चंदन मंडल, नक्सलबाड़ी: “ए मेरी ज़मीं, अफसोस नहीं जो तेरे लिए सौ दर्द सहे… महफ़ूज रहे तेरी आन सदा, चाहे जान मेरी ये रहे ना रहे…” इसी जज़्बे को कायम रखते हुए बीएसएफ जवान दीपक कुमार (41) बुधवार की रात गरज और बिजली के बीच सीमा की सुरक्षा के लिए गश्त कर रहे थे। उसी दौरान आकाशीय बिजली गिरने से उनकी मौत हो गई।
यह घटना भारत-बांग्लादेश सीमा क्षेत्र के फांसीदेवा थाना अंतर्गत बंदरगछ इलाके की है। मृतक बीएसएफ जवान की पहचान दीपक कुमार के रूप में हुई है, जो पड़ोसी राज्य बिहार के जमुई जिले के धम्मा गांव के निवासी थे। उनका जन्म 1983 में हुआ था और वे 2006 बैच के जवान थे।
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, बीएसएफ जवान दीपक कुमार बंदरगछ इलाके के 23 नंबर गेट पर गश्त कर रहे थे। इसी दौरान रात में तेज गरज और बिजली के साथ बारिश शुरू हो गई। उसी समय आकाशीय बिजली गिरने से दीपक कुमार की मौके पर ही मौत हो गई।
बीएसएफ सूत्रों के अनुसार, बिजली गिरने से जवान वहीं ज़मीन पर गिर पड़े। सूचना मिलने पर अन्य बीएसएफ जवान मौके पर पहुंचे और उन्हें फांसीदेवा ग्रामीण अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। शव को पोस्टमार्टम के लिए उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज व अस्पताल भेज दिया गया है।
दीपक कुमार अपने पीछे पत्नी, 19 वर्षीय पुत्री, 15 वर्षीय पुत्र और वृद्ध पिता को छोड़ गए हैं। फांसीदेवा थाना की पुलिस घटना की जांच में जुट गई है।
क्या कहते हैं डीआईजी?
इस संबंध में बीएसएफ उत्तर बंगाल फ्रंटियर के डीआईजी संजय पंत ने शोक व्यक्त करते हुए बताया कि बीएसएफ जवान दीपक कुमार 23 नंबर गेट पर गश्त कर रहे थे, उसी दौरान आकाशीय बिजली गिरने से उनकी मौत हो गई। पोस्टमार्टम के बाद उनका पार्थिव शरीर विशेष वाहन से बिहार भेजा जाएगा।
सारस न्यूज़, सिलीगुड़ी।
चंदन मंडल, नक्सलबाड़ी: “ए मेरी ज़मीं, अफसोस नहीं जो तेरे लिए सौ दर्द सहे… महफ़ूज रहे तेरी आन सदा, चाहे जान मेरी ये रहे ना रहे…” इसी जज़्बे को कायम रखते हुए बीएसएफ जवान दीपक कुमार (41) बुधवार की रात गरज और बिजली के बीच सीमा की सुरक्षा के लिए गश्त कर रहे थे। उसी दौरान आकाशीय बिजली गिरने से उनकी मौत हो गई।
यह घटना भारत-बांग्लादेश सीमा क्षेत्र के फांसीदेवा थाना अंतर्गत बंदरगछ इलाके की है। मृतक बीएसएफ जवान की पहचान दीपक कुमार के रूप में हुई है, जो पड़ोसी राज्य बिहार के जमुई जिले के धम्मा गांव के निवासी थे। उनका जन्म 1983 में हुआ था और वे 2006 बैच के जवान थे।
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, बीएसएफ जवान दीपक कुमार बंदरगछ इलाके के 23 नंबर गेट पर गश्त कर रहे थे। इसी दौरान रात में तेज गरज और बिजली के साथ बारिश शुरू हो गई। उसी समय आकाशीय बिजली गिरने से दीपक कुमार की मौके पर ही मौत हो गई।
बीएसएफ सूत्रों के अनुसार, बिजली गिरने से जवान वहीं ज़मीन पर गिर पड़े। सूचना मिलने पर अन्य बीएसएफ जवान मौके पर पहुंचे और उन्हें फांसीदेवा ग्रामीण अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। शव को पोस्टमार्टम के लिए उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज व अस्पताल भेज दिया गया है।
दीपक कुमार अपने पीछे पत्नी, 19 वर्षीय पुत्री, 15 वर्षीय पुत्र और वृद्ध पिता को छोड़ गए हैं। फांसीदेवा थाना की पुलिस घटना की जांच में जुट गई है।
क्या कहते हैं डीआईजी?
इस संबंध में बीएसएफ उत्तर बंगाल फ्रंटियर के डीआईजी संजय पंत ने शोक व्यक्त करते हुए बताया कि बीएसएफ जवान दीपक कुमार 23 नंबर गेट पर गश्त कर रहे थे, उसी दौरान आकाशीय बिजली गिरने से उनकी मौत हो गई। पोस्टमार्टम के बाद उनका पार्थिव शरीर विशेष वाहन से बिहार भेजा जाएगा।
Leave a Reply