एसएसबी के जवानों ने तस्करी कर ला रहे हिरण के सींग के साथ चक्करमारी में दो तस्करों को गिरफ्तार किया है। गुप्त सूचना के आधार पर यह कार्रवाही एसएसबी 41वीं बटालियन रानीडांगा अंतर्गत भातगाँव समवाय के जवानों ने सोमवार की शाम को अंजाम दिया। एसएसबी सूत्रों के अनुसार मुखबिर से सूचना मिली थी कि हिरण के सींग की तस्करी की जा रही है। सूचना मिलने के बाद गलगलिया थाना क्षेत्र से सटे बंगाल के चक्करमारी के पास जवानों को भेज नाका ड्यूटी लगाई गई, जहां जवानों ने आ रहे दो व्यक्ति को रोककर जांच की तो उनके पास से हिरण की एक सींग बरामद हुआ। वहीं पूछ-ताछ में दोनों ने अपना नाम मोहम्मद राशिद एवं अनिल कुमार प्रामाणिक बताया। बताया कि इसे किमती दवा बनाने के उपयोग में लाया जाता है। तस्करों के पास से जब्त की गई हिरण के सींग की कीमत अंतर्राष्ट्रीय बाजार में करीब 20 लाख रुपये आंकी जा रही है। आवश्यक करवाई के बाद एसएसबी द्वारा पकड़े गए दोनों तस्करों को हिरण के सींग के साथ घोषपुकुर वन विभाग को अग्रिम कार्यवाही हेतु सौंप दिया गया।
विजय गुप्ता, सारस न्यूज, किशनगंज।
एसएसबी के जवानों ने तस्करी कर ला रहे हिरण के सींग के साथ चक्करमारी में दो तस्करों को गिरफ्तार किया है। गुप्त सूचना के आधार पर यह कार्रवाही एसएसबी 41वीं बटालियन रानीडांगा अंतर्गत भातगाँव समवाय के जवानों ने सोमवार की शाम को अंजाम दिया। एसएसबी सूत्रों के अनुसार मुखबिर से सूचना मिली थी कि हिरण के सींग की तस्करी की जा रही है। सूचना मिलने के बाद गलगलिया थाना क्षेत्र से सटे बंगाल के चक्करमारी के पास जवानों को भेज नाका ड्यूटी लगाई गई, जहां जवानों ने आ रहे दो व्यक्ति को रोककर जांच की तो उनके पास से हिरण की एक सींग बरामद हुआ। वहीं पूछ-ताछ में दोनों ने अपना नाम मोहम्मद राशिद एवं अनिल कुमार प्रामाणिक बताया। बताया कि इसे किमती दवा बनाने के उपयोग में लाया जाता है। तस्करों के पास से जब्त की गई हिरण के सींग की कीमत अंतर्राष्ट्रीय बाजार में करीब 20 लाख रुपये आंकी जा रही है। आवश्यक करवाई के बाद एसएसबी द्वारा पकड़े गए दोनों तस्करों को हिरण के सींग के साथ घोषपुकुर वन विभाग को अग्रिम कार्यवाही हेतु सौंप दिया गया।
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