शुक्रवार को सिलीगुड़ी नगर निगम की ओर से मदर टेरेसा की 112वीं जयंती मनाई गई। इस अवसर पर सिलीगुड़ी के मेयर गौतम देव, डिप्टी मेयर रंजन सरकार, नगर निगम के चेयरमैन प्रतुल चक्रवर्ती, नगर कमिश्नर सोनम वांगदी भूटिया और अन्य लोगों ने शुक्रवार की सुबह मदर टेरेसा की तस्वीर पर माल्यार्पण व पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। साथ ही मदर टेरेसा की जीवनी पर भी चर्चा करते हुए कहा कि गरीब लोगों को अपना पूरा जीवन समर्पित करने वाली मदर टेरेसा का जन्म मैसेडोनिया देश में एक अल्बानियाई परिवार में हुआ था। उनके परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी थी। उनके जन्म के एक दिन बाद उनका बपतिस्मा हुआ, जो ईसाइयों के बीच एक धार्मिक प्रक्रिया थी। इसलिए उन्होंने 27 अगस्त को अपना बर्थडे माना। 26 अगस्त 1910 को जन्मी मदर टेरेसा गरीबों और वंचितों के प्रति निःस्वार्थ सेवा के लिए जानी जाती हैं। मदर टेरेसा को दुनिया भर के लोगों द्वारा प्यार और सम्मान दिया गया है।
वहीं डिप्टी मेयर रंजन सरकार ने कहा कि भारत में उनके मानवीय कार्यों के लिए उन्हें 1970 में नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। मदर टेरेसा ने बच्चों की मदद के लिए नोबेल पुरस्कार के साथ मिले 1,38,42,912 रुपये को भी दान कर दिया। मदर टेरेसा को साल 1980 में भारत सरकार द्वारा भारत के सर्वोच्च पुरस्कार भारत रत्न से सम्मानित किया गया था।
सारस न्यूज, सिलीगुड़ी।
शुक्रवार को सिलीगुड़ी नगर निगम की ओर से मदर टेरेसा की 112वीं जयंती मनाई गई। इस अवसर पर सिलीगुड़ी के मेयर गौतम देव, डिप्टी मेयर रंजन सरकार, नगर निगम के चेयरमैन प्रतुल चक्रवर्ती, नगर कमिश्नर सोनम वांगदी भूटिया और अन्य लोगों ने शुक्रवार की सुबह मदर टेरेसा की तस्वीर पर माल्यार्पण व पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। साथ ही मदर टेरेसा की जीवनी पर भी चर्चा करते हुए कहा कि गरीब लोगों को अपना पूरा जीवन समर्पित करने वाली मदर टेरेसा का जन्म मैसेडोनिया देश में एक अल्बानियाई परिवार में हुआ था। उनके परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी थी। उनके जन्म के एक दिन बाद उनका बपतिस्मा हुआ, जो ईसाइयों के बीच एक धार्मिक प्रक्रिया थी। इसलिए उन्होंने 27 अगस्त को अपना बर्थडे माना। 26 अगस्त 1910 को जन्मी मदर टेरेसा गरीबों और वंचितों के प्रति निःस्वार्थ सेवा के लिए जानी जाती हैं। मदर टेरेसा को दुनिया भर के लोगों द्वारा प्यार और सम्मान दिया गया है।
वहीं डिप्टी मेयर रंजन सरकार ने कहा कि भारत में उनके मानवीय कार्यों के लिए उन्हें 1970 में नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। मदर टेरेसा ने बच्चों की मदद के लिए नोबेल पुरस्कार के साथ मिले 1,38,42,912 रुपये को भी दान कर दिया। मदर टेरेसा को साल 1980 में भारत सरकार द्वारा भारत के सर्वोच्च पुरस्कार भारत रत्न से सम्मानित किया गया था।
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