प्रलयकारी बाढ़ के 10 वर्ष बाद भी प्रखंड के कई प्रमुख मार्गों व पुल-पुलिया का निर्माण कार्य पूरा नहीं, ग्रामीणों के आवेदन पर जिला पदाधिकारी, सांसद व विधायक भी नहीं ले रहे सुधि।
प्रलयकारी बाढ़ के 10 वर्ष बाद भी प्रखंड के कई प्रमुख मार्गों व पुल-पुलिया का निर्माण कार्य पूरा नहीं हो सका है। ज्ञात हो कि हवाकोल पंचायत के बगुलाहागी गोरिया हाट के निकट विगत 10 वर्ष पूर्व आरसीसी पुल ध्वस्त हो गई थी। लेकिन अबतक प्रशासन एवं जनप्रतिनिधि ने सुधि नहीं ली। स्थानीय उप मुखिया संतोष विश्वास ने बताया कि उत्क्रमित मध्य विद्यालय बगुलाहागी एवं हाट व पंचायत भवन एवं ग्राम कचहरी पंचायत के लोगों को आवागमन में परेशानी होती है।
उन्होंने कहा की खासकर स्कूली बच्चों को भी बरसात भर पढ़ाई लिखाई से वंचित होना पड़ता है। उन्होंने कहा कि इस समस्या को लेकर हमने कई बार जिला पदाधिकारी एवं सांसद व विधायक को आवेदन देकर हार चुके हैं। लेकिन समस्या आज भी जस की तस है। इसके कारण ग्रामीणों को आवाजाही में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
साथ ही एक गांव से दूसरे गांव तक पहुंचने में कई किलोमीटर की दूरी तय करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। इसके कारण किसानों को किसानी में काफी असुविधाएं उठानी पड़ रही है। जबकि बच्चों को स्कूल जाने से भी वंचित होना पड़ रहा है। बताते चलें कि दर्जनों गांव के लोगों का आवागमन भी भंग हो चुका है। स्थानीय ग्रामीणों में बादल ऋषिदेव, कृष्ण प्रसाद मंडल, अनिरुद्ध प्रसाद गिरी, मनोज कुमार मंडल, जंगला ऋषिदेव, श्याम लाल पासवान, अकमल आलम सहित लोगों ने जिला पदाधिकारी का ध्यान आकृष्ट कराते हुए जल्द पुल निर्माण कराने की मांग की है।
सारस न्यूज टीम, टेढ़ागाछ।
प्रलयकारी बाढ़ के 10 वर्ष बाद भी प्रखंड के कई प्रमुख मार्गों व पुल-पुलिया का निर्माण कार्य पूरा नहीं हो सका है। ज्ञात हो कि हवाकोल पंचायत के बगुलाहागी गोरिया हाट के निकट विगत 10 वर्ष पूर्व आरसीसी पुल ध्वस्त हो गई थी। लेकिन अबतक प्रशासन एवं जनप्रतिनिधि ने सुधि नहीं ली। स्थानीय उप मुखिया संतोष विश्वास ने बताया कि उत्क्रमित मध्य विद्यालय बगुलाहागी एवं हाट व पंचायत भवन एवं ग्राम कचहरी पंचायत के लोगों को आवागमन में परेशानी होती है।
उन्होंने कहा की खासकर स्कूली बच्चों को भी बरसात भर पढ़ाई लिखाई से वंचित होना पड़ता है। उन्होंने कहा कि इस समस्या को लेकर हमने कई बार जिला पदाधिकारी एवं सांसद व विधायक को आवेदन देकर हार चुके हैं। लेकिन समस्या आज भी जस की तस है। इसके कारण ग्रामीणों को आवाजाही में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
साथ ही एक गांव से दूसरे गांव तक पहुंचने में कई किलोमीटर की दूरी तय करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। इसके कारण किसानों को किसानी में काफी असुविधाएं उठानी पड़ रही है। जबकि बच्चों को स्कूल जाने से भी वंचित होना पड़ रहा है। बताते चलें कि दर्जनों गांव के लोगों का आवागमन भी भंग हो चुका है। स्थानीय ग्रामीणों में बादल ऋषिदेव, कृष्ण प्रसाद मंडल, अनिरुद्ध प्रसाद गिरी, मनोज कुमार मंडल, जंगला ऋषिदेव, श्याम लाल पासवान, अकमल आलम सहित लोगों ने जिला पदाधिकारी का ध्यान आकृष्ट कराते हुए जल्द पुल निर्माण कराने की मांग की है।
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