पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग जिले के एक व्यक्ति का चिकित्सकों ने सर्जरी कर सांस की नली से एक जोंक निकाल कर जान बचाई। करीब 15 दिनों तक व्यक्ति के सांस की नली में जोंक फंसा रहा। प्राप्त जानकारी के मुताबिक़ दार्जिलिंग जिले के मिरिक महकमा के निवासी साजिन राई ( उम्र 49 वर्ष) ने 15 दिन पहले झरने का पानी पिया था। बुधवार को साजिन राई का शारीरिक स्थिति खराब होने पर उसे उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज व अस्पताल (एनबीएमसीएच) में भर्ती कराया गया। जांच के बाद चिकित्सकों को पता चला कि उसके सांस की नली में एक जिंदा जोंक फंसा हुआ है।
जिसके बाद उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज व अस्पताल के ईएनटी विभाग के चिकित्सकों ने सर्जरी कर जोंक को निकाला। ईएनटी विभाग के चिकित्सक राधेश्याम महतो ने गुरुवार को उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में प्रेसवार्त्ता कर उक्त बातों की जानकारी दी। चिकित्सक राधेश्याम महतो ने कहा कि मिरिक निवासी साजिन राई बुधवार को मेडिकल कॉलेज में भर्ती हुए थे। जांच के बाद पता चला कि उसके सांस की नली में एक जोंक फंसा हुआ है।
मरीज ने चिकित्सीय टीम को बताया था कि वह करीब 15 दिन पूर्व झरने का पानी पिया था। शायद उस समय ही जोंक सांस की नली में फंस गया होगा। जोंक सांस की नली में 15 दिनों तक जीवित कैसे रहा यह आश्चर्यजनक है। उन्होंने कहा कि सर्जरी कर जोंक को सांस की नली से निकाल लिया गया है। मरीज साजिन राई अब पूरी तरह स्वस्थ है।
सारस न्यूज टीम, सिलिगुड़ी।
पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग जिले के एक व्यक्ति का चिकित्सकों ने सर्जरी कर सांस की नली से एक जोंक निकाल कर जान बचाई। करीब 15 दिनों तक व्यक्ति के सांस की नली में जोंक फंसा रहा। प्राप्त जानकारी के मुताबिक़ दार्जिलिंग जिले के मिरिक महकमा के निवासी साजिन राई ( उम्र 49 वर्ष) ने 15 दिन पहले झरने का पानी पिया था। बुधवार को साजिन राई का शारीरिक स्थिति खराब होने पर उसे उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज व अस्पताल (एनबीएमसीएच) में भर्ती कराया गया। जांच के बाद चिकित्सकों को पता चला कि उसके सांस की नली में एक जिंदा जोंक फंसा हुआ है।
जिसके बाद उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज व अस्पताल के ईएनटी विभाग के चिकित्सकों ने सर्जरी कर जोंक को निकाला। ईएनटी विभाग के चिकित्सक राधेश्याम महतो ने गुरुवार को उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में प्रेसवार्त्ता कर उक्त बातों की जानकारी दी। चिकित्सक राधेश्याम महतो ने कहा कि मिरिक निवासी साजिन राई बुधवार को मेडिकल कॉलेज में भर्ती हुए थे। जांच के बाद पता चला कि उसके सांस की नली में एक जोंक फंसा हुआ है।
मरीज ने चिकित्सीय टीम को बताया था कि वह करीब 15 दिन पूर्व झरने का पानी पिया था। शायद उस समय ही जोंक सांस की नली में फंस गया होगा। जोंक सांस की नली में 15 दिनों तक जीवित कैसे रहा यह आश्चर्यजनक है। उन्होंने कहा कि सर्जरी कर जोंक को सांस की नली से निकाल लिया गया है। मरीज साजिन राई अब पूरी तरह स्वस्थ है।
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