विश्व मानव तस्करी विरोधी दिवस के अवसर पर बुधवार को श्यामधन जोत हाई स्कूल, खोरीबाड़ी में एक विशेष जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम दार्जिलिंग कोसी लोक मंच की पहल पर तथा एसएसबी, बीएसएफ और खोरीबाड़ी थाना के संयुक्त सहयोग से संपन्न हुआ।
इस शिविर का मुख्य उद्देश्य कक्षा 9 से 12वीं तक के छात्रों को मानव तस्करी के बढ़ते खतरे के प्रति सजग और सतर्क बनाना था। कार्यक्रम में वक्ताओं ने सीमावर्ती क्षेत्रों में मानव तस्करी की गंभीरता पर प्रकाश डाला।
दार्जिलिंग कोसी लोक मंच की जिला समन्वयक रोशनी राय ने कहा कि सीमावर्ती क्षेत्रों में मानव तस्करी की घटनाएं तेज़ी से बढ़ रही हैं, और ऐसे में युवाओं को सतर्क करना समय की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि अक्सर तस्कर लालच, धोखे या झूठी जानकारी के ज़रिये बच्चों और किशोरों को अपना निशाना बनाते हैं।
विद्यालय के प्रधानाचार्य निरंजन दास ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि मानव तस्करी कई बार हमारी जानकारी के बिना ही हो जाती है। यह लालच या गुमराह करने वाले वादों के ज़रिये हो सकती है। उन्होंने कहा कि बच्चों को किसी भी अनजान व्यक्ति के संपर्क में आने पर तुरंत अपने माता-पिता या शिक्षकों को सूचित करना चाहिए।
कार्यक्रम के दौरान बीएसएफ की एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट (AHTU) से एसआई विनीता सिंह, पल्लब कुमार, खोरीबाड़ी थाना से एसआई अनिरुल हक सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। उन्होंने मानव तस्करी के विभिन्न रूपों, उसके प्रभाव, और बचाव के उपायों पर छात्रों को विस्तृत जानकारी दी।
अंत में यह भी बताया गया कि आने वाले चरणों में कक्षा 5 से 8वीं तक के छात्रों के लिए भी इसी विषय पर विशेष जागरूकता सत्र आयोजित किए जाएंगे। कार्यक्रम का केंद्रीय संदेश था – “सचेत रहें, सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी जिम्मेदार लोगों तक तुरंत पहुँचाएं।”
सारस न्यूज़, सिलीगुड़ी।
विश्व मानव तस्करी विरोधी दिवस के अवसर पर बुधवार को श्यामधन जोत हाई स्कूल, खोरीबाड़ी में एक विशेष जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम दार्जिलिंग कोसी लोक मंच की पहल पर तथा एसएसबी, बीएसएफ और खोरीबाड़ी थाना के संयुक्त सहयोग से संपन्न हुआ।
इस शिविर का मुख्य उद्देश्य कक्षा 9 से 12वीं तक के छात्रों को मानव तस्करी के बढ़ते खतरे के प्रति सजग और सतर्क बनाना था। कार्यक्रम में वक्ताओं ने सीमावर्ती क्षेत्रों में मानव तस्करी की गंभीरता पर प्रकाश डाला।
दार्जिलिंग कोसी लोक मंच की जिला समन्वयक रोशनी राय ने कहा कि सीमावर्ती क्षेत्रों में मानव तस्करी की घटनाएं तेज़ी से बढ़ रही हैं, और ऐसे में युवाओं को सतर्क करना समय की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि अक्सर तस्कर लालच, धोखे या झूठी जानकारी के ज़रिये बच्चों और किशोरों को अपना निशाना बनाते हैं।
विद्यालय के प्रधानाचार्य निरंजन दास ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि मानव तस्करी कई बार हमारी जानकारी के बिना ही हो जाती है। यह लालच या गुमराह करने वाले वादों के ज़रिये हो सकती है। उन्होंने कहा कि बच्चों को किसी भी अनजान व्यक्ति के संपर्क में आने पर तुरंत अपने माता-पिता या शिक्षकों को सूचित करना चाहिए।
कार्यक्रम के दौरान बीएसएफ की एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट (AHTU) से एसआई विनीता सिंह, पल्लब कुमार, खोरीबाड़ी थाना से एसआई अनिरुल हक सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। उन्होंने मानव तस्करी के विभिन्न रूपों, उसके प्रभाव, और बचाव के उपायों पर छात्रों को विस्तृत जानकारी दी।
अंत में यह भी बताया गया कि आने वाले चरणों में कक्षा 5 से 8वीं तक के छात्रों के लिए भी इसी विषय पर विशेष जागरूकता सत्र आयोजित किए जाएंगे। कार्यक्रम का केंद्रीय संदेश था – “सचेत रहें, सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी जिम्मेदार लोगों तक तुरंत पहुँचाएं।”
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