सारस न्यूज, किशनगंज।
सारण में हुए जहरीली शराब कांड के मास्टरमाइंड राजेश सिंह उर्फ डॉक्टर और उसके चार सहयोगी संजय महतो, शैलेश राय, सोनू गिरि व अर्जुन महतो को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। एसपी संतोष कुमार ने बताया कि शराब कांड के बाद एसआइटी ने मास्टर माइंड राजेश के सहयोगी संजय महतो को गिरफ्तार किया और उसी की निशानदेही पर पूरे जिले में शराब सप्लाई करनेवाले इस नेटवर्क का खुलासा किया गया है।
राजेश व उसके सहयोगी शैलेंद्र राय पहले भी जिले में स्पिरिट की सप्लाई के मामले में जेल जा चुके हैं। इनके नेटवर्क के माध्यम से विगत दो – तीन साल से शराब बनाकर छोटे वेंडरों को दी जाती है। शराब कांड का मास्टरमाइंड राजेश सिंह जिले के जलालपुर प्रखंड के नूननगर कांही का निवासी बताया गया है। जांच में खुलासा हुआ है कि वह होम्योपैथिक दवा से शराब बनाता था। उसने होम्योपैथिक दवा में केमिकल मिलाकर पूरे जिले में शराब की सप्लाई करने का नेटवर्क खड़ा किया था। 13 दिसंबर की रात इसी शराब को पीने के बाद मौतों का सिलसिला शुरू हुआ था।
ऐसे हुआ मामले का खुलासा
14 दिसंबर को मास्टरमाइंड राजेश का साथी संजय महतो केमिकल से बनी जहरीली शराब पीने से बीमार हो गया। सदर अस्पताल में इलाज करा कर उसके ठीक होने के बाद पुलिस को पता चला कि वह शराब का सप्लायर है। इसके बाद पुलिस ने उसे इसुआपुर के डोइला गांव स्थित उसके घर से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में संजय ने राजेश उर्फ डॉक्टर की ओर से शराब बनाने की सामग्री दिये जाने की बात स्वीकार की। इसके बाद मामले का पूरा खुलासा हुआ।
सीवान पहुंची एनएचआरसी टीम
जहरीली शराब से मौत के मामले की जांच करने पहुंची राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) की टीम ने शुक्रवार की अहले सुबह सीवान जिले के ब्रह्मस्थान और सौधानी गांव में पांचों मृतकों के परिजनों से मिल कर बातचीत की और उसे रिकॉर्ड किया। टीम का नेतृत्व आयोग के डीआइजी सुनील मीणा रहे थे। उनके साथ आयोग के डीएसपी राजेंद्र सिंह भी थे। जहरीली शराब पीने से ब्रह्मस्थान के चौकीदार समेत पांच लोगों की मौत हुई थी।
केमिकल का हुआ था उपयोग
छपरा शराब कांड को लेकर पुलिस मुख्यालय में एडीजी जीएस गंगवार ने कहा कि शराब के निर्माण में दूसरे केमिकल का इस्तेमाल हुआ है। विसरा की जांच की जा रही है। जांच रिपोर्ट आने पर पूरी बात साफ होगी जहरीली शराब से छपरा में दर्जनों लोगों की मौत के मामले में पुलिस से क्या चूक हुई। इसकी पड़ताल की जा रही है।
पुलिस मुख्यालय अपने स्तर से जांच पड़ताल करा रहा है। गंगवार का कहना है कि शराब किस केमिकल से बनी थी। यह अभी जांच का ही विषय है। पुलिस जब्त शराब के सैंपल की जांच करा रहा है। इस शराब में जो कैमिकल मिला है। उसकी मरने वालों के बिसरा में मिले कैमिकल से मिलान कराया जायेगा। इसके बाद ही स्थिति साफ होगी कि लोग किस तरह की जहरीली शराब से अपनी जान गंवा बैठे थे।