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फंड फॉर एएमयू किशनगंज से ट्वीटर पर दानादन हो रहे ट्वीट।

बीरबल महतो, सारस न्यूज़, किशनगंज।

बिहार के किशनगंज में अलीगढ़ मुस्लिम युनिवर्सिटी (एएमयू) सेंटर फंड की मांग अचानक चर्चा में आ गई है। फंड फॉर एएमयू किशनगंज से ट्वीटर पर लगातार ट्वीट हो रहा है। टॉप ट्रेंडिंग दिखने लगा। अलीगढ़ मुस्लिम युनिवर्सिटी किशनगंज में फंड की कमी है। इसकी मांग की जा रही है। डिजिटल अभियान चलाया जा रहा है।

इसके बाद अब राजनीति भी शुरू हो गई है। एआइएमआइएम के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष सह हैदराबाद सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट किया है। किशनगंज एएमयू सेंटर को सरकार ने फंड देने से रोक दिया। असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट करते हुए एक पुराना पत्र भी शेयर किया। जिसमें उन्‍होंने 2017 में ही सरकार से फंड की मांग की थी।

इसके बाद तो मानो किशनगंज के अलीगढ़ मुस्लिम युनिवर्सिटी के लिए दानादन ट्वीट होने लगे। कांग्रेस नेता शशि थरूर ने भी इस मुद्दे को उठाया। भारतीय पैरा तैराक शम्स आलम ने कहा कि बिहार सरकार को शीघ्र फंड देनी चाहिए। कांग्रेस के सेक्रेटरी बीपी सिंह और टीपू सुल्तान पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने विवि के लिए फंड की मांग की है। सभी ने एएमयू को बिहार के सीमांचल इलाके के विकास व शिक्षा का बड़ा केंद्र बताया है।

किशनगंज के सांसद व कांग्रेस नेता डॉ मो जावेद आजाद और बायसी एआईएमआईएम के विधायक सैयद रुकनुद्दीन अहमद ने ट्वीट कर दुख जताते हुए कहा है कि किशनगंज में एएमयू का होना एक अच्छा फैसला था। यह विवि शुरू से ही फंड के अभाव का सामना करता रहा है। राजद प्रवक्ता चितरंजन गगन ने भी फंड की मांग की है।

बताते चलें कि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय केन्द्रीय विश्वविद्यालय है। उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में स्थित है। यह एक आवासीय शैक्षणिक संस्थान है। 1920 में सर सैयद अहमद खान ने इसकी स्‍थापना की। 1921 में भारतीय संसद में केन्द्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा दिया गया। इसी विवि की एक शाखा बिहार के किशगनंज में भी है। यह विवि फंड की कमी से जूझ रहा है।  

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