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वोटों की गिनती जारी, शाम तक पता चलेगा कौन होगा देश का 16वां राष्ट्रपति, द्रौपदी मुर्मू या यशवंत सिन्हा। तब तक पढ़िए कैसे होती है राष्ट्रपति चुनाव में वोटों की गिनती।

सारस न्यूज़ टीम, सारस न्यूज़।

राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतगणना शुरू हो गई है। इसमें सबसे पहले सांसदों के मतों को गिना जा रहा है। बाद में इसमें अन्य वोटों को शामिल किया जाएगा। वहीं एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के गांव में लोग जश्न मना रहे हैं। इसके लिए गांव में 20 हजार लड्डू भी बनाए गए हैं।

इस बार के राष्ट्रपति चुनाव में 98.91% वोटिंग हुई थी। चुनाव आयोग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार 12 राज्यों में 100 फीसद मतदान हुआ। जिसमें छत्तीसगढ़, केरल, कर्नाटक, एमपी, मणिपुर, गोवा, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, सिक्किम, तमिलनाडु और पुडुचेरी शामिल हैं।

18 जुलाई को मतदान हो चुका है और आज सुबह 11 बजे दिल्ली के संसद भवन में मतगणना शुरू है। सभी राज्यों की विधानसभा से वोटों भरे बक्से संसद भवन पहले ही पहुंच चुके हैं। राष्ट्रपति चुनाव में वोटों की गिनती के समय इलेक्टोरल कॉलेज का काफी महत्व होता है। आखिरकार ये क्या है, कैसे वोटो की गिनती होती है, या फिर किसी सांसद या विधायक के वोट की वैल्यू कैसे तय होती है? पढ़िए विस्तार से सबकुछ।

क्या है इलेक्टोरल कॉलेज?
राष्ट्रपति चुनाव में लोकसभा, राज्यसभा के सदस्य सहित सभी राज्यों के विधायल मतदान करते हैं। हालांकि सभी के वोट की वैल्यू अलग-अलग होती है। जानकारी के अनुसार एक सांसद के वोट की वैल्यू 700 होती है। एक विधायक की वोट की कीमत उस राज्य की आबादी और उनकी सीट कितनी है इसपर निर्भर करती है। इसी वोटो को कुल जोड़ लिया जाए, तो इसे इलेक्टोरल कॉलेज कहते हैं। ऐसे में अगर द्रौपदी मुर्मू या यशवंत सिन्हा दोनों उम्मीदवार इस इलेक्टोरल कॉलेज के 51 फीसदी वोट हासिल कर लेते हैं, तो वह विजेता घोषित हो जाएंगे।

राष्ट्रपति चुनाव में ऐसे होती है वोटों की गिनती

  • सबसे पहले, रिटर्निंग अधिकारियों की ओर से वोटों को क्रमबद्ध और चेक किया जाएगा।
  • सांसद मतपत्रों पर हरे रंग के पेन से उम्मीदवारों के लिए वरीयता क्रम लिखते है, जबकि विधायकों गुलाबी रंग का इस्तेमाल करते है।
  • इसमें दो ट्रे होंगी- एक द्रौपदी मुर्मू के लिए और दूसरी यशवंत सिन्हा के लिए।
  • पहले विधायकों और फिर सांसदों के मतपत्रों का निराकरण किया जाएगा।
  • जिन कागजों में सबसे पहले सुश्री मुर्मू का नाम लिखा होता है, उन्हें उनकी ट्रे में रखा जाएगा, और यशवंत सिन्हा के नाम को उनकी ट्रे में रखा जाएगा.
  • प्रत्येक सांसद के वोट का मूल्य 700 निर्धारित होता है, जबकि एक विधायक के वोट का मूल्य उनके राज्य की जनसंख्या पर निर्भर करता है।
  • छंटाई पूरी होने के बाद मतों की गिनती शुरू होगी।
  • संसद भवन के कमरा नंबर 73 के बाहर मीडिया स्टैंड बनाया गया है. मतगणना शुरू होने के बाद वहां रुझानों से अवगत कराया जाएगा.
  • राष्ट्रपति चुनाव का विजेता वह उम्मीदवार नहीं होता, जिसे सबसे अधिक वोट मिलते हैं, बल्कि वह होता है, जिसे एक निश्चित कोटे से अधिक वोट मिलते हैं. प्रत्येक उम्मीदवार के लिए डाले गए वोटों को जोड़कर, दो से विभाजित करके और उसमें ‘1’ जोड़कर कोटा निर्धारित किया जाता है. इस मूल्य से अधिक वोट पाने वाला उम्मीदवार विजेता होता है।

Rastrapati Bhawan Photo Credit – rashtrapatisachivalaya.gov.in

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