मंगलवार को खोरीबाड़ी प्रखंड के फुलवारी खाललाइन मैदान में भगवान बिरसा मुंडा की 147वीं जयंती धूमधाम से मनाई गई। इस अवसर पर दार्जिलिंग के सांसद राजू बिष्ट, सिलीगुड़ी के भाजपा जिलाध्यक्ष, नक्सलबाड़ी- माटीगारा के विधायक आनंदमय बर्मन, फांसीदेवा विधायक दुर्गा मुर्मू आदि ने भगवान बिरसा मुंडा के तैल चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
इस दौरान भगवान बिरसा मुंडा के जीवन पर प्रकाश डालते हुए सांसद राजू बिष्ट ने कहा कि भारतीय इतिहास में बिरसा मुंडा एक ऐसे नायक थे जिन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी। अपने क्रांतिकारी चिंतन से उन्नीसवीं शताब्दी के उत्तरार्द्ध में अपने आदीवासी समाज की दशा और दिशा बदलकर नए सामाजिक और राजनीतिक युग का सूत्रपात किया। काले कानूनों को चुनौती देकर बर्बर ब्रिटिश साम्राज्य को तहस-नहस कर दिया था। 15 नवंबर 1875 को झारखंड के आदिवासी दम्पति सुगना और करमी के घर में जन्में बिरसा मुंडा ने साहस की स्याही से पुरुषार्थ के सभी पहलुओं पर शौर्य की शब्दावली रची। उन्होंने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा सही मायने में पराक्रम और सामाजिक जागरण के धरातल पर तत्कालीन युग के एकलव्य और स्वामी विवेकानंद थे।
ब्रिटिश हुकूमत ने खतरे का संकेत समझकर बिरसा मुंडा को गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया। वहां अंग्रेजों ने उन्हें धीमा जहर दिया और उक्त घटना के कारण 9 जून 1900 को शहीद हो गए। वहीं इस दौरान भारतीय जनता किसान मोर्चा की ओर से सांसद राजू बिष्ट को एक ज्ञापन सौंपा जिसमें खोरीबारी ब्लॉक के अंतर्गत चाय बागान श्रमिक एवं खेतिहर मजदूरों को आधार कार्ड बनाने के हो रही मुश्किलों की ओर ध्यान आकृष्ट कराया गया। श्रमिकों एवं मजदूरों सहित आमजनों की सुविधा के लिए खोरीबारी ब्लॉक में आधार कार्ड सेन्टर खोलने की मांग की गई। इस मौके पर भाजपा के विभिन्न मंडलों के अधिकारी व कार्यकर्त्ता मौजुद रहे।
चंदन मंडल, सारस न्यूज, खोरीबाड़ी।
मंगलवार को खोरीबाड़ी प्रखंड के फुलवारी खाललाइन मैदान में भगवान बिरसा मुंडा की 147वीं जयंती धूमधाम से मनाई गई। इस अवसर पर दार्जिलिंग के सांसद राजू बिष्ट, सिलीगुड़ी के भाजपा जिलाध्यक्ष, नक्सलबाड़ी- माटीगारा के विधायक आनंदमय बर्मन, फांसीदेवा विधायक दुर्गा मुर्मू आदि ने भगवान बिरसा मुंडा के तैल चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
इस दौरान भगवान बिरसा मुंडा के जीवन पर प्रकाश डालते हुए सांसद राजू बिष्ट ने कहा कि भारतीय इतिहास में बिरसा मुंडा एक ऐसे नायक थे जिन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी। अपने क्रांतिकारी चिंतन से उन्नीसवीं शताब्दी के उत्तरार्द्ध में अपने आदीवासी समाज की दशा और दिशा बदलकर नए सामाजिक और राजनीतिक युग का सूत्रपात किया। काले कानूनों को चुनौती देकर बर्बर ब्रिटिश साम्राज्य को तहस-नहस कर दिया था। 15 नवंबर 1875 को झारखंड के आदिवासी दम्पति सुगना और करमी के घर में जन्में बिरसा मुंडा ने साहस की स्याही से पुरुषार्थ के सभी पहलुओं पर शौर्य की शब्दावली रची। उन्होंने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा सही मायने में पराक्रम और सामाजिक जागरण के धरातल पर तत्कालीन युग के एकलव्य और स्वामी विवेकानंद थे।
ब्रिटिश हुकूमत ने खतरे का संकेत समझकर बिरसा मुंडा को गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया। वहां अंग्रेजों ने उन्हें धीमा जहर दिया और उक्त घटना के कारण 9 जून 1900 को शहीद हो गए। वहीं इस दौरान भारतीय जनता किसान मोर्चा की ओर से सांसद राजू बिष्ट को एक ज्ञापन सौंपा जिसमें खोरीबारी ब्लॉक के अंतर्गत चाय बागान श्रमिक एवं खेतिहर मजदूरों को आधार कार्ड बनाने के हो रही मुश्किलों की ओर ध्यान आकृष्ट कराया गया। श्रमिकों एवं मजदूरों सहित आमजनों की सुविधा के लिए खोरीबारी ब्लॉक में आधार कार्ड सेन्टर खोलने की मांग की गई। इस मौके पर भाजपा के विभिन्न मंडलों के अधिकारी व कार्यकर्त्ता मौजुद रहे।
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