सारस न्यूज टीम, सारस न्यूज।
इस सांप का नाम रेड सैंड बोआ बताया जाता है। जज ने वन विभाग के कर्मियों को निर्देश दिया कि इस सांप को सुरक्षित तरीके से रखा जाए। इस सांप को पटना के वन्य जीव संरक्षण विभाग को सौंपा जा सकता है। बताया जाता है कि भारत में ये सांप अधिकतर राजस्थान में पाया जाता है।
क्या है पूरा मामला
असल में सतीश कुमार झा के सामने आज एक अजीबोगरीब मामला सामने आया। एक पारा विधिक स्वयंसेवक ने सचिव को यह सूचना दी कि लोगों ने दुर्लभ प्रजाति के एक सांप को पकड़ रखा है। इसकी सूचना मिलते ही न्यायाधीश सतीश कुमार झा ने सांप को सुरक्षित उनके सामने पेश करने का आदेश दिया गया। सांप को कार्यालय में पेश किया गया।
सचिव ने बताया कि मूल रूप से यह दोमुहा सांप राजस्थान में पाया जाता है। इसका नाम ‘रेड सैंड बोआ’ है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसकी तस्करी की जाती है। इसकी कीमत एक से लेकर 5 करोड़ तक आंकी गई है। इसका इस्तेमाल यौन क्षमता बढ़ाने वाली दवा, महंगे परफ्यूम, कैंसर की दवा आदि बनाने में व तांत्रिक क्रियाओं में किया जाता है। रेड सैंड बोआ भारत के राजस्थान, उत्तरप्रदेश सहित अन्य रेतीले और कुछ मैदानी-दलदली इलाकों में भी पाया जाता है।