मौसम के बदलते मिजाज से लोग परेशान बीमार पड़ रहे हैं। जिस कारण सैकडों मरीज ठाकुरगंज अस्पताल पहुंच रहे हैं। जिसकी संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। पेट संबंधी बीमारी संग बुखार-खांसी, खुजली से परेशान दर्जनों मरीजों की लाइन लग रही है।
चिकित्सकों का मानना है कि बदलते मौसम के मिजाज संग दूषित जल पीने व खराब खानपान, गंदगी इसका मुख्य कारण है। सितम्बर के अंतिम पखवाड़े तक मौसम के बदले मिजाज से लोगो को प्रचंड गर्मी से राहत नही मिल पा रही है। लेकिन अहले सुबह व देर रात्रि बारिश होने के कारण हल्के ठंड का एहसास करा रहा है। जिसका लोगों के शरीर पर इसका प्रतिकूल प्रभाव देखने को मिल रहा है। जिससे शरीर का तालमेल न बैठाने के कारण लोग बीमारी के शिकार होकर अस्पताल पहुंच रहे है।
ऐसे बरते सावधानी : ठाकुरगंज अस्पताल में तैनात चिकित्सक संजय कुमार का कहना है अभी त्योहारो का सीजन आरंभ होने वाला है। ऐसे में बच्चो व बुजुर्गों के स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। घर में बने खाना खाये। बाहर के खानो से परहेज करे। स्वच्छता का ध्यान रखे।
बाहर से आने के बाद हाथ-पैर अच्छी तरह धोये। स्वच्छ कपड़ों का प्रयोग करे। सुपाच्य भोजन ग्रहण करे। शाकाहारी भोजन अधिक करे। फाइवर युक्त भोजन करने की कोशिश करे।तैलीय पर्दाथो संग ठंडे व वासी भोजन का त्याग करे। उन्होंने बताया कि सीमावर्ती क्षेत्र की जल दूषित होती जा रही है। जिसके कारण यहां के लोग पेट सबंधी बीमारियों के शिकार हो रहे हैं।
सारस न्यूज टीम, ठाकुरगंज।
मौसम के बदलते मिजाज से लोग परेशान बीमार पड़ रहे हैं। जिस कारण सैकडों मरीज ठाकुरगंज अस्पताल पहुंच रहे हैं। जिसकी संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। पेट संबंधी बीमारी संग बुखार-खांसी, खुजली से परेशान दर्जनों मरीजों की लाइन लग रही है।
चिकित्सकों का मानना है कि बदलते मौसम के मिजाज संग दूषित जल पीने व खराब खानपान, गंदगी इसका मुख्य कारण है। सितम्बर के अंतिम पखवाड़े तक मौसम के बदले मिजाज से लोगो को प्रचंड गर्मी से राहत नही मिल पा रही है। लेकिन अहले सुबह व देर रात्रि बारिश होने के कारण हल्के ठंड का एहसास करा रहा है। जिसका लोगों के शरीर पर इसका प्रतिकूल प्रभाव देखने को मिल रहा है। जिससे शरीर का तालमेल न बैठाने के कारण लोग बीमारी के शिकार होकर अस्पताल पहुंच रहे है।
ऐसे बरते सावधानी : ठाकुरगंज अस्पताल में तैनात चिकित्सक संजय कुमार का कहना है अभी त्योहारो का सीजन आरंभ होने वाला है। ऐसे में बच्चो व बुजुर्गों के स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। घर में बने खाना खाये। बाहर के खानो से परहेज करे। स्वच्छता का ध्यान रखे।
बाहर से आने के बाद हाथ-पैर अच्छी तरह धोये। स्वच्छ कपड़ों का प्रयोग करे। सुपाच्य भोजन ग्रहण करे। शाकाहारी भोजन अधिक करे। फाइवर युक्त भोजन करने की कोशिश करे।तैलीय पर्दाथो संग ठंडे व वासी भोजन का त्याग करे। उन्होंने बताया कि सीमावर्ती क्षेत्र की जल दूषित होती जा रही है। जिसके कारण यहां के लोग पेट सबंधी बीमारियों के शिकार हो रहे हैं।
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