आगामी विधानसभा आम निर्वाचन-2025 के सफल एवं पारदर्शी संचालन के उद्देश्य से आज समाहरणालय स्थित महानन्दा सभागार में सभी सेक्टर पदाधिकारियों के लिए विशेष प्रशिक्षण सत्र आयोजित किया गया। इस प्रशिक्षण की अध्यक्षता जिला भू-अर्जन पदाधिकारी-सह-वरीय प्रभारी प्रशिक्षण कोषांग श्री संदीप कुमार ने की।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में निर्वाचन प्रक्रिया से जुड़े अनेक पहलुओं पर विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई। अधिकारियों को 1950 वोटर हेल्पलाइन, भेद्यता मानचित्रण (Vulnerability Mapping), क्रिटिकल मतदान केन्द्रों की पहचान और उनके अनुरूप सुरक्षा बलों की तैनाती जैसे विषयों पर विस्तृत चर्चा की गई।
यह स्पष्ट किया गया कि निर्वाचन कार्य हेतु आवश्यक वाहन मतदान की तिथि से एक सप्ताह पूर्व उपलब्ध कराए जाएंगे। साथ ही डाक मतपत्र (Postal Ballot) से जुड़े सभी दिशा-निर्देश भी साझा किए गए।
सेक्टर पदाधिकारियों को मतदान केंद्रों पर उपलब्ध कराई जाने वाली AMF (Assured Minimum Facilities) की अनिवार्यता पर विशेष रूप से अवगत कराया गया। इनमें पेयजल, शौचालय, बैठने की व्यवस्था जैसी बुनियादी सुविधाएँ शामिल हैं। इसके लिए निर्धारित प्रपत्र को सही ढंग से भरने के निर्देश भी दिए गए।
मतदान दिवस से संबंधित जानकारी देते हुए बताया गया कि मतदान शुरू होने से 90 मिनट पहले Mock Poll कराया जाएगा। यदि किसी कारणवश मतदान की शुरुआत में दो घंटे से अधिक विलंब हो जाए या EVM समय पर कार्यरत न हो पाए, तो मतदान निरस्त माना जाएगा।
प्रशिक्षण के दौरान यह भी स्पष्ट किया गया कि यदि मतदान उपरांत किसी निरीक्षण में गड़बड़ी पाई जाती है, तो उसकी जांच संबंधित ऑब्जर्वर द्वारा की जाएगी। इसके अतिरिक्त EVM संचालन और उससे जुड़े फॉर्म भरने की संपूर्ण प्रक्रिया का भी अभ्यास कराया गया।
सभी मतदान केन्द्रों पर दो कैमरे लगाने की व्यवस्था पर चर्चा की गई और यह निर्देश दिया गया कि कैमरे की स्थिति का चयन सेक्टर पदाधिकारी अपने विवेक से तय करेंगे।
प्रशिक्षण में विशेष रूप से यह हिदायत दी गई कि किसी भी परिस्थिति में पदाधिकारी सोशल मीडिया पर फोटो या वीडियो अपलोड नहीं करेंगे। बिहार निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार निर्वाचन कार्यों के दौरान पूर्ण संयम और गोपनीयता बनाए रखना अनिवार्य है।
किसी भी समस्या की स्थिति में संबंधित ERO (Electoral Registration Officer) अथवा AERO (Assistant Electoral Registration Officer) को तुरंत सूचना देने के लिए कहा गया। साथ ही अधिकारियों को प्रेरित किया गया कि वे अपने सहकर्मियों के अच्छे कार्यों से सीख लेकर अपने दायित्वों का निर्वहन और बेहतर तरीके से करें।
निर्वाचन प्रक्रिया की पारदर्शिता और सुचारू संचालन सुनिश्चित करने के लिए सेक्टर पदाधिकारियों को मतदान की पूर्व संध्या और मतदान दिवस पर लगातार क्षेत्र भ्रमण करने, रिपोर्ट तैयार कर जिला निर्वाचन पदाधिकारी को अवगत कराने तथा VTR (Vulnerability Tracking Report) को गंभीरता से तैयार करने के निर्देश दिए गए।
प्रशिक्षण का उद्देश्य यह रहा कि सभी सेक्टर पदाधिकारी तटस्थ रवैया अपनाएँ, स्थानीय नागरिकों से संवाद स्थापित करें और किसी भी संभावित समस्या की त्वरित रिपोर्ट उच्च अधिकारियों तक पहुँचाएँ।
सारस न्यूज़, किशनगंज।
