टेढ़ागाछ प्रखंड क्षेत्र के खनियाबाद पंचायत स्थित बैरिया उपस्वास्थ्य केंद्र अपनी बेबशी एवम बदहाली पर वर्षों से आंसु बहाने पर विवश है। आमजनों को स्वास्थ्य सेवा मुहैया कराने के उद्देश्य से बना यह भवन आज अपने उद्धारक की बाट जोह रहा है। उपस्वास्थ्य केंद्र के चारों ओर घने जंगलों एवम विषाक्त कीटों का आशियाना बना हुआ है।
स्थानीय ग्रामीणों की माने तो करीब दस पूर्व लाखों की लागत से इस उपस्वास्थ्य केंद्र का निर्माण ग्रामीणों को स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने के लिए बनाया गया था। जहां उपस्वास्थ्य केंद्र के निर्माण से आमजनों में एक आस जगी थी। वहीं निर्माण होने के बाद से अबतक इस उपस्वास्थ्य केंद्र में न ही कोई चिकित्सक की तैनाती विभाग द्वारा की गई न ही कोई कर्मी कभी स्वास्थ्य सुविधा मुहैया हेतु पहुंचे।
जिस कारण आमजनों को इलाज हेतु बैरिया से लगभग 07 किलोमीटर की दूरी तय कर टेढ़ागाछ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जाना पड़ता है या फिर प्राइवेट क्लिनिक में जाकर इलाज करवाना मजबूरी बन गई है। हालांकि ग्रामीणों के द्वारा कई बार विभागीय अधिकारियों एवम जनप्रतिनिधियों को उपस्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सक एवम अन्य कर्मियों की तैनाती हेतु लिखित प्रतिवेदन दी गई है परंतु फिर भी स्थिति जस की तस बनी हुई है। अधिकारी एवम जनप्रतिनिधि ऐसे चुप्पी साधे बैठे हैं जैसे उन्हें कोई जानकारी ही न हो। ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से मांग करते हुए कहा है कि उपस्वास्थ्य केंद्र बैरिया में चिकित्सक की तैनाती की जाए।
देवाशीष चटर्जी, सारस न्यूज टेढ़ागाछ/किशनगंज।
टेढ़ागाछ प्रखंड क्षेत्र के खनियाबाद पंचायत स्थित बैरिया उपस्वास्थ्य केंद्र अपनी बेबशी एवम बदहाली पर वर्षों से आंसु बहाने पर विवश है। आमजनों को स्वास्थ्य सेवा मुहैया कराने के उद्देश्य से बना यह भवन आज अपने उद्धारक की बाट जोह रहा है। उपस्वास्थ्य केंद्र के चारों ओर घने जंगलों एवम विषाक्त कीटों का आशियाना बना हुआ है।
स्थानीय ग्रामीणों की माने तो करीब दस पूर्व लाखों की लागत से इस उपस्वास्थ्य केंद्र का निर्माण ग्रामीणों को स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने के लिए बनाया गया था। जहां उपस्वास्थ्य केंद्र के निर्माण से आमजनों में एक आस जगी थी। वहीं निर्माण होने के बाद से अबतक इस उपस्वास्थ्य केंद्र में न ही कोई चिकित्सक की तैनाती विभाग द्वारा की गई न ही कोई कर्मी कभी स्वास्थ्य सुविधा मुहैया हेतु पहुंचे।
जिस कारण आमजनों को इलाज हेतु बैरिया से लगभग 07 किलोमीटर की दूरी तय कर टेढ़ागाछ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जाना पड़ता है या फिर प्राइवेट क्लिनिक में जाकर इलाज करवाना मजबूरी बन गई है। हालांकि ग्रामीणों के द्वारा कई बार विभागीय अधिकारियों एवम जनप्रतिनिधियों को उपस्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सक एवम अन्य कर्मियों की तैनाती हेतु लिखित प्रतिवेदन दी गई है परंतु फिर भी स्थिति जस की तस बनी हुई है। अधिकारी एवम जनप्रतिनिधि ऐसे चुप्पी साधे बैठे हैं जैसे उन्हें कोई जानकारी ही न हो। ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से मांग करते हुए कहा है कि उपस्वास्थ्य केंद्र बैरिया में चिकित्सक की तैनाती की जाए।
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