Saaras News – सारस न्यूज़ – चुन – चुन के हर खबर, ताकि आप न रहें बेखबर

पोठिया प्रखंड क्षेत्र का सबसे अधिक राजस्व देने वाला छत्तरगाछ बाजार में गंदगी का लगा है अंबार।

सारस न्यूज़, पोठिया, किशनगंज।

पोठिया प्रखंड क्षेत्र में सबसे अधिक राजस्व देने वाला छत्तरगाछ बाजार गंदगी के अंबार से जूझ रहा है। स्थानीय लोगों ने अधिकारियों से साफ-सफाई की मांग की है। किशनगंज-ठाकुरगंज मुख्य मार्ग पर स्थित छत्तरगाछ बस स्टैंड सहित पूरे बाजार में जगह-जगह कचरे के ढेर लगे हुए हैं। स्थानीय लोग और चाय दुकानदार दुर्गंध और गंदे पानी से परेशान हैं।

रेफरल अस्पताल छत्तरगाछ के डॉ. रंजन कुमार ने बताया कि जमा हुए गंदे पानी और कचरे के ढेर से संक्रमण फैलने का खतरा है, खासकर डेंगू जैसी बीमारियों का। राज्य और केंद्र सरकार जहां स्वच्छता अभियान के तहत गांव से शहर तक सफाई पर करोड़ों रुपये खर्च कर रही है, वहीं जमीनी स्तर पर यह योजना छत्तरगाछ में विफल होती नजर आ रही है।

छत्तरगाछ बाजार पोठिया प्रखंड की सबसे बड़ी मंडियों में से एक है और प्रखंड क्षेत्र के कई पंचायतों के लिए खरीद-बिक्री का महत्वपूर्ण केंद्र माना जाता है। यह बाजार न केवल स्थानीय आबादी को सेवाएं प्रदान करता है, बल्कि जिला और प्रखंड मुख्यालय, ठाकुरगंज, पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी, इस्लामपुर, सोनापुर जैसे स्थानों तक यात्रियों के आवागमन का मुख्य केंद्र भी है।

विडंबना यह है कि इस महत्वपूर्ण बाजार की सफाई को लेकर न तो स्थानीय जनप्रतिनिधि और न ही प्रशासन गंभीर है। बाजार में हर जगह गंदगी और कचरे के ढेर देखे जा सकते हैं। किशनगंज-ठाकुरगंज मुख्य सड़क पर स्थित बस स्टैंड के पास एक बड़ा गड्ढा है, जहां चाय दुकानों का गंदा पानी सालभर जमा रहता है, जिससे दुर्गंध और मच्छरों का प्रकोप बढ़ रहा है।

स्थानीय दुकानदारों ने बताया कि कई बार इस समस्या के समाधान के लिए मुखिया अबुल काशिम और हाट संवेदक का ध्यान आकर्षित किया गया, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।

इस संदर्भ में छत्तरगाछ पंचायत के मुखिया अबुल काशिम ने जानकारी दी कि पंचायत में तैनात सफाई कर्मियों को कई महीनों से मानदेय का भुगतान नहीं हुआ है, जिसके चलते वे काम नहीं कर रहे हैं। यही कारण है कि बाजार में सफाई व्यवस्था ठप पड़ी हुई है।

स्थानीय प्रशासन और जनप्रतिनिधियों को इस समस्या का समाधान प्राथमिकता से करना चाहिए, ताकि क्षेत्र के लोगों को स्वच्छ और स्वस्थ वातावरण मिल सके।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *