शशि कोशी रोक्का, सारस न्यूज़, किशनगंज।
किशनगंज जिले के ठाकुरगंज प्रखंड के नेपाल बंगाल बॉर्डर से सटे ग्राम पंचायत भातगाॅव में स्थित प्राथमिक विद्यालय बंदरबाड़ी में शिक्षा विभाग के उदासीनता के कारण एक मात्र प्रधानाध्यापिका पर निर्भर है, लगभग 84 छात्र छात्राओं का भविष्य। विद्यालय में एक अकेले शिक्षक होने के कारण बच्चों के भविष्य के साथ हो रहा है खिलवाड़ शिक्षक के कमी के कारण छात्र-छात्राओं के पठन-पाठन में दिक्कत हो रही है। जिला के जिम्मेदार अधिकारी हैं बेखबर। आखिर कब तक इस तरह छात्र-छात्राओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ होता रहेगा। वहीं स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि एक शिक्षक होने के कारण हमारे बच्चे विद्यालय में पढ़ नहीं पा रहे हैं। अगर प्रधानाध्यापिका मीटिंग में चल जाते हैं या किसी कार्य से चलें जातें हैं तो स्कूल बंद करके चल जाते हैं जिससे बच्चों की पढ़ाई बाधित होती है। और हमारे बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है। हम सभी ग्रामीणों का सरकार से मांग है कि विद्यालय में शिक्षक की नियुक्ति कि जाए। ताकि हमारे क्षेत्र के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त हो और हमारे बच्चों को किसी निजी विद्यालय में पढ़ने के लिए मजबूर ना होना पड़े।

वही स्कूल के छात्र छात्राओं ने बताया स्कूल में ठीक से पढ़ाई नहीं होती है। ना ही हम लोग ठीक से पढ़ पाते हैं। जब मैडम एक या दो क्लास को पढ़ते हैं तो फिर हम लोग को नहीं पढ़ा पाती हैं। जिसके कारण हम लोग पढ़ नहीं पाते हैं। आपको बताते चलें कि एकल शिक्षका होने के कारण प्राथमिक विद्यालय बंदरबाड़ी में नहीं हो पा रही है, बच्चों की पढ़ाई, विद्यालय के बच्चों एवं ग्रामीणों ने शिक्षक बढ़ोतरी की मांग किया है। लगभग कई वर्षों से इस विद्यालय में एकल शिक्षक होने के कारण छात्र-छात्राओं के भविष्य अंधेरे में है। इस 1 से 5 क्लास के प्राथमिक विद्यालय में एकल शिक्षक पर ही निर्भर है पूरा विद्यालय इस संदर्भ में जब विद्यालय के प्रधानाध्यापिका अनीता राय बात की गई तो उन्होंने बायता 16 साल से मैं इस विद्यालय में कार्यरत हूं। विद्यालय में शिक्षक नियुक्ति को लेकर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को कई बार मौखिक एवं कई मर्तबा आवेदन भी लिखकर मैं अवगत करा चुकी हूं। पदाधिकारियों का कहना है कि ऐसी स्थिति 3 पंचायतों में है जहां एकल शिक्षक हैं। उन विद्यालय में शिक्षक की कमी के कारण नियुक्ति नहीं की जा रही है। वही जब इस संबंध में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी सुनैना कुमार से बात की गई तो उन्होंने कहा कि एक शिक्षक या शिक्षिका का प्रति नियोजन हम कर देंगे जिसके कारण बच्चों का भविष्य उज्जवल हो सकें हमारी कामना तो यही रहतीं हैं कि बच्चों कि भविष्य उज्जवल हो। अब देखने वाली बात यह होगी कि अधिकारी विद्यालय में शिक्षक नियुक्ति कब करते हैं?। या फिर इसी तरह छात्र-छात्राओं के भविष्य के साथ होते रहेगा खिलवाड़।