छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा में बोरवेल में गिरे मासूम को निकालने में कैसे सफलता हाथ लगेगी यह सवाल अभी सभी के मन में है। जैसे-जैसे समय बीत रहा है वैसे-वैसे बोरवेल में गिरे राहुल को लेकर उसके परिजनों की चिंता भी बढ़ती जा रही है। इस बीच अब यह खबर आ रही है कि बच्चे को बोरवेल से निकालने में रोबोट सफल नहीं हो पाया है। दरअसल बच्चे को निकालने के लिए गुजरात के सूरत से रोबोट टीम आई थी। रेस्क्यू रोबोट को लेकर यह उम्मीद थी कि इस तकनीक का इस्तेमाल कर बच्चे को निकाल लिया जाएगा लेकिन यह तकनीक कारगार साबित नहीं हो पाई है।
रोबोट टीम ने कही यह बात
रोबोटिक विशेषज्ञ अहीर का कहना है। कि अब तक चार से पांच साल के बच्चे को रोबोट से निकालने में सफलता मिली है। यह बालक 11 साल का है। बोर में पानी और कीचड़ को भी इसके लिए कारण बताया जा रहा है।
ऐसे हुआ था हादसा
जांजगीर-चांपा जिले के मालखरौदा के पिहरीद गांव में 11 साल का राहुल साहू खेलते-खेलते घर के पीछे की तरफ चला गया। राहुल के पिता रामकुमार उर्फ लाला साहू ने घर की बाड़ी में बोर खुदवाया था। वह बोर फेल हो गया था। बोर को खुला छोड़ दिया गया है।
खनन स्थान को मिट्टी से भरा भी नहीं गया है। शुक्रवार की दोपहर बोरवेल के गड्ढे में राहुल गिर गया। परिजन जब बाड़ी की तरफ गए तो बच्चे की रोने की आवाज आई जिसे सुनकर परिजनों को घटना की जानकारी हुई। इसके बाद से लड़के को बोरवेल से निकालने की कोशिशें जारी हैं।
रेस्क्यू में लगे लोगों की उम्मीदें बना रखी है राहुल रविवार सुबह बच्चे में हलचल दिखाई दी है। इसके बाद उसे जूस भी पीने को दिया गया। वह जूस को पी भी लिया। बच्चे की इस कोशिश ने रेस्क्यू ऑपरेशन में लगे लोगों की उम्मीदें बना रखी है। इतना ही नहीं बोरवेल में गिरा राहुल अब खुद बाल्टी से पानी भरने में मदद कर रहा है। दरअसल बोरवेल की दीवारों से थोड़ा-थोड़ा पानी रिस रहा और बच्चा ऊपर से भेजे गए बाल्टी में पानी को भरने में मदद कर रहा है।
सीएम भूपेश बघेल ने कही यह बात
बोरवेल में फंसे राहुल साहू की दादी श्याम बाई से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बात की थी। इस दौरान सीएम ने उन्हें भरोसा दिलाया कि रेस्क्यू ऑपरेशन में लगी टीम जल्द राहुल को निकाल लेगी। उन्होंने श्यामा बाई से कहातोर नाती ला निकाल लेबो। सीएम भूपेश बघेल खुद इस मामले की मॉनीटरिंग कर रहे हैं।
राहुल को बचाने में जुटा है सरकारी अमला
11 साल के राहुल साहू को बचाने में 500 से अधिक लोगों का सरकारी अमला लगा हुआ है। और इसमें सेना भी मदद कर रही है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर मासूम राहुल के रेस्क्यू के लिए बीते 46 घंटे से भी अधिक समय से घटनास्थल पर जिला कलेक्टर जितेन्द्र शुक्ला एवं पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल समेत विभिन्न विभागों के 500 से अधिक अधिकारियों-कर्मचारियों की टीम मौजूद है।
सारस न्यूज टीम, छत्तीसगढ़।
छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा में बोरवेल में गिरे मासूम को निकालने में कैसे सफलता हाथ लगेगी यह सवाल अभी सभी के मन में है। जैसे-जैसे समय बीत रहा है वैसे-वैसे बोरवेल में गिरे राहुल को लेकर उसके परिजनों की चिंता भी बढ़ती जा रही है। इस बीच अब यह खबर आ रही है कि बच्चे को बोरवेल से निकालने में रोबोट सफल नहीं हो पाया है। दरअसल बच्चे को निकालने के लिए गुजरात के सूरत से रोबोट टीम आई थी। रेस्क्यू रोबोट को लेकर यह उम्मीद थी कि इस तकनीक का इस्तेमाल कर बच्चे को निकाल लिया जाएगा लेकिन यह तकनीक कारगार साबित नहीं हो पाई है।
रोबोट टीम ने कही यह बात
रोबोटिक विशेषज्ञ अहीर का कहना है। कि अब तक चार से पांच साल के बच्चे को रोबोट से निकालने में सफलता मिली है। यह बालक 11 साल का है। बोर में पानी और कीचड़ को भी इसके लिए कारण बताया जा रहा है।
ऐसे हुआ था हादसा
जांजगीर-चांपा जिले के मालखरौदा के पिहरीद गांव में 11 साल का राहुल साहू खेलते-खेलते घर के पीछे की तरफ चला गया। राहुल के पिता रामकुमार उर्फ लाला साहू ने घर की बाड़ी में बोर खुदवाया था। वह बोर फेल हो गया था। बोर को खुला छोड़ दिया गया है।
खनन स्थान को मिट्टी से भरा भी नहीं गया है। शुक्रवार की दोपहर बोरवेल के गड्ढे में राहुल गिर गया। परिजन जब बाड़ी की तरफ गए तो बच्चे की रोने की आवाज आई जिसे सुनकर परिजनों को घटना की जानकारी हुई। इसके बाद से लड़के को बोरवेल से निकालने की कोशिशें जारी हैं।
रेस्क्यू में लगे लोगों की उम्मीदें बना रखी है राहुल रविवार सुबह बच्चे में हलचल दिखाई दी है। इसके बाद उसे जूस भी पीने को दिया गया। वह जूस को पी भी लिया। बच्चे की इस कोशिश ने रेस्क्यू ऑपरेशन में लगे लोगों की उम्मीदें बना रखी है। इतना ही नहीं बोरवेल में गिरा राहुल अब खुद बाल्टी से पानी भरने में मदद कर रहा है। दरअसल बोरवेल की दीवारों से थोड़ा-थोड़ा पानी रिस रहा और बच्चा ऊपर से भेजे गए बाल्टी में पानी को भरने में मदद कर रहा है।
सीएम भूपेश बघेल ने कही यह बात
बोरवेल में फंसे राहुल साहू की दादी श्याम बाई से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बात की थी। इस दौरान सीएम ने उन्हें भरोसा दिलाया कि रेस्क्यू ऑपरेशन में लगी टीम जल्द राहुल को निकाल लेगी। उन्होंने श्यामा बाई से कहातोर नाती ला निकाल लेबो। सीएम भूपेश बघेल खुद इस मामले की मॉनीटरिंग कर रहे हैं।
राहुल को बचाने में जुटा है सरकारी अमला
11 साल के राहुल साहू को बचाने में 500 से अधिक लोगों का सरकारी अमला लगा हुआ है। और इसमें सेना भी मदद कर रही है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर मासूम राहुल के रेस्क्यू के लिए बीते 46 घंटे से भी अधिक समय से घटनास्थल पर जिला कलेक्टर जितेन्द्र शुक्ला एवं पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल समेत विभिन्न विभागों के 500 से अधिक अधिकारियों-कर्मचारियों की टीम मौजूद है।
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