सारस न्यूज टीम, किशनगंज।
पूरबपाली स्थित तेरापंथ भवन में आचार्य श्री महाश्रमणजी की सुशिष्या साध्वी संगीत श्री व सहयोगी साध्वियों के सानिध्य में तेरापंथ समाज ने भक्ताम्बर अनुष्ठान किया। इस अनुष्ठान में 87 दंपत्तियों ने भाग लिया। इसके अलावा समाज के सैकड़ों लोग उपस्थित रहे। इस दौरान साध्वी संगीत श्री ने कहा कि भक्तामर का स्वाध्याय हमें सुबह सुबह करना चाहिए। यह अनेक रोगों को शांत करने व आत्मशांति का माध्यम बनता है। मंत्र में एक ऐसी शक्ति है जो व्याधि आधि उपाधि से ऊपर उठकर समाधि को प्राप्त कर लेता है।
उन्होंने बताया कि भक्तामर आचार्य मांतंग की रचना है। उन्होंने कैसे इस एक श्लोक की रचना की इसके बारे में विस्तार से साध्वीश्री ने जानकारी दी। महिलामण्डल अध्यक्ष सन्तोष देवी दुगड़ ने साध्वी श्री के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करते हुए अपने वक्तव्य में कहा कि आज ऐसा लग रहा है मानों समवशरण में बैठे हैं। भक्तामर अनुष्ठान से ऐसा आनंद आया मानों अपने आप में लीन हो गए। उपासिका सायर कोठारी, निधि श्रीमाल सहित तेरापंथ सभा, युवक परिषद, महिलामण्डल, अणुव्रत समिति का कार्यक्रम में पूरा सहयोग रहा।