किशनगंज जिले में 18 अप्रैल से शुरू हुआ महिला संवाद कार्यक्रम अब अपने समापन की ओर अग्रसर है। अब तक जिले के 1,190 ग्राम संगठनों में यह कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हो चुका है, जिसमें 2 लाख 27 हजार से अधिक महिलाओं ने भाग लिया है। इतनी बड़ी संख्या में महिलाओं की भागीदारी ने इस अभियान को अत्यंत उद्देश्यपूर्ण और प्रभावशाली बना दिया है।
महिलाएं उत्साह के साथ कार्यक्रम में शामिल हो रही हैं और अपनी आकांक्षाएं, सुझाव एवं अनुभव खुले दिल से साझा कर रही हैं। यह संवाद उन्हें अपनी बात रखने का एक प्रभावशाली मंच प्रदान कर रहा है। कार्यक्रम के दौरान महिलाओं द्वारा स्थानीय एवं नीतिगत मुद्दों पर अपने विचार व्यक्त किए जा रहे हैं, जिन्हें महिला संवाद एप के माध्यम से डिजिटल रूप से दर्ज किया जा रहा है।
इन अभिव्यक्त आकांक्षाओं के आधार पर भविष्य में राज्य सरकार द्वारा नई योजनाओं का निर्माण किया जाएगा। कार्यक्रम में महिलाएं न केवल अपनी ज़िंदगी में आई सकारात्मक बदलावों को साझा कर रही हैं, बल्कि योजनाओं से मिले लाभ जैसे कि आरक्षण नीति, सड़क, बिजली और पानी की समस्याओं का समाधान, आवास, छात्रवृत्ति, पोशाक, और पेंशन राशि में वृद्धि जैसे विषयों पर भी चर्चा कर रही हैं।
कई महिलाएं अपने गाँव और पंचायत स्तर पर सरकारी योजनाओं की जानकारी एवं उनके क्रियान्वयन से जुड़ी बातें साझा कर रही हैं। महिला संवाद कार्यक्रम ने यह सिद्ध किया है कि ग्रामीण क्षेत्र की महिलाएं अब अपनी उन्नति और अधिकारों को लेकर सजग एवं आत्मविश्वासी हो चुकी हैं।
सरकार का उद्देश्य इस कार्यक्रम के माध्यम से राज्य के कोने-कोने तक महिलाओं को महिला सशक्तिकरण से जुड़ी योजनाओं से अवगत कराना है, ताकि अधिक से अधिक महिलाएं इसका लाभ उठा सकें। इस हेतु कार्यक्रम के दौरान प्रेरणादायक एवं जागरूकता से भरपूर वीडियो फिल्में प्रदर्शित की जा रही हैं तथा लीफलेट और जानकारी सामग्री वितरित की जा रही है।
इस व्यापक संवाद अभियान ने न सिर्फ महिलाओं को एक मंच दिया है, बल्कि एक सशक्त समाज की दिशा में मजबूत कदम भी साबित हो रहा है।
राहुल कुमार, सारस न्यूज़, किशनगंज।
किशनगंज जिले में 18 अप्रैल से शुरू हुआ महिला संवाद कार्यक्रम अब अपने समापन की ओर अग्रसर है। अब तक जिले के 1,190 ग्राम संगठनों में यह कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हो चुका है, जिसमें 2 लाख 27 हजार से अधिक महिलाओं ने भाग लिया है। इतनी बड़ी संख्या में महिलाओं की भागीदारी ने इस अभियान को अत्यंत उद्देश्यपूर्ण और प्रभावशाली बना दिया है।
महिलाएं उत्साह के साथ कार्यक्रम में शामिल हो रही हैं और अपनी आकांक्षाएं, सुझाव एवं अनुभव खुले दिल से साझा कर रही हैं। यह संवाद उन्हें अपनी बात रखने का एक प्रभावशाली मंच प्रदान कर रहा है। कार्यक्रम के दौरान महिलाओं द्वारा स्थानीय एवं नीतिगत मुद्दों पर अपने विचार व्यक्त किए जा रहे हैं, जिन्हें महिला संवाद एप के माध्यम से डिजिटल रूप से दर्ज किया जा रहा है।
इन अभिव्यक्त आकांक्षाओं के आधार पर भविष्य में राज्य सरकार द्वारा नई योजनाओं का निर्माण किया जाएगा। कार्यक्रम में महिलाएं न केवल अपनी ज़िंदगी में आई सकारात्मक बदलावों को साझा कर रही हैं, बल्कि योजनाओं से मिले लाभ जैसे कि आरक्षण नीति, सड़क, बिजली और पानी की समस्याओं का समाधान, आवास, छात्रवृत्ति, पोशाक, और पेंशन राशि में वृद्धि जैसे विषयों पर भी चर्चा कर रही हैं।
कई महिलाएं अपने गाँव और पंचायत स्तर पर सरकारी योजनाओं की जानकारी एवं उनके क्रियान्वयन से जुड़ी बातें साझा कर रही हैं। महिला संवाद कार्यक्रम ने यह सिद्ध किया है कि ग्रामीण क्षेत्र की महिलाएं अब अपनी उन्नति और अधिकारों को लेकर सजग एवं आत्मविश्वासी हो चुकी हैं।
सरकार का उद्देश्य इस कार्यक्रम के माध्यम से राज्य के कोने-कोने तक महिलाओं को महिला सशक्तिकरण से जुड़ी योजनाओं से अवगत कराना है, ताकि अधिक से अधिक महिलाएं इसका लाभ उठा सकें। इस हेतु कार्यक्रम के दौरान प्रेरणादायक एवं जागरूकता से भरपूर वीडियो फिल्में प्रदर्शित की जा रही हैं तथा लीफलेट और जानकारी सामग्री वितरित की जा रही है।
इस व्यापक संवाद अभियान ने न सिर्फ महिलाओं को एक मंच दिया है, बल्कि एक सशक्त समाज की दिशा में मजबूत कदम भी साबित हो रहा है।
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