अब राज्य में शराब के खिलाफ अभियान में ड्रोन कैमरों की मदद से छापेमारी शुरू हो गई है। पिछले दो-तीन दिनों में मद्य निषेध एवं उत्पाद विभाग ने पटना के मनेर, बिहटा और बख्तियारपुर में छापेमारी कर देसी शराब भट्ठियों को ध्वस्त कर नौ हजार लीटर से अधिक शराब जब्त की है। उत्पाद आयुक्त बी कार्तिकेय धनजी ने बताया कि देसी शराब की सबसे अधिक भट्ठियां गंगा दियारा और सुदूर इलाकों में ही चलाए जाने का इनपुट मिलता है। इन देसी भट्ठियों में रात के समय शराब बनती हैं। इनपुट के आधार पर उत्पाद विभाग की टीम रात के समय संबंधित इलाकों की ड्रोन कैमरे से रेकी करती हैं। इसके अलावा नदी गश्ती के लिए भी ड्रोन कैमरों की मदद ली जा रही है।
रात के समय ड्रोन कैमरा जब दियारा, खेत और सुदूर इलाकों के ऊपर से गुजरता है, तो उसमें लगा थर्मल स्कैनर आग की गर्मी और धुएं का सिग्नल पाते ही नजदीक जाकर उस जगह की तस्वीर लेता है। ड्रोन कैमरे में उस जगह की तस्वीर अक्षांश-देशांतर के साथ कैद हो जाती है। इसके बाद दिन में उत्पाद और पुलिस विभाग की टीम वापस उसी ड्रोन की मदद से वहां पहुंचकर छापेमारी करती है। पहले ड्रोन की सुविधा न होने पर जगह का सही-सही आकलन नहीं हो पाता था। इसके अलावा सुबूत भी आने से पहले नष्ट कर दिए जाते थे। उत्पाद आयुक्त ने बताया कि फिलहाल ड्रोन कैमरे के लिए तीन एजेंसियों की सेवा ली जा रही है। पिछले दो दिनों में मनेर के शेरपुर दियारा और बिहटा के दौलतपुर इलाके में मुख्य सड़क से ढाई किलोमीटर अंदर शराब भट्ठी ध्वस्त की गई है। इसके अलावा बाढ़-बख्तियारपुर में भी रेकी कर शराब जब्त की गई है। पहले चरण में पटना, हाजीपुर और छपरा के इलाकों में ड्रोन कैमरे की मदद से रेकी कर छापेमारी की जा रही है। जल्द ही और और ड्रोन कैमरों की सेवा ली जाएगी जिसके बाद दूसरे जिलों में भी इस तरह का आपरेशन शुरू होगा।
संसू, सारस न्यूज़, किशनगंज।
अब राज्य में शराब के खिलाफ अभियान में ड्रोन कैमरों की मदद से छापेमारी शुरू हो गई है। पिछले दो-तीन दिनों में मद्य निषेध एवं उत्पाद विभाग ने पटना के मनेर, बिहटा और बख्तियारपुर में छापेमारी कर देसी शराब भट्ठियों को ध्वस्त कर नौ हजार लीटर से अधिक शराब जब्त की है। उत्पाद आयुक्त बी कार्तिकेय धनजी ने बताया कि देसी शराब की सबसे अधिक भट्ठियां गंगा दियारा और सुदूर इलाकों में ही चलाए जाने का इनपुट मिलता है। इन देसी भट्ठियों में रात के समय शराब बनती हैं। इनपुट के आधार पर उत्पाद विभाग की टीम रात के समय संबंधित इलाकों की ड्रोन कैमरे से रेकी करती हैं। इसके अलावा नदी गश्ती के लिए भी ड्रोन कैमरों की मदद ली जा रही है।
रात के समय ड्रोन कैमरा जब दियारा, खेत और सुदूर इलाकों के ऊपर से गुजरता है, तो उसमें लगा थर्मल स्कैनर आग की गर्मी और धुएं का सिग्नल पाते ही नजदीक जाकर उस जगह की तस्वीर लेता है। ड्रोन कैमरे में उस जगह की तस्वीर अक्षांश-देशांतर के साथ कैद हो जाती है। इसके बाद दिन में उत्पाद और पुलिस विभाग की टीम वापस उसी ड्रोन की मदद से वहां पहुंचकर छापेमारी करती है। पहले ड्रोन की सुविधा न होने पर जगह का सही-सही आकलन नहीं हो पाता था। इसके अलावा सुबूत भी आने से पहले नष्ट कर दिए जाते थे। उत्पाद आयुक्त ने बताया कि फिलहाल ड्रोन कैमरे के लिए तीन एजेंसियों की सेवा ली जा रही है। पिछले दो दिनों में मनेर के शेरपुर दियारा और बिहटा के दौलतपुर इलाके में मुख्य सड़क से ढाई किलोमीटर अंदर शराब भट्ठी ध्वस्त की गई है। इसके अलावा बाढ़-बख्तियारपुर में भी रेकी कर शराब जब्त की गई है। पहले चरण में पटना, हाजीपुर और छपरा के इलाकों में ड्रोन कैमरे की मदद से रेकी कर छापेमारी की जा रही है। जल्द ही और और ड्रोन कैमरों की सेवा ली जाएगी जिसके बाद दूसरे जिलों में भी इस तरह का आपरेशन शुरू होगा।
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