झाडफूंक के चक्कर में एक सर्पदंश पीड़िता की मौत हो गई। सदर अस्पताल किशनगंज के चिकित्सकों के द्वारा जांचोंपरांत पूर्णिया जिले के बायसी थाना क्षेत्र स्थित गागर घोष गांव निवासी नूरना खातून को मृत घोषित करते ही रोते बिलखते परिजन शव को लेकर वापस अपने घर की ओर चले गए। वहीं परिजनों ने बताया कि रात का खाना खाने के बाद नूराना अपने बिस्तर पर मच्छरदानी लगाकर सो गई थी। परंतु मच्छरदानी के भीतर पूर्व से ही विषैला सांप घुसकर बैठा हुआ था। जहां कुछ देर के बाद ही विषैले सांप ने नूराना को डस लिया। नूराना के द्वारा घटना की जानकारी परिजनों को तुरंत दिए जाने के पश्चात परिजन उसे पास के ही एक तांत्रिक के पास ले गए। तांत्रिक ने भी सांप का जहर उतारने का दावा करते हुए तरह-तरह के स्वांग रचे। काफी देर तक चले इस नाटकीय घटनाक्रम के कारण सांप का जहर पूरी तरह नुराना के शरीर में फैलने लगा और उसकी तबियत बिगड़ने लगी। नूराना की स्थिति को देखकर तांत्रिक ने अपने हाथ खड़े कर लिए और उसे अस्पताल में भर्ती करने की सलाह दी। घटना के बाद परिजन नूराना को लेकर सदर अस्पताल किशनगंज पहुंचे, परंतु तब तक नूराना की मौत हो चुकी थी। सदर अस्पताल किशनगंज में ड्यूटी पर तैनात चिकित्सकों के द्वारा नूराना का जांच किए जाने पर मृत घोषित करते ही परिजन चीत्कार कर रोने लगे एवं तांत्रिक को कोसते हुए शव को लेकर वापस घर की ओर चल दिए।
सारस न्यूज, किशनगंज।
झाडफूंक के चक्कर में एक सर्पदंश पीड़िता की मौत हो गई। सदर अस्पताल किशनगंज के चिकित्सकों के द्वारा जांचोंपरांत पूर्णिया जिले के बायसी थाना क्षेत्र स्थित गागर घोष गांव निवासी नूरना खातून को मृत घोषित करते ही रोते बिलखते परिजन शव को लेकर वापस अपने घर की ओर चले गए। वहीं परिजनों ने बताया कि रात का खाना खाने के बाद नूराना अपने बिस्तर पर मच्छरदानी लगाकर सो गई थी। परंतु मच्छरदानी के भीतर पूर्व से ही विषैला सांप घुसकर बैठा हुआ था। जहां कुछ देर के बाद ही विषैले सांप ने नूराना को डस लिया। नूराना के द्वारा घटना की जानकारी परिजनों को तुरंत दिए जाने के पश्चात परिजन उसे पास के ही एक तांत्रिक के पास ले गए। तांत्रिक ने भी सांप का जहर उतारने का दावा करते हुए तरह-तरह के स्वांग रचे। काफी देर तक चले इस नाटकीय घटनाक्रम के कारण सांप का जहर पूरी तरह नुराना के शरीर में फैलने लगा और उसकी तबियत बिगड़ने लगी। नूराना की स्थिति को देखकर तांत्रिक ने अपने हाथ खड़े कर लिए और उसे अस्पताल में भर्ती करने की सलाह दी। घटना के बाद परिजन नूराना को लेकर सदर अस्पताल किशनगंज पहुंचे, परंतु तब तक नूराना की मौत हो चुकी थी। सदर अस्पताल किशनगंज में ड्यूटी पर तैनात चिकित्सकों के द्वारा नूराना का जांच किए जाने पर मृत घोषित करते ही परिजन चीत्कार कर रोने लगे एवं तांत्रिक को कोसते हुए शव को लेकर वापस घर की ओर चल दिए।
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