बच्चों में बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान की कौशलता को सहज भाव से विकसित करने को लेकर चलाया जा रहा पांच दिवसीय गैर आवासीय चहक प्रशिक्षण का हुआ समापन।
कक्षा प्रथम में नव नामांकित बच्चों में बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान की कौशलता को सहज भाव से विकसित करने को लेकर संकुल स्तर पर उत्क्रमित उच्च विद्यालय भौरदह में बुधवार से शुरू हुए पांच दिवसीय गैर आवासीय चहक प्रशिक्षण का आज समापन सम्पन्न हुआ।
बताते चले कि उक्त चहक प्रशिक्षण राज्य परियोजना निदेशक बिहार शिक्षा परियोजना परिषद पटना एवं जिला कार्यक्रम पदाधिकारी समग्र शिक्षा के निर्देश पर सभी संकुल संसाधन केन्द्रों पर संकुल के सभी विद्यालयों के प्रधानाध्यापक एवं कक्षा प्रथम के नामित वर्ग शिक्षक को विशेष रूप दिया जा रहा है।
उक्त चहक प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य है कि नव नामांकित बच्चों का विद्यालय से विशेष जुड़ाव होता है। मद्देनजर कक्षा प्रथम के बच्चों के लिए 3 माह का 140 गतिविधि स्कूल रेडिनेस मॉड्यूल बनाया गया है। जिसके अनुसार बच्चे बिना झिझक, भय रहित वातावरण में खेल-खेल कर एवं कविता, कहानी के माध्यम से बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान की कौशलता को सहज भाव से प्राप्त कर सकेंगे।
बताते चले कि निपुण भारत मिशन के अंतर्गत तीन वर्ष से नौ वर्ष तक के बच्चों में बुनियादी साक्षरता व संख्या ज्ञान के लक्ष्य को 2026-2027 प्राप्त करना है। वहीं चहक प्रशिक्षक के रूप में समर आलम एवं नरेश कुमार एवं मेंटर तृप्ति चटर्जी प्रशिक्षण देते तथा दो संकुल के 13 विद्यालयों के प्रधानाध्यापक एवं एक शिक्षक प्रशिक्षण प्राप्त करते देखे गए।
देवाशीष चटर्जी, सारस न्यूज़, बहादुरगंज।
कक्षा प्रथम में नव नामांकित बच्चों में बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान की कौशलता को सहज भाव से विकसित करने को लेकर संकुल स्तर पर उत्क्रमित उच्च विद्यालय भौरदह में बुधवार से शुरू हुए पांच दिवसीय गैर आवासीय चहक प्रशिक्षण का आज समापन सम्पन्न हुआ।
बताते चले कि उक्त चहक प्रशिक्षण राज्य परियोजना निदेशक बिहार शिक्षा परियोजना परिषद पटना एवं जिला कार्यक्रम पदाधिकारी समग्र शिक्षा के निर्देश पर सभी संकुल संसाधन केन्द्रों पर संकुल के सभी विद्यालयों के प्रधानाध्यापक एवं कक्षा प्रथम के नामित वर्ग शिक्षक को विशेष रूप दिया जा रहा है।
उक्त चहक प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य है कि नव नामांकित बच्चों का विद्यालय से विशेष जुड़ाव होता है। मद्देनजर कक्षा प्रथम के बच्चों के लिए 3 माह का 140 गतिविधि स्कूल रेडिनेस मॉड्यूल बनाया गया है। जिसके अनुसार बच्चे बिना झिझक, भय रहित वातावरण में खेल-खेल कर एवं कविता, कहानी के माध्यम से बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान की कौशलता को सहज भाव से प्राप्त कर सकेंगे।
बताते चले कि निपुण भारत मिशन के अंतर्गत तीन वर्ष से नौ वर्ष तक के बच्चों में बुनियादी साक्षरता व संख्या ज्ञान के लक्ष्य को 2026-2027 प्राप्त करना है। वहीं चहक प्रशिक्षक के रूप में समर आलम एवं नरेश कुमार एवं मेंटर तृप्ति चटर्जी प्रशिक्षण देते तथा दो संकुल के 13 विद्यालयों के प्रधानाध्यापक एवं एक शिक्षक प्रशिक्षण प्राप्त करते देखे गए।
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