बालासन सेतु से लेकर सेवक मिलिट्री स्टेशन तक फोर लेन व सिक्स लेन बनाने के लिए टेंडर जारी हो चुका है। सबकुछ ठीक – ठाक रहा तो सितंबर महीने से क्षेत्र निर्धारण व निर्माण की प्रक्रिया शुरु कर दी जाएगी। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार एलिवेटेड रोड बनाने के लिए वर्तमान सड़क के दोनों ओर पर्याप्त जमीन की जरुरत होगी। मिल रही जानकारी के अनुसार प्रस्तावित 13 किलोमीटर लंबे फोर लेन को तैयार करने के लिए सड़क के किनारे से काफी संख्या में दुकानों व निर्माण को हटाया जाएगा। पीडब्ल्यूडी की ओर से जल्द इस बारे में दिशा- निर्देश जारी की जा सकती है। बताते चले कि केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने दो महीने पहले ही सिलीगुड़ी के लिए सड़क बुनियादी ढाचे से संबंधित एक बड़ी घोषणा की थी।
अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से गडकरी ने कहा था कि उनके मंत्रालय ने सिलीगुड़ी के उत्तर-पश्चिम और उत्तर-पूर्व छोर को जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग 31 के साथ चार / छह-लेन सड़क के निर्माण के लिए लगभग 1,000 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं।
सिलीगुड़ी के निवासियों की लंबे समय से मांग रही है कि यातायात की सुगम आवाजाही के लिए राष्ट्रीय मार्ग 31 को चौड़ा किया जाए। इस संबंध में दार्जिलिंग के भाजपा सांसद राजू बिस्ट बताते हैं कि इस हिस्से को फोर-लेन सड़क के तौर पर विकसित करना आवश्यक है। वहीं सामरिक दृष्टिकोण से यह क्षेत्र बेहद अहम होने के कारण केंद्रीय सड़क व परिवहन मंत्रालय के इस कदम को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। यह क्षेत्र चिकेन नेक का हिस्सा है। इससे पूर्वोत्तर भारत के सात राज्यों के अलावा चीन की सीमा जुड़ती है। उन्होंने बताया कि इस क्षेत्र में सेना के त्रिशक्ति कोर का मुख्यालय, भारतीय वायु सेना स्टेशन, सेवक सैन्य स्टेशन और बेंगडुबी सैन्य छावनी स्थित है। इसलिए इस क्षेत्र को ट्रैफिक समस्या से निजात दिलाने एवं सुगम आवागमन के लिए उक्त कार्य किए जा रहे हैं।
सारस न्यूज, सिलीगुड़ी।
बालासन सेतु से लेकर सेवक मिलिट्री स्टेशन तक फोर लेन व सिक्स लेन बनाने के लिए टेंडर जारी हो चुका है। सबकुछ ठीक – ठाक रहा तो सितंबर महीने से क्षेत्र निर्धारण व निर्माण की प्रक्रिया शुरु कर दी जाएगी। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार एलिवेटेड रोड बनाने के लिए वर्तमान सड़क के दोनों ओर पर्याप्त जमीन की जरुरत होगी। मिल रही जानकारी के अनुसार प्रस्तावित 13 किलोमीटर लंबे फोर लेन को तैयार करने के लिए सड़क के किनारे से काफी संख्या में दुकानों व निर्माण को हटाया जाएगा। पीडब्ल्यूडी की ओर से जल्द इस बारे में दिशा- निर्देश जारी की जा सकती है। बताते चले कि केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने दो महीने पहले ही सिलीगुड़ी के लिए सड़क बुनियादी ढाचे से संबंधित एक बड़ी घोषणा की थी।
अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से गडकरी ने कहा था कि उनके मंत्रालय ने सिलीगुड़ी के उत्तर-पश्चिम और उत्तर-पूर्व छोर को जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग 31 के साथ चार / छह-लेन सड़क के निर्माण के लिए लगभग 1,000 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं।
सिलीगुड़ी के निवासियों की लंबे समय से मांग रही है कि यातायात की सुगम आवाजाही के लिए राष्ट्रीय मार्ग 31 को चौड़ा किया जाए। इस संबंध में दार्जिलिंग के भाजपा सांसद राजू बिस्ट बताते हैं कि इस हिस्से को फोर-लेन सड़क के तौर पर विकसित करना आवश्यक है। वहीं सामरिक दृष्टिकोण से यह क्षेत्र बेहद अहम होने के कारण केंद्रीय सड़क व परिवहन मंत्रालय के इस कदम को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। यह क्षेत्र चिकेन नेक का हिस्सा है। इससे पूर्वोत्तर भारत के सात राज्यों के अलावा चीन की सीमा जुड़ती है। उन्होंने बताया कि इस क्षेत्र में सेना के त्रिशक्ति कोर का मुख्यालय, भारतीय वायु सेना स्टेशन, सेवक सैन्य स्टेशन और बेंगडुबी सैन्य छावनी स्थित है। इसलिए इस क्षेत्र को ट्रैफिक समस्या से निजात दिलाने एवं सुगम आवागमन के लिए उक्त कार्य किए जा रहे हैं।
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