बीसीसीआई ने पत्रकार बोरिया मजूमदार पर दो साल का प्रतिबंध लगाया है। पत्रकार द्वारा क्रिकेटर रिद्धिमान साहा को धमकी देने के मामले में बीसीसीआई ने यह कदम उठाया है। बीसीसीआई ने प्रेस रिलीज जारी करते हुए यह जानकारी दी है।
क्रिकेटर को मैसेज करके पत्रकार ने इंटरव्यू करने की मांग की थी। जब क्रिकेटर रिद्धिमान की तरफ से कोई जवाब नहीं आया तो पत्रकार ने उन्हें धमकियां देने लगा। क्रिकेटर को इंटरव्यू देने से मना करने की वजह से धमकाने के मामले में पत्रकार बोरिया मजूमदार को बीसीसीआई ने दो साल के लिए प्रतिबंधित कर दिया है।
After all of my contributions to Indian cricket..this is what I face from a so called “Respected” journalist! This is where the journalism has gone. pic.twitter.com/woVyq1sOZX
बीसीसीआई ने प्रभातेज सिंह भाटिया, राजीव शुक्ला और अरुण सिंह धूमल को मिलाकर तीन सदस्यों की समिति का गठन किया। जांच के बाद बोरिया मजूमदार को दोषी पाया गया, जिसके बाद उनको दो साल के लिए बैन कर दिया गया। जिसका सीधा अर्थ है कि भारत में होने वाले किसी भी घरेलू या अंतरराष्ट्रीय मैच को बोरिया मजूमदार ना तो कवर कर पाएंगे और ना ही वह किसी प्रेस कॉन्फ्रेंस का हिस्सा हो पाएंगे।
बीसीसीआई के आदेशानुसार, अगले दो साल तक वह किसी खिलाड़ी से संपर्क नहीं रख सकते और ना ही बीसीसीआई से जुड़े किसी भी क्रिकेट संघ या क्लब से उनका कोई संबंध रहेगा।
बीसीसीआई ने आईसीसी को भी इस बारे में सूचना दी है और आवश्यक कार्यवाही करने की मांग की है।
सारस न्यूज, वेब डेस्क।
बीसीसीआई ने पत्रकार बोरिया मजूमदार पर दो साल का प्रतिबंध लगाया है। पत्रकार द्वारा क्रिकेटर रिद्धिमान साहा को धमकी देने के मामले में बीसीसीआई ने यह कदम उठाया है। बीसीसीआई ने प्रेस रिलीज जारी करते हुए यह जानकारी दी है।
क्रिकेटर को मैसेज करके पत्रकार ने इंटरव्यू करने की मांग की थी। जब क्रिकेटर रिद्धिमान की तरफ से कोई जवाब नहीं आया तो पत्रकार ने उन्हें धमकियां देने लगा। क्रिकेटर को इंटरव्यू देने से मना करने की वजह से धमकाने के मामले में पत्रकार बोरिया मजूमदार को बीसीसीआई ने दो साल के लिए प्रतिबंधित कर दिया है।
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बीसीसीआई ने प्रभातेज सिंह भाटिया, राजीव शुक्ला और अरुण सिंह धूमल को मिलाकर तीन सदस्यों की समिति का गठन किया। जांच के बाद बोरिया मजूमदार को दोषी पाया गया, जिसके बाद उनको दो साल के लिए बैन कर दिया गया। जिसका सीधा अर्थ है कि भारत में होने वाले किसी भी घरेलू या अंतरराष्ट्रीय मैच को बोरिया मजूमदार ना तो कवर कर पाएंगे और ना ही वह किसी प्रेस कॉन्फ्रेंस का हिस्सा हो पाएंगे।
बीसीसीआई के आदेशानुसार, अगले दो साल तक वह किसी खिलाड़ी से संपर्क नहीं रख सकते और ना ही बीसीसीआई से जुड़े किसी भी क्रिकेट संघ या क्लब से उनका कोई संबंध रहेगा।
बीसीसीआई ने आईसीसी को भी इस बारे में सूचना दी है और आवश्यक कार्यवाही करने की मांग की है।
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