भारत-नेपाल सीमा पर सुरक्षा में तैनात सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) की 41वीं वाहिनी की सी कंपनी, पानीटंकी के जवानों ने बुधवार देर शाम एक बांग्लादेशी नागरिक को हिरासत में लिया। पकड़े गए व्यक्ति की पहचान लंकेशर चंद्र राय के रूप में हुई है, जो बांग्लादेश के लालमोनिरहाट जिले का निवासी है।
एसएसबी अधिकारियों के अनुसार, लंकेशर चंद्र राय को सीमा पीलर संख्या 89/4 के पास संदिग्ध अवस्था में घूमते हुए पकड़ा गया। तलाशी के दौरान उसके पास से बांग्लादेशी पासपोर्ट और राष्ट्रीय पहचान पत्र बरामद किया गया। पूछताछ में उसने बताया कि वह लगभग एक साल पहले चंगराबांधा सीमा चौकी से वैध वीज़ा पर भारत में प्रवेश किया था। भारत आने के बाद वह सिलीगुड़ी होते हुए पानीटंकी पहुंचा और तभी से वह यहीं रह रहा था।
लंकेशर ने स्वीकार किया कि भारत में उसका कोई वैध रोजगार नहीं है और वह छोटे-मोटे काम करके जीवन यापन कर रहा था। उसने यह भी बताया कि उसका बांग्लादेश लौटने का कोई इरादा नहीं है, बल्कि वह भारत में ही स्थायी रूप से बसने की योजना बना रहा था।
इस बीच, 20 अगस्त 2025 को एसएसबी को सूचना मिली कि एक बांग्लादेशी नागरिक गौरसिंह इलाके में संदिग्ध गतिविधियों में लिप्त है। सूचना के आधार पर एक विशेष अभियान दल गठित किया गया, जिसने क्षेत्र में पहुंचकर संदिग्ध व्यक्ति को रोका और पूछताछ की। उसने वही बांग्लादेशी पहचान पत्र और पासपोर्ट दिखाया, लेकिन उसका वीज़ा पहले ही समाप्त हो चुका था।
एसएसबी ने सारी कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद उसे खोरीबाड़ी थाना पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस ने गुरुवार को आरोपी को सिलीगुड़ी अदालत में पेश किया।
सारस न्यूज, सिलीगुड़ी।
भारत-नेपाल सीमा पर सुरक्षा में तैनात सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) की 41वीं वाहिनी की सी कंपनी, पानीटंकी के जवानों ने बुधवार देर शाम एक बांग्लादेशी नागरिक को हिरासत में लिया। पकड़े गए व्यक्ति की पहचान लंकेशर चंद्र राय के रूप में हुई है, जो बांग्लादेश के लालमोनिरहाट जिले का निवासी है।
एसएसबी अधिकारियों के अनुसार, लंकेशर चंद्र राय को सीमा पीलर संख्या 89/4 के पास संदिग्ध अवस्था में घूमते हुए पकड़ा गया। तलाशी के दौरान उसके पास से बांग्लादेशी पासपोर्ट और राष्ट्रीय पहचान पत्र बरामद किया गया। पूछताछ में उसने बताया कि वह लगभग एक साल पहले चंगराबांधा सीमा चौकी से वैध वीज़ा पर भारत में प्रवेश किया था। भारत आने के बाद वह सिलीगुड़ी होते हुए पानीटंकी पहुंचा और तभी से वह यहीं रह रहा था।
लंकेशर ने स्वीकार किया कि भारत में उसका कोई वैध रोजगार नहीं है और वह छोटे-मोटे काम करके जीवन यापन कर रहा था। उसने यह भी बताया कि उसका बांग्लादेश लौटने का कोई इरादा नहीं है, बल्कि वह भारत में ही स्थायी रूप से बसने की योजना बना रहा था।
इस बीच, 20 अगस्त 2025 को एसएसबी को सूचना मिली कि एक बांग्लादेशी नागरिक गौरसिंह इलाके में संदिग्ध गतिविधियों में लिप्त है। सूचना के आधार पर एक विशेष अभियान दल गठित किया गया, जिसने क्षेत्र में पहुंचकर संदिग्ध व्यक्ति को रोका और पूछताछ की। उसने वही बांग्लादेशी पहचान पत्र और पासपोर्ट दिखाया, लेकिन उसका वीज़ा पहले ही समाप्त हो चुका था।
एसएसबी ने सारी कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद उसे खोरीबाड़ी थाना पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस ने गुरुवार को आरोपी को सिलीगुड़ी अदालत में पेश किया।
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