सारस न्यूज, किशनगंज।
सोमवार को राष्ट्रीय कृमि दिवस पर ठाकुरगंज प्रखंड के सभी सरकारी स्कूलों में बच्चों को कृमिनाशक दवा एल्बेंडाजोल की गोली खिलाई गई। इस दौरान स्कूली शिक्षकों ने किसी भी बच्चों को यह गोली घर ले जाने नहीं दिया और मध्यांतर में मध्यान्ह भोजन लेने के बाद स्कूली बच्चों को सभी क्लासरूम में बारी बारी से एलबेंडाजोल की दवाई खिलाई गई।
इस संबंध में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी सुनैना कुमारी ने बताया कि राष्ट्रीय कृमि दिवस पर 1 वर्ष के बच्चे से लेकर 19 वर्ष तक के सभी स्कूली छात्र-छात्राओं को एल्बेंडाजोल की गोलियां खिलाई गई है। किसी कारणवश 7 नवंबर को दवा खाने से वंचित बच्चों के लिए 11 नवंबर की तिथि भी मुकर्रर की गई है। उन्होंने कहा कि एल्बेंडाजोल की 400 एमजी की गोली स्कूलों में आवश्यकतानुसार उपलब्ध कराई गई थी। उन्होंने बताया कि शिक्षकों की मौजूदगी में ही बच्चों की उम्र के हिसाब से दवा का सही डोज खिलाने का प्रयास स्कूली शिक्षकों द्वारा किया गया है। उन्होंने बताया कि प्रखंड के 150 प्राथमिक विद्यालय, 104 मध्य विद्यालय सह उत्क्रमित उच्च विद्यालय, तीन इंटर स्तरीय माध्यमिक विद्यालय एवं 31 सरकारी मदरसा में अध्ययनरत करीब 52 हजार बच्चों को एलबेंडाजोल की गोली खिलाई गई है।
वहीं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अनिल कुमार ने बताया कि प्रखंड के वर्ष एक से 19 वर्ष के बच्चों को कृमि नाशक एलबेंडाजोल दवा खिलाने के लिए शिक्षा विभाग को पर्याप्त मात्रा में 400 एमजी गोली उपलब्ध कराया गया था। इसके अलावा अन्य विभागों से संबंधित बच्चे को कृमि नाशक दवा खिलाने के लिए गोली मुहैया कराई गई थी। इसकेे लिए मेडिकल टीम भी गठित की गई है। स्कूल से बाहर के बच्चों को दवा खिलाने की जिम्मेवारी संबंधित क्षेत्र की आशा कर्मी को सौंपी गई थी। उन्होंने कहा कि ज्यादातर कृमि कम उम्र में ही होती है। शरीर में कृमि होने से शरीर में खून की कमी, कुपोषण, भूख न लगना, बेचैनी, पेट दर्द, उल्टी और दस्त वजन में कमी जैसी परेशानियां पैदा होती है। कृमि संक्रमण चक्र की रोकथाम के लिए यह दवा सभी बच्चों को देना जरूरी है। कृमि नाशक दवाई से बच्चों के संपूर्ण शारीरिक और मानसिक विकास में मदद मिलती है। बच्चों को दवाई हमेशा चबाकर खाना चाहिए। एक से पांच साल के बच्चों को आधी गोली चूर्ण बनाकर पानी के साथ खिलाई जानी है। पांच साल से 19 साल तक के बच्चे एल्बेंडाजोल की गोली चबाकर खा सकते हैं।