सारस न्यूज, किशनगंज।
ठाकुरगंज उच्च विद्यालय के संस्कृत विषय के पूर्व व्याख्याता, प्रखर विद्वान, मृदुभाषी, स्वच्छ व्यक्तित्व के धनी, पूर्व पत्रकार वयोवृद्ध स्व. यशोधर झा की मृत्यु की खबर सुनकर पूरे ठाकुरगंज शहर में शोक की लहर दौड़ गयी। उनकी उम्र करीब 100 वर्ष थी तथा वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे। शुक्रवार के दिन अचानक उनकी तबियत बिगड़ जाने के कारण उन्हें सिलीगुड़ी ले जाया गया।
जहां निजी नर्सिंग होम में देर रात को उन्होंने अंतिम सांस ली। वे ठाकुरगंज उच्च विद्यालय में संस्कृत के विद्वान शिक्षक रहे। सेवानिवृति के बाद उन्होंने वर्षो तक एक अखबार में पत्रकारिता में भी काम किया। पूरा शहर उन्हें मास्टरजी के नाम से सम्मान देता था। उनके निधन की खबर सुनते ही ठाकुरगंज के गणमान्य लोगों के साथ साथ उनके विद्यार्थी रहे दर्जनों लोग उनके अंतिम संस्कार यात्रा में शामिल हुए। गाजे बाजे के साथ उन्हें महानंदा घाट ले जाया गया। वहां उनके दूसरे पुत्र अनिल झा ने मुखाग्नि दी।
वे अपने पीछे 5 पुत्र- पुत्रवधु व पोता पोती सहित भरा पुरा परिवार छोड़ गए। वहीं ठाकुरगंज उच्च विद्यालय के पूर्व प्रधानाध्यापक उदयानंद झा ने कहा कि ठाकुरगंज के विद्वत समाज का एक सूर्य अस्त हो गया। पंडित यशोधर झा की भरपाई कभी नहीं हो सकती है। वे संस्कृत के विद्वान थे। संस्कृत जगत की यह बहुत बड़ी क्षति है।
