रविवार को फारबिसगंज में भगवान कृष्ण के छठी के उपलक्ष्य में निकलने वाली ऐतिहासिक महावीरी झंडा शोभा यात्रा निकाली गई है। शोभा यात्रा में केंद्रीय गृहराज्य मंत्री नित्यानंद राय, सांसद प्रदीप सिंह सहित हजारों लोग शामिल हुए। शहर का कोना कोना भगवा रंग में रंगा नजर आ रहा था। हर और महाबली बजरंगबली का झंडा लगा हुआ था। महावीर झंडा शोभा यात्रा उत्सव को लेकर पूरा शहर सजा धजा दिख रहा था। शहर में जगह जगह महावीर झंडा उत्सव को लेकर तोरण द्वार बनाये गए थे। शोभा यात्रा में शामिल होने वाले श्रद्धालुओं के स्वागत के लिए विशेष रुप से कई जगह कच्चे चने व ठंडे पेयजल के स्टॉल भी लगाए गए थे। बारिश के बाद भी श्रद्धालुओं का उत्साह चरम पर था। स्वागत में बजरंग दल, अभाविप, विश्व हिंदू परिषद, भाजपा, कलवार जागृति मंच, वैश्य रौनियार मंच सहित विभिन्न संगठनों के लोग लगे हुए थे। महावीर झंडा शोभा यात्रा का नेतृत्व कर रहे महंत पंडित कौशल दुबे ने बताया कि महावीरी झंडा दिन के दो बजे सांवलिया कुंजी महावीर ठाकुरबाड़ी से शुरु होकर एल एन पथ, दरभंगिया टोला, पटेल चौक, सदर रोड, पोस्ट ऑफिस चौक, दीनदयाल चौक, छुआ पट्टी होकर पुनः महावीर मंदिर पहुंचकर संपन्न हुई। शोभा यात्रा उत्सव में फारबिसगंज के अलावे जोगबनी, बथनाहा, नरपतगंज, फुलकाहा, अररिया, सिमराहा एवं पड़ोसी देश नेपाल से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए।
वहीं ऐतिहासिक महावीरी झंडा शोभायात्रा को लेकर प्रशासन की ओर से भी चाक चाक चौबंद व्यवस्था की गई थी। सभी चौक चौराहों पर दंडाधिकारी के साथ साथ विशेष पुलिस बल और पदाधिकारियो की तैनाती की गई थी। जिला प्रशासन के द्वारा निकाले गए डीएम और एसपी के संयुक्त आदेश में शहर के 31 स्थानों पर दंडाधिकारी के साथ-साथ पुलिस पदाधिकारी और विशेष पुलिस बल तैनात किए गए थे। ऐतिहासिक जुलूस को शांतिपूर्ण रूप से सम्पन्न कराने के लिए प्रशासन पूरी तरह से लगी हुई थीं।
विभिन्न चौक चौराहों पर एक दंडाधिकारी, एक पुलिस पदाधिकारी के अलावे सशस्त्र बल एवं लाठी पाटी तैनात किए गए थे। विधि व्यवस्था को संधारण को लेकर 30 इंस्पेक्टर, 5 डीएसपी, 97 पुलिस पदाधिकारी, 490 पुलिस बल, 100 महिला पुलिस बल की तैनाती की गई थी। वहीं आर्म्स फोर्स एवं एसएसबी के जवान को भी जगह जगह लगाया गया था। जुलूस के शुरू होने से लेकर समाप्त होने तक पुलिस पदाधिकारियों को पल-पल की अपडेट देने को कहा गया था। साथ ही नियंत्रण कक्ष भी बनाए गए जिसमें 15 दंडाधिकारी व विशेष पुलिस पदाधिकारी को रिजर्व रखा गया था।
सारस न्यूज टीम, अररिया।
रविवार को फारबिसगंज में भगवान कृष्ण के छठी के उपलक्ष्य में निकलने वाली ऐतिहासिक महावीरी झंडा शोभा यात्रा निकाली गई है। शोभा यात्रा में केंद्रीय गृहराज्य मंत्री नित्यानंद राय, सांसद प्रदीप सिंह सहित हजारों लोग शामिल हुए। शहर का कोना कोना भगवा रंग में रंगा नजर आ रहा था। हर और महाबली बजरंगबली का झंडा लगा हुआ था। महावीर झंडा शोभा यात्रा उत्सव को लेकर पूरा शहर सजा धजा दिख रहा था। शहर में जगह जगह महावीर झंडा उत्सव को लेकर तोरण द्वार बनाये गए थे। शोभा यात्रा में शामिल होने वाले श्रद्धालुओं के स्वागत के लिए विशेष रुप से कई जगह कच्चे चने व ठंडे पेयजल के स्टॉल भी लगाए गए थे। बारिश के बाद भी श्रद्धालुओं का उत्साह चरम पर था। स्वागत में बजरंग दल, अभाविप, विश्व हिंदू परिषद, भाजपा, कलवार जागृति मंच, वैश्य रौनियार मंच सहित विभिन्न संगठनों के लोग लगे हुए थे। महावीर झंडा शोभा यात्रा का नेतृत्व कर रहे महंत पंडित कौशल दुबे ने बताया कि महावीरी झंडा दिन के दो बजे सांवलिया कुंजी महावीर ठाकुरबाड़ी से शुरु होकर एल एन पथ, दरभंगिया टोला, पटेल चौक, सदर रोड, पोस्ट ऑफिस चौक, दीनदयाल चौक, छुआ पट्टी होकर पुनः महावीर मंदिर पहुंचकर संपन्न हुई। शोभा यात्रा उत्सव में फारबिसगंज के अलावे जोगबनी, बथनाहा, नरपतगंज, फुलकाहा, अररिया, सिमराहा एवं पड़ोसी देश नेपाल से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए।
वहीं ऐतिहासिक महावीरी झंडा शोभायात्रा को लेकर प्रशासन की ओर से भी चाक चाक चौबंद व्यवस्था की गई थी। सभी चौक चौराहों पर दंडाधिकारी के साथ साथ विशेष पुलिस बल और पदाधिकारियो की तैनाती की गई थी। जिला प्रशासन के द्वारा निकाले गए डीएम और एसपी के संयुक्त आदेश में शहर के 31 स्थानों पर दंडाधिकारी के साथ-साथ पुलिस पदाधिकारी और विशेष पुलिस बल तैनात किए गए थे। ऐतिहासिक जुलूस को शांतिपूर्ण रूप से सम्पन्न कराने के लिए प्रशासन पूरी तरह से लगी हुई थीं।
विभिन्न चौक चौराहों पर एक दंडाधिकारी, एक पुलिस पदाधिकारी के अलावे सशस्त्र बल एवं लाठी पाटी तैनात किए गए थे। विधि व्यवस्था को संधारण को लेकर 30 इंस्पेक्टर, 5 डीएसपी, 97 पुलिस पदाधिकारी, 490 पुलिस बल, 100 महिला पुलिस बल की तैनाती की गई थी। वहीं आर्म्स फोर्स एवं एसएसबी के जवान को भी जगह जगह लगाया गया था। जुलूस के शुरू होने से लेकर समाप्त होने तक पुलिस पदाधिकारियों को पल-पल की अपडेट देने को कहा गया था। साथ ही नियंत्रण कक्ष भी बनाए गए जिसमें 15 दंडाधिकारी व विशेष पुलिस पदाधिकारी को रिजर्व रखा गया था।
Leave a Reply