आगामी विधानसभा आम निर्वाचन-2025 के सफल एवं पारदर्शी संचालन के उद्देश्य से आज समाहरणालय स्थित महानन्दा सभागार में सभी सेक्टर पदाधिकारियों के लिए विशेष प्रशिक्षण सत्र आयोजित किया गया। इस प्रशिक्षण की अध्यक्षता जिला भू-अर्जन पदाधिकारी-सह-वरीय प्रभारी प्रशिक्षण कोषांग श्री संदीप कुमार ने की।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में निर्वाचन प्रक्रिया से जुड़े अनेक पहलुओं पर विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई। अधिकारियों को 1950 वोटर हेल्पलाइन, भेद्यता मानचित्रण (Vulnerability Mapping), क्रिटिकल मतदान केन्द्रों की पहचान और उनके अनुरूप सुरक्षा बलों की तैनाती जैसे विषयों पर विस्तृत चर्चा की गई।
यह स्पष्ट किया गया कि निर्वाचन कार्य हेतु आवश्यक वाहन मतदान की तिथि से एक सप्ताह पूर्व उपलब्ध कराए जाएंगे। साथ ही डाक मतपत्र (Postal Ballot) से जुड़े सभी दिशा-निर्देश भी साझा किए गए।
सेक्टर पदाधिकारियों को मतदान केंद्रों पर उपलब्ध कराई जाने वाली AMF (Assured Minimum Facilities) की अनिवार्यता पर विशेष रूप से अवगत कराया गया। इनमें पेयजल, शौचालय, बैठने की व्यवस्था जैसी बुनियादी सुविधाएँ शामिल हैं। इसके लिए निर्धारित प्रपत्र को सही ढंग से भरने के निर्देश भी दिए गए।
मतदान दिवस से संबंधित जानकारी देते हुए बताया गया कि मतदान शुरू होने से 90 मिनट पहले Mock Poll कराया जाएगा। यदि किसी कारणवश मतदान की शुरुआत में दो घंटे से अधिक विलंब हो जाए या EVM समय पर कार्यरत न हो पाए, तो मतदान निरस्त माना जाएगा।
प्रशिक्षण के दौरान यह भी स्पष्ट किया गया कि यदि मतदान उपरांत किसी निरीक्षण में गड़बड़ी पाई जाती है, तो उसकी जांच संबंधित ऑब्जर्वर द्वारा की जाएगी। इसके अतिरिक्त EVM संचालन और उससे जुड़े फॉर्म भरने की संपूर्ण प्रक्रिया का भी अभ्यास कराया गया।
सभी मतदान केन्द्रों पर दो कैमरे लगाने की व्यवस्था पर चर्चा की गई और यह निर्देश दिया गया कि कैमरे की स्थिति का चयन सेक्टर पदाधिकारी अपने विवेक से तय करेंगे।
प्रशिक्षण में विशेष रूप से यह हिदायत दी गई कि किसी भी परिस्थिति में पदाधिकारी सोशल मीडिया पर फोटो या वीडियो अपलोड नहीं करेंगे। बिहार निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार निर्वाचन कार्यों के दौरान पूर्ण संयम और गोपनीयता बनाए रखना अनिवार्य है।
किसी भी समस्या की स्थिति में संबंधित ERO (Electoral Registration Officer) अथवा AERO (Assistant Electoral Registration Officer) को तुरंत सूचना देने के लिए कहा गया। साथ ही अधिकारियों को प्रेरित किया गया कि वे अपने सहकर्मियों के अच्छे कार्यों से सीख लेकर अपने दायित्वों का निर्वहन और बेहतर तरीके से करें।
निर्वाचन प्रक्रिया की पारदर्शिता और सुचारू संचालन सुनिश्चित करने के लिए सेक्टर पदाधिकारियों को मतदान की पूर्व संध्या और मतदान दिवस पर लगातार क्षेत्र भ्रमण करने, रिपोर्ट तैयार कर जिला निर्वाचन पदाधिकारी को अवगत कराने तथा VTR (Vulnerability Tracking Report) को गंभीरता से तैयार करने के निर्देश दिए गए।
प्रशिक्षण का उद्देश्य यह रहा कि सभी सेक्टर पदाधिकारी तटस्थ रवैया अपनाएँ, स्थानीय नागरिकों से संवाद स्थापित करें और किसी भी संभावित समस्या की त्वरित रिपोर्ट उच्च अधिकारियों तक पहुँचाएँ।
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