से प्राप्त जानकारी के मुताबिक ठाकुरगंज प्रखंड के कुल 266 विद्यालयों में से 44.36 फीसदी यानी 118 विद्यालयों में सुरक्षित शनिवार अन्तर्गत निर्धारित गतिविधि का आयोजन करते हुए उसे ई- शिक्षाकोष पोर्टल पर अपलोड किया।
उक्त कार्यक्रम के तहत नामित फोकल शिक्षकों ने मौजूद स्कूली बच्चों को जल संरक्षण, भूमि संरक्षण, वायु प्रदूषण एवं पेड़ पौधों के संरक्षण के संदर्भ में जानकारी देते हुए बताया कि जल ही जीवन है, जल के बिना जीवन संभव नहीं है। जल है तो कल है। जल को धन की तरह संचय करना चाहिए। भूमि के संरक्षण के लिए विशेष रूप से वृक्षारोपण अभियान चलाया जाए। वायु प्रदूषण के दुष्प्रभावों से बचने के लिए सुझाव दिया गया। आमजन मानस विषैले गैस को स्वसन क्रिया में लेने को मजबूर हैं। वातावरण में जहरीली गैस का प्रतिशत बढ़ता जा रहा है जो मानव जीवन के लिए खतरनाक साबित होगा। पर्यावरण संरक्षण के लिए सभी लोगों को चाहिए कि ज्यादा से ज्यादा वृक्ष लगाएं। प्राचीन संस्कृति में लोग प्रकृति से प्रेम करते थे, लेकिन वर्तमान में लोग प्रकृति का दोहन करने में लगे हुए हैं। पर्यावरण संरक्षण के लिए कोई सरकार या संस्था को ही नहीं बल्कि सभी जनमानस को कदम बढ़ाने की आवश्यकता है।
इसी कारण यह आवश्यक है कि हम अपने शरीर के तरह हीं अपनी प्रकृति की भी रक्षा करें और इसक लिए आवश्यक है कि हमलोग भूमि, जल, वायु तथा वनस्पति को संरक्षित करने के लिए कृतसंकल्पित रहें। इस दौरान उन्होंने बच्चों को भूमि, जल, वायु तथा अन्य पारिस्थितिकी तंत्रों के प्रदूषण को नियंत्रित करने के उपाय भी बताए।
Leave a Reply