सारस न्यूज़, वेब डेस्क।
कोलकाता में सोमवार रात से जारी भारी बारिश ने मंगलवार सुबह शहर की रफ्तार थाम दी। जलजमाव के कारण अलग-अलग इलाकों में पांच लोगों की मौत हो गई है। हादसे मुख्य रूप से बेनियापुकुर, खिद्दरपुर, नेताजी नगर, कालीकापुर और एकबालपुर क्षेत्रों में हुए। इनमें से कई की मौत बिजली के तारों के संपर्क में आने से हुई, जिससे बरसात के बीच जानलेवा हालात बन गए।
मौसम विभाग (IMD) ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव क्षेत्र के कारण दक्षिण बंगाल में भारी बारिश हो रही है और अगले 24 घंटे में इसका असर और बढ़ सकता है। पूर्व और दक्षिणी कोलकाता ने सबसे ज्यादा बारिश दर्ज की। कोलकाता नगर निगम (KMC) के आंकड़ों के अनुसार, गरिया कमडहारी में 332 मिमी, जोधपुर पार्क में 285 मिमी, कालीघाट में 280 मिमी, टॉपसिया में 275 मिमी और बालीगंज में 264 मिमी बारिश हुई। उत्तरी कोलकाता के थंटानिया क्षेत्र में भी करीब 195 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई।
भारी बारिश से शहर के कई हिस्सों में घरों और रिहायशी परिसरों में पानी घुस गया। सड़कें नदी जैसी दिखने लगीं, जिससे यातायात पूरी तरह ठप हो गया। स्कूलों ने भी बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए छुट्टी घोषित कर दी।
हवाई यात्रियों के लिए स्थिति और मुश्किल हो गई है। एयर इंडिया और इंडिगो ने एडवाइजरी जारी करते हुए कहा कि उड़ानों में देरी या कैंसिलेशन की संभावना है और यात्रियों को सफर पर निकलने से पहले अपनी फ्लाइट स्टेटस जरूर चेक करना चाहिए। एयर इंडिया ने कहा, “लगातार बारिश उड़ानों को प्रभावित कर सकती है, कृपया अपनी यात्रा के लिए अतिरिक्त समय निकालें।” वहीं, इंडिगो ने कहा, “यात्री ट्रैफिक और जलजमाव को देखते हुए समय से पहले एयरपोर्ट पहुंचें।”
मेट्रो रेल सेवाओं पर भी असर पड़ा है। ब्लू लाइन (दक्षिणेश्वर–शहीद खुदीराम) के बीच महायायक उत्तम कुमार और रवींद्र सरोवर स्टेशनों के बीच जलजमाव की वजह से सेवाएं रोकनी पड़ीं। फिलहाल दक्षिणेश्वर से मैदान तक सीमित सेवाएं चलाई जा रही हैं।
नगर निगम और प्रशासन जलजमाव वाले क्षेत्रों में राहत कार्य में जुटा है। मेयर फिरहाद हकीम ने कहा, “मैंने अपने जीवन में कोलकाता में इतनी बारिश और जलजमाव नहीं देखा। निगम प्रभावित लोगों के लिए भोजन और आश्रय की व्यवस्था कर रहा है। अगर आगे बारिश नहीं होती है तो स्थिति देर शाम तक सामान्य हो सकती है।”
भारी बरसात ने दुर्गा पूजा से पहले शहरवासियों की चिंता बढ़ा दी है। पंडालों में महीनों से चल रहा काम अब पानी से प्रभावित होने का खतरा झेल रहा है। इस बीच मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि 25 सितंबर के आसपास एक और निम्न दबाव क्षेत्र बनने की संभावना है, जिससे आने वाले दिनों में फिर से बारिश हो सकती है।
