सारस न्यूज टीम, पटना।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गुरुवार को ढाई लाख त्रिस्तरीय पंचायत जनप्रतिनिधियों और ग्राम कचहरियों के जनप्रतिनिधियों के प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत करेंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता में पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी करेंगे। इस दौरान उप मुख्यमंत्री तार किशोर प्रसाद और रेणु देवी भी मौजूद रहेंगी। पहले दिन आनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम में सभी जिला परिषद सदस्य और प्रखंड प्रमुख जुड़ेंगे। यह कार्यक्रम चरणबद्ध ढंग से चलेगा।
मुख्यमंत्री वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए शामिल होंगे और पंचायतों के जनप्रतिनिधियों को संबोधित भी करेंगे। दिसंबर 2021 में पंचायत आम चुनाव संपन्न होने के बाद राज्य के सभी नवनिर्वाचित प्रतिनिधियों को शपथ दिलाई जा चुकी है। अभी तक उनके प्रशिक्षण का कार्यक्रम आरंभ नहीं हुआ है। मुख्यमंत्री के संबोधन के बाद राज्य के सभी जन प्रतिनिधियों का चरणवार प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके लिए पूरी व्यवस्था की गई है।
प्रशिक्षण कार्यक्रम पंचायती राज विभाग की ओर से आयोजित किया जाएगा। इसमें सभी प्रतिनिधियों को उनके दायित्व, कर्तव्य और अधिकार के बारे में जानकारी दी जाएगी। प्रतिनिधियों को खासकर पूर्ण शराबबंदी को सफल बनाने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। साथ ही सात निश्चय की योजनाओं और केंद्रीय योजना और राज्य योजना आयोग के प्राप्त धन राशि को खर्च करने और पंचायतों का आडिट कराने की भी जानकारी दी जाएगी।
राज्य के सभी पंच और सरपंचों को चाणक्या ला यूनिवर्सिटी के विशेषज्ञ प्रशिक्षित करेंगे। करीब सवा लाख वार्ड पंच और सरपंचों को कानून का पाठ पढ़ाने के लिए पाठ्यक्रम तैयार कर लिया गया है। क्रमवार प्रशिक्षण देने की तैयारी है।