किशनगंज पिछले दिनों डॉ सुब्रत व मानव साहा पर सिलीगुड़ी में ठगी का एक मुकदमा दर्ज हुआ था, जिसमे डॉ सुब्रत व मानव साहा को समीर दुबे मामले से जोड़ा जा रहा था। गोसवारा समाज के सम्मानित दोनों लोगों पर यह एक फर्जी मुकदमा था। किन्तु अंत मे सत्य की जीत हुई। यह बातें गोसवारा समाज के अध्यक्ष वरिष्ठ अधिवक्ता सुरेन प्रसाद साहा ने प्रेसवार्ता में कही।उन्होंने बताया कि मुकदमा दर्ज करवाने वाले सिलीगुड़ी के राजू शर्मा ने अपनी भूल को सुधारते हुए गोसवारा समाज के दोनों सम्मानित का नाम वापस ले लिया। राजू शर्मा ने माटिगड़ा थाना को एक आवेदन दिया जिसमें उन्होंने यह उल्लेख किया कि समीर दुबे द्वारा बताए मुताबिक मैंने उक्त दोनों सम्मानित का नाम प्रार्थमिकी मे लिखवा दिया। बाद में मुझे पता चला कि जो असली गुनहगार है वो जलपाईगुड़ी जेल में कैद हैं। श्री सुरेन प्रसाद साहा ने बताया कि पूरा गोसवारा समाज एकजुट है, था और रहेगा। जिसके लिए पूर्व में समाज की एक बैठक भी हुई थी।वहीं इस जीत को समाज के एकजुटता की जीत बताते हुए सचिव अरुण कुमार साहा ने बताया कि सच की जीत से पूरे समाज मे उत्साह का संचार हुआ है। इस मौके पर डॉ सुब्रत ने कहा कि किसी के गलत मंसूबो पर पानी फिर गया। समाज ने इस कठिन परिस्थितियों में एकजुट होकर मेरा साथ दिया। समाज की एकजुटता का परिणाम अब सबके सामने है। स्थानीय मनोरंजन क्लब स्थित गोसवारा समिति में हुई प्रेसवार्ता में अधिवक्ता संजय मोदी, रंजीत रामदास, राजेश मोदी, विजय रामदास, पंकज कुमार साहा, प्रदीप कुमार साहा, मिक्की साहा, डॉ सुब्रत प्रसाद, मानव साहा, राजवंश वैध सहित समाज के कई गणमान्य मौजूद रहे।सभी के चेहरे पर खुशी और उत्साह झलक रहा था।
शशि कोशी रोक्का, सारस न्यूज़, किशनगंज।
किशनगंज पिछले दिनों डॉ सुब्रत व मानव साहा पर सिलीगुड़ी में ठगी का एक मुकदमा दर्ज हुआ था, जिसमे डॉ सुब्रत व मानव साहा को समीर दुबे मामले से जोड़ा जा रहा था। गोसवारा समाज के सम्मानित दोनों लोगों पर यह एक फर्जी मुकदमा था। किन्तु अंत मे सत्य की जीत हुई। यह बातें गोसवारा समाज के अध्यक्ष वरिष्ठ अधिवक्ता सुरेन प्रसाद साहा ने प्रेसवार्ता में कही।उन्होंने बताया कि मुकदमा दर्ज करवाने वाले सिलीगुड़ी के राजू शर्मा ने अपनी भूल को सुधारते हुए गोसवारा समाज के दोनों सम्मानित का नाम वापस ले लिया। राजू शर्मा ने माटिगड़ा थाना को एक आवेदन दिया जिसमें उन्होंने यह उल्लेख किया कि समीर दुबे द्वारा बताए मुताबिक मैंने उक्त दोनों सम्मानित का नाम प्रार्थमिकी मे लिखवा दिया। बाद में मुझे पता चला कि जो असली गुनहगार है वो जलपाईगुड़ी जेल में कैद हैं। श्री सुरेन प्रसाद साहा ने बताया कि पूरा गोसवारा समाज एकजुट है, था और रहेगा। जिसके लिए पूर्व में समाज की एक बैठक भी हुई थी।वहीं इस जीत को समाज के एकजुटता की जीत बताते हुए सचिव अरुण कुमार साहा ने बताया कि सच की जीत से पूरे समाज मे उत्साह का संचार हुआ है। इस मौके पर डॉ सुब्रत ने कहा कि किसी के गलत मंसूबो पर पानी फिर गया। समाज ने इस कठिन परिस्थितियों में एकजुट होकर मेरा साथ दिया। समाज की एकजुटता का परिणाम अब सबके सामने है। स्थानीय मनोरंजन क्लब स्थित गोसवारा समिति में हुई प्रेसवार्ता में अधिवक्ता संजय मोदी, रंजीत रामदास, राजेश मोदी, विजय रामदास, पंकज कुमार साहा, प्रदीप कुमार साहा, मिक्की साहा, डॉ सुब्रत प्रसाद, मानव साहा, राजवंश वैध सहित समाज के कई गणमान्य मौजूद रहे।सभी के चेहरे पर खुशी और उत्साह झलक रहा था।
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