राष्ट्रपति भवन के मुगल गार्डन को लेकर मोदी सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है। अब ये ऐतिहासिक गार्डन ‘अमृत उद्यान’ नाम से जाना जाएगा। सरकार ने इस नाम की थीम आजादी के अमृत महोत्सव से ली है। ये गार्डन अपनी खूबसूरती के लिए दुनियाभर में फेमस है, जिसे देखने हर साल हजारों लोग राष्ट्रपति भवन पहुंचते हैं। वहीं सरकार के इस फैसले से सियासत भी गर्मा गई है।
मामले में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की उप प्रेस सचिव नविका गुप्ता ने कहा कि स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे होने के अवसर और ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ को देखते हुए राष्ट्रपति ने गार्डन को नया नाम दिया है, जिसके तहत अब ये ‘अमृत उद्यान’ नाम से जाना जाएगा। इसके अलावा 29 जनवरी यानी रविवार को राष्ट्रपति अमृत उद्यान का उद्घाटन करेंगी। आम जनता 31 जनवरी से लेकर 26 मार्च तक इसका दीदार कर सकेगी। उन्होंने आगे कहा कि आमतौर पर गार्डन एक महीने के लिए खुलता है, लेकिन इस बार इसके समय को बढ़ाया गया है।
नविका गुप्ता के मुताबिक सरकार ने समाज के विशेष समूहों जैसे- विकलांगों, किसानों आदि के देखने के लिए व्यवस्था की है। इस बार पौधों के आगे विशेष क्यूआर कोड लगाया जा रहा है, ताकि लोग उसके बारे में जान सकें। साथ ही 20 प्रोफेशनल गाइड भी तैनात किए जाएंगे, जो लोगों को इन फूलों के बारे में जानकारी देंगे।
सारस न्यूज, दिल्ली।
राष्ट्रपति भवन के मुगल गार्डन को लेकर मोदी सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है। अब ये ऐतिहासिक गार्डन ‘अमृत उद्यान’ नाम से जाना जाएगा। सरकार ने इस नाम की थीम आजादी के अमृत महोत्सव से ली है। ये गार्डन अपनी खूबसूरती के लिए दुनियाभर में फेमस है, जिसे देखने हर साल हजारों लोग राष्ट्रपति भवन पहुंचते हैं। वहीं सरकार के इस फैसले से सियासत भी गर्मा गई है।
मामले में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की उप प्रेस सचिव नविका गुप्ता ने कहा कि स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे होने के अवसर और ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ को देखते हुए राष्ट्रपति ने गार्डन को नया नाम दिया है, जिसके तहत अब ये ‘अमृत उद्यान’ नाम से जाना जाएगा। इसके अलावा 29 जनवरी यानी रविवार को राष्ट्रपति अमृत उद्यान का उद्घाटन करेंगी। आम जनता 31 जनवरी से लेकर 26 मार्च तक इसका दीदार कर सकेगी। उन्होंने आगे कहा कि आमतौर पर गार्डन एक महीने के लिए खुलता है, लेकिन इस बार इसके समय को बढ़ाया गया है।
नविका गुप्ता के मुताबिक सरकार ने समाज के विशेष समूहों जैसे- विकलांगों, किसानों आदि के देखने के लिए व्यवस्था की है। इस बार पौधों के आगे विशेष क्यूआर कोड लगाया जा रहा है, ताकि लोग उसके बारे में जान सकें। साथ ही 20 प्रोफेशनल गाइड भी तैनात किए जाएंगे, जो लोगों को इन फूलों के बारे में जानकारी देंगे।
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