नक्सलबाड़ी थाना क्षेत्र के हाथीघिसा के मौरीजोत इलाके में हाथी के हमले से दो भाइयों की दर्दनाक मौत हो गई। यह घटना बुधवार देर रात की है, जब दोनों भाई काम खत्म कर घर लौट रहे थे।
घटना का विवरण
बुधवार की रात सिक्योरिटी गार्ड के रूप में काम करने वाले संजय उरांव और अजय उरांव बाइक से घर जा रहे थे।
केष्टोपुर के पास अचानक एक हाथी ने दोनों पर हमला कर दिया।
हमले में संजय उरांव की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि अजय उरांव गंभीर रूप से घायल हो गए।
घायल को तुरंत उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज और अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उनकी भी मौत हो गई।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
सभाधिपति का आश्वासन:
सिलीगुड़ी महकमा परिषद के सभाधिपति अरुण घोष ने घटना की जानकारी मिलने के बाद मृतकों के परिजनों से मुलाकात की।
उन्होंने परिवार को हरसंभव सहायता देने और उनके साथ खड़े रहने का भरोसा दिलाया।
वन विभाग का बयान:
कर्सियांग रेंज के डीएफओ देबेश पांडे ने कहा कि वन विभाग के नियमों के तहत पीड़ित परिवार को वित्तीय सहायता देने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
क्षेत्र में चिंता
इस घटना ने इंसानों और जंगली जानवरों के बढ़ते टकराव को फिर से उजागर किया है। स्थानीय निवासियों ने ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए प्रभावी उपायों की मांग की है।
सारस न्यूज़, सिलीगुड़ी।
नक्सलबाड़ी थाना क्षेत्र के हाथीघिसा के मौरीजोत इलाके में हाथी के हमले से दो भाइयों की दर्दनाक मौत हो गई। यह घटना बुधवार देर रात की है, जब दोनों भाई काम खत्म कर घर लौट रहे थे।
घटना का विवरण
बुधवार की रात सिक्योरिटी गार्ड के रूप में काम करने वाले संजय उरांव और अजय उरांव बाइक से घर जा रहे थे।
केष्टोपुर के पास अचानक एक हाथी ने दोनों पर हमला कर दिया।
हमले में संजय उरांव की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि अजय उरांव गंभीर रूप से घायल हो गए।
घायल को तुरंत उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज और अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उनकी भी मौत हो गई।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
सभाधिपति का आश्वासन:
सिलीगुड़ी महकमा परिषद के सभाधिपति अरुण घोष ने घटना की जानकारी मिलने के बाद मृतकों के परिजनों से मुलाकात की।
उन्होंने परिवार को हरसंभव सहायता देने और उनके साथ खड़े रहने का भरोसा दिलाया।
वन विभाग का बयान:
कर्सियांग रेंज के डीएफओ देबेश पांडे ने कहा कि वन विभाग के नियमों के तहत पीड़ित परिवार को वित्तीय सहायता देने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
क्षेत्र में चिंता
इस घटना ने इंसानों और जंगली जानवरों के बढ़ते टकराव को फिर से उजागर किया है। स्थानीय निवासियों ने ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए प्रभावी उपायों की मांग की है।
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