ठाकुरगंज: भारत की स्वतंत्रता संग्राम के प्रमुख नायक मोहनदास करमचंद गांधी (महात्मा गांधी) की 74वीं पुण्यतिथि को 19वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल द्वारा शहीद दिवस के रूप में मनाया गया। शहीद दिवस के इस मौके पर 19वीं वाहिनी के जवानों ने बटालियन मुख्यालय ठाकुरगंज में बापू के साथ-साथ सभी अमर शहीदों को नमन कर स्मरण किया। उक्त कार्यक्रम की शुरुआत वाहिनी के कार्यवाहक कमांडेंट रविकांत द्विवेदी (उप कमांडेंट) के द्वारा किया गया। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को याद करते हुए उन्होंने जवानों को बताया कि भारत की स्वतंत्रता, गौरव, कल्याण और प्रगति में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने मुख्य भूमिका निभाई। महात्मा गांधी ने देश के लिए जो किया उसे देश सदियों तक याद रखेगा। उनके आदर्शों, अहिंसा की प्रेरणा, सत्य की ताकत ने अंग्रेजों को भी झुकने को मजबूर कर दिया। उनके इसी योगदान के कारण गांधीजी आज महात्मा गांधी के नाम से जाने जाते हैं। उन्होंने कहा कि शहीद दिवस, जो कि सर्वोदय दिवस के रूप में भी जाना जाता है, यह बापूजी व सभी अमर शहीदों को समर्पित है, जिन्होंने भारत को अंग्रेजों से आजाद कर देश को स्वतंत्र राष्ट्र बनाने के लिए अपना सर्वोच्च न्योछावर कर दिया। 30 जनवरी1948 देश का सबसे दुखद दिन था। महात्मा गांधी ने ब्रिटिश शासन से भारत को मुक्त करने के लिए एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उन्होंने स्वतंत्रता प्राप्त करने के लिए शांतिपूर्ण और अहिंसा का इस्तेमाल किया। बापूजी भारत एवं भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के एक प्रमुख राजनैतिक एवं आध्यात्मिक नेता थे। वे सत्याग्रह के माध्यम से अत्याचार के प्रतिकार के अग्रणी नेता थे। भारत को 1947 में स्वतंत्रता मिली जिसके बाद गांधीजी ने देश में भाईचारे और शांति को बढ़ावा दिया। 30 जनवरी को महात्मा गांधी की मृत्यु के बाद भारत सरकार ने घोषणा की कि वह दिन शहीद दिवस के रूप में जाना जाएगा। वहीं एसएसबी के जवानों ने महात्मा गांधी को सम्मान और श्रद्धांजलि देते हुए अमर शहीदों की स्मृति में दो मिनट का मौन धारण किया। इस दौरान कार्यवाहक कमांडेंट के अलावे डॉ. सुमित कुमार चौरसिया, सहायक कमांडेंट के अलावा वाहिनी के जवानों ने श्रद्धांजलि अर्पित किए।
बीरबल महतो, सारस न्यूज़, किशनगंज।
ठाकुरगंज: भारत की स्वतंत्रता संग्राम के प्रमुख नायक मोहनदास करमचंद गांधी (महात्मा गांधी) की 74वीं पुण्यतिथि को 19वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल द्वारा शहीद दिवस के रूप में मनाया गया। शहीद दिवस के इस मौके पर 19वीं वाहिनी के जवानों ने बटालियन मुख्यालय ठाकुरगंज में बापू के साथ-साथ सभी अमर शहीदों को नमन कर स्मरण किया। उक्त कार्यक्रम की शुरुआत वाहिनी के कार्यवाहक कमांडेंट रविकांत द्विवेदी (उप कमांडेंट) के द्वारा किया गया। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को याद करते हुए उन्होंने जवानों को बताया कि भारत की स्वतंत्रता, गौरव, कल्याण और प्रगति में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने मुख्य भूमिका निभाई। महात्मा गांधी ने देश के लिए जो किया उसे देश सदियों तक याद रखेगा। उनके आदर्शों, अहिंसा की प्रेरणा, सत्य की ताकत ने अंग्रेजों को भी झुकने को मजबूर कर दिया। उनके इसी योगदान के कारण गांधीजी आज महात्मा गांधी के नाम से जाने जाते हैं। उन्होंने कहा कि शहीद दिवस, जो कि सर्वोदय दिवस के रूप में भी जाना जाता है, यह बापूजी व सभी अमर शहीदों को समर्पित है, जिन्होंने भारत को अंग्रेजों से आजाद कर देश को स्वतंत्र राष्ट्र बनाने के लिए अपना सर्वोच्च न्योछावर कर दिया। 30 जनवरी1948 देश का सबसे दुखद दिन था। महात्मा गांधी ने ब्रिटिश शासन से भारत को मुक्त करने के लिए एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उन्होंने स्वतंत्रता प्राप्त करने के लिए शांतिपूर्ण और अहिंसा का इस्तेमाल किया। बापूजी भारत एवं भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के एक प्रमुख राजनैतिक एवं आध्यात्मिक नेता थे। वे सत्याग्रह के माध्यम से अत्याचार के प्रतिकार के अग्रणी नेता थे। भारत को 1947 में स्वतंत्रता मिली जिसके बाद गांधीजी ने देश में भाईचारे और शांति को बढ़ावा दिया। 30 जनवरी को महात्मा गांधी की मृत्यु के बाद भारत सरकार ने घोषणा की कि वह दिन शहीद दिवस के रूप में जाना जाएगा। वहीं एसएसबी के जवानों ने महात्मा गांधी को सम्मान और श्रद्धांजलि देते हुए अमर शहीदों की स्मृति में दो मिनट का मौन धारण किया। इस दौरान कार्यवाहक कमांडेंट के अलावे डॉ. सुमित कुमार चौरसिया, सहायक कमांडेंट के अलावा वाहिनी के जवानों ने श्रद्धांजलि अर्पित किए।
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