राज्य के सरकारी इंजीनियरिंग व पॉलिटेक्निक कॉलेजों में पढ़ने वाले छात्रों का कैंपस सेलेक्शन हो रहा है। देश की नामी-गिरामी कंपनियों द्वारा छात्रों को प्रति वर्ष लाखों का पैकेज दिया जा रहा है। चालू शैक्षणिक सत्र में अब तक 750 इंजीनियरिंग तो 1283 पॉलिटेक्निक के छात्रों का कैंपस सेलेक्शन हुआ है। इस बाबत विभागीय मंत्री सुमित कुमार सिंह ने सभी चयनित छात्रों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि सरकार की कोशिश है कि इंजीनियरिंग व पॉलिटेक्निक में पढ़ने वाले छात्रों का कैंपस सेलेक्शन हो।
इसके लिए संस्थानीय व विभागीय स्तर पर हर संभव प्रयास किया जाएगा। विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह ने कहा कि एचसीएल टेक्नोलॉजी, टीसीएस, इंफोसिस, विप्रो, अल्ट्राटेक सीमेंट, नीलकमल, एलएंडटी, बीवाईजेयू आदि कंपनियों ने छात्रों का चयन किया है। इंजीनियरिंग में बीवाईजेयू ने सबसे अधिक आठ लाख प्रति के पैकेज के आधार पर दो छात्रों का चयन किया है।
वहीं पॉलिटेक्निक में दो छात्रों को 3.6 लाख का पैकेज मिला है। दिसंबर में इंजीनियरिंग कॉलेजों के 131 छात्रों और 278 पॉलिटेक्निक छात्रों का चयन हुआ है। इसमें एचसीएल टेक्नोलॉजी ने 37, स्मार्ट टेकलिंक ने 23 तो हाईटेक नेक्स्ट इंजीनियरिंग ने 40 इंजीनियरिंग के छात्रों का चयन किया है। कृष्णा मारुति ने सबसे अधिक 96 पॉलिटेक्निक के छात्रों का चयन किया है।
इसके बाद डिक्सॉन टेक्नोलॉजी ने 34, बजाज ऑटो लिमिटेड ने 28, लक्ष्मी अग्नि कंपोनेंट ने 29 तो एसएसडब्ल्यूएल ने 23 पॉलिटेक्निक के छात्रों का चयन किया है। सचिव ने कहा कि सरकारी संस्थानों में बुनियादी सुविधाएं बेहतर हुई है। इसी का परिणाम है कि अब विभिन्न कंपनियों की ओर से सरकारी इंजीनियरिंग व पॉलिटेक्निक संस्थानों के छात्रों का कैंपस सेलेक्शन हो रहा है।
सारस न्यूज टीम, पटना।
राज्य के सरकारी इंजीनियरिंग व पॉलिटेक्निक कॉलेजों में पढ़ने वाले छात्रों का कैंपस सेलेक्शन हो रहा है। देश की नामी-गिरामी कंपनियों द्वारा छात्रों को प्रति वर्ष लाखों का पैकेज दिया जा रहा है। चालू शैक्षणिक सत्र में अब तक 750 इंजीनियरिंग तो 1283 पॉलिटेक्निक के छात्रों का कैंपस सेलेक्शन हुआ है। इस बाबत विभागीय मंत्री सुमित कुमार सिंह ने सभी चयनित छात्रों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि सरकार की कोशिश है कि इंजीनियरिंग व पॉलिटेक्निक में पढ़ने वाले छात्रों का कैंपस सेलेक्शन हो।
इसके लिए संस्थानीय व विभागीय स्तर पर हर संभव प्रयास किया जाएगा। विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह ने कहा कि एचसीएल टेक्नोलॉजी, टीसीएस, इंफोसिस, विप्रो, अल्ट्राटेक सीमेंट, नीलकमल, एलएंडटी, बीवाईजेयू आदि कंपनियों ने छात्रों का चयन किया है। इंजीनियरिंग में बीवाईजेयू ने सबसे अधिक आठ लाख प्रति के पैकेज के आधार पर दो छात्रों का चयन किया है।
वहीं पॉलिटेक्निक में दो छात्रों को 3.6 लाख का पैकेज मिला है। दिसंबर में इंजीनियरिंग कॉलेजों के 131 छात्रों और 278 पॉलिटेक्निक छात्रों का चयन हुआ है। इसमें एचसीएल टेक्नोलॉजी ने 37, स्मार्ट टेकलिंक ने 23 तो हाईटेक नेक्स्ट इंजीनियरिंग ने 40 इंजीनियरिंग के छात्रों का चयन किया है। कृष्णा मारुति ने सबसे अधिक 96 पॉलिटेक्निक के छात्रों का चयन किया है।
इसके बाद डिक्सॉन टेक्नोलॉजी ने 34, बजाज ऑटो लिमिटेड ने 28, लक्ष्मी अग्नि कंपोनेंट ने 29 तो एसएसडब्ल्यूएल ने 23 पॉलिटेक्निक के छात्रों का चयन किया है। सचिव ने कहा कि सरकारी संस्थानों में बुनियादी सुविधाएं बेहतर हुई है। इसी का परिणाम है कि अब विभिन्न कंपनियों की ओर से सरकारी इंजीनियरिंग व पॉलिटेक्निक संस्थानों के छात्रों का कैंपस सेलेक्शन हो रहा है।
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