सारस न्यूज, सिलीगुड़ी।
इंटेलिजेंस ब्यूरो की टीम ने न्यू जलपाईगुड़ी रेलवे सुरक्षा बल की टीम के सहयोग से एक बार फिर एनजेपी स्टेशन से रोहिंग्या के बड़े दल को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। बीते शुक्रवार देर रात संदेह के आधार पर तीन पुरुष और चार महिला मिलाकर सात लोगों को हिरासत में लिया गया। बताया गया कि यह सभी लोग को एनजेपी स्टेशन पर इकट्ठे थे। सभी पर इंटेलिजेंस ब्यूरो की टीम की नजर पड़ी, इसके बाद आइबी टीम ने उनसे पूछताछ शुरू की। पूछताछ में सही जवाब नहीं मिलने ऐसा कोई एड्रेस प्रूफ साथ में नहीं होने के आधार पर सेंट्रल आइबी की टीम ने रेलवे सुरक्षा बल के सहयोग से हिरासत में लिया। गिरफ्तार सात रोहिंग्या में तीन पुरुष तथा चार महिलाएं हैं।
एनजेपी आरपीएफ के आधिकारिक सूत्रों द्वारा मिली जानकारी के अनुसार पूछताछ में पहले तो इन्होंने इंटेलिजेंस टीम को चकमा देने की कोशिश की। बारीकी से पूछताछ के बाद इन्होंने बताया कि वे म्यांमार से बांग्लादेश कई वर्ष पहले आए थे। इसके बाद बांग्लादेश के उनशिपारा, नंबर-20 ब्लॉक-02, कॉक्सबाजार शरणार्थी शिविर में रह रहे थे। शिविरों की खराब स्थिति के कारण, उन्होंने शिविर छोड़ दिया और एक एजेंट की मदद से भारतीय क्षेत्र में प्रवेश किया। इस दौरान वे बीते शुक्रवार को बोंगईगांव से 15960/डीएन कामरूप एक्सप्रेस में सवार हुए। एनजेपी पहुंचकर वे अन्य किसी ट्रेन से रोजी रोटी की जुगाड़ में दिल्ली जाने की फिराक में थे।
सूत्रों के मुताबिक गिरफ्तार रोहिंग्या के खिलाफ सारिका कुमारी, एलएसआई, आरपीएफ/एनजेपी की ओर से एनजेपी जीआरपी में एफआइआर दर्ज कराया गया है। इस लिखित शिकायत के आधार पर एनजेपी जीआरपीएस द्वारा केस नंबर-55/22, दिनांक-16/09/22 यू/एस 14 ए फॉरेनर्स एक्ट के तहत मामला दर्ज कर बीते शनिवार को जलपाईगुड़ी सीजीएम कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें तीन दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया।
उल्लेखनीय है कि न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन से इस वर्ष मार्च महीने में सात तथा अप्रैल महीने में 13 रोहिंग्या को गिरफ्तार करने में रेलवे सुरक्षा बल की टीम ने सफलता पाई थी।