सिलीगुड़ी: दार्जिलिंग जिला पुलिस के अधीन नक्सलबाड़ी थाना की पुलिस ने उत्तर बंगाल के सबसे बड़े सुपारी माफिया धीरज घोष को नक्सलबाड़ी से गिरफ्तार किया है। आरोपित रूपसिंह जोत (उत्तर बागडोगरा) का निवासी है।
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, 6 अक्टूबर 2024 को दार्जिलिंग जिला पुलिस के अधीन फांसीदेवा थाना की पुलिस ने चार ट्रक और नक्सलबाड़ी थाना की पुलिस ने एक ट्रक सुपारी जब्त किया था। ये ट्रक फर्जी दस्तावेजों के सहारे ट्रांसपोर्ट किए जा रहे थे। सभी सुपारी दिल्ली तस्करी के लिए ले जाई जा रही थी। इस मामले में पुलिस ने पांच ट्रक चालकों को हिरासत में लिया था।
फांसीदेवा थाना की पुलिस ने असम से दिल्ली के बीच तस्करी के दौरान सुपारी को जब्त किया था, जबकि नक्सलबाड़ी थाना की पुलिस ने फालाकाटा से दिल्ली ले जाई जा रही सुपारी को पकड़ा था। इसके बाद हुई पुलिसिया जांच में उत्तर बंगाल के सबसे बड़े सुपारी माफिया धीरज घोष का नाम सामने आया।
जांच के दौरान धीरज घोष ने पुलिस को कोई जानकारी नहीं दी और ना ही सहयोग किया। इसके बाद नक्सलबाड़ी थाना की पुलिस ने फर्जी दस्तावेज बनाकर सुपारी चोरी करने के आरोप में शनिवार को उसे नक्सलबाड़ी से गिरफ्तार कर लिया। रविवार को आरोपित को सिलीगुड़ी अदालत में पेश किया जाएगा।
क्या कहते हैं एसपी
इस संबंध में दार्जिलिंग जिला पुलिस अधीक्षक प्रवीण प्रकाश ने बताया कि बीते साल अक्टूबर महीने में पुलिस ने 5 ट्रकों में तस्करी की जा रही सुपारी जब्त की थी। जांच के दौरान धीरज घोष का नाम सामने आया था, लेकिन उसने पुलिस को कोई सहयोग नहीं किया। इसी कारण आज फर्जी दस्तावेज तैयार कर सुपारी चोरी के आरोप में उसे गिरफ्तार किया गया है।
सारस न्यूज़, सिलीगुड़ी।
सिलीगुड़ी: दार्जिलिंग जिला पुलिस के अधीन नक्सलबाड़ी थाना की पुलिस ने उत्तर बंगाल के सबसे बड़े सुपारी माफिया धीरज घोष को नक्सलबाड़ी से गिरफ्तार किया है। आरोपित रूपसिंह जोत (उत्तर बागडोगरा) का निवासी है।
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, 6 अक्टूबर 2024 को दार्जिलिंग जिला पुलिस के अधीन फांसीदेवा थाना की पुलिस ने चार ट्रक और नक्सलबाड़ी थाना की पुलिस ने एक ट्रक सुपारी जब्त किया था। ये ट्रक फर्जी दस्तावेजों के सहारे ट्रांसपोर्ट किए जा रहे थे। सभी सुपारी दिल्ली तस्करी के लिए ले जाई जा रही थी। इस मामले में पुलिस ने पांच ट्रक चालकों को हिरासत में लिया था।
फांसीदेवा थाना की पुलिस ने असम से दिल्ली के बीच तस्करी के दौरान सुपारी को जब्त किया था, जबकि नक्सलबाड़ी थाना की पुलिस ने फालाकाटा से दिल्ली ले जाई जा रही सुपारी को पकड़ा था। इसके बाद हुई पुलिसिया जांच में उत्तर बंगाल के सबसे बड़े सुपारी माफिया धीरज घोष का नाम सामने आया।
जांच के दौरान धीरज घोष ने पुलिस को कोई जानकारी नहीं दी और ना ही सहयोग किया। इसके बाद नक्सलबाड़ी थाना की पुलिस ने फर्जी दस्तावेज बनाकर सुपारी चोरी करने के आरोप में शनिवार को उसे नक्सलबाड़ी से गिरफ्तार कर लिया। रविवार को आरोपित को सिलीगुड़ी अदालत में पेश किया जाएगा।
क्या कहते हैं एसपी
इस संबंध में दार्जिलिंग जिला पुलिस अधीक्षक प्रवीण प्रकाश ने बताया कि बीते साल अक्टूबर महीने में पुलिस ने 5 ट्रकों में तस्करी की जा रही सुपारी जब्त की थी। जांच के दौरान धीरज घोष का नाम सामने आया था, लेकिन उसने पुलिस को कोई सहयोग नहीं किया। इसी कारण आज फर्जी दस्तावेज तैयार कर सुपारी चोरी के आरोप में उसे गिरफ्तार किया गया है।
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