सारस न्यूज, चंदन मंडल, सिलीगुड़ी।
प्रधानमंत्री आवास योजना का नाम बदलकर लंबे समय तक बांग्ला आवास योजना चलाया जाता रहा, लेकिन केंद्र की सरकार चुपचाप रही। अब केंद्र की सरकार इस पर शोर मचा रही है। बिना केंद्र के सहमति के प्रधानमंत्री आवास योजना में गड़बड़ी संभव नहीं है। तृणमूल कांग्रेस के प्रधान, उप प्रधान, पंचायत सदस्य ने अपने लोगों को आवास दिलाया है, जो इनके नहीं थे। उनसे पैसे लिए गए।
उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ माकपा के कार्यकर्ता सड़क पर उतरकर लड़ रहे हैं। भाजपा व तृणमूल कांग्रेस कहने के लिए एक दूसरे से लड़ रहे हैं । उक्त बातें माकपा के राज्य सचिव मोहम्मद सलीम ने कही है। वे रविवार को सिलीगुड़ी स्थित अनिल विश्वास भवन में पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि दीदीर सुरक्षा कवच के जरिए तृणमूल कांग्रेस अपनी सुरक्षा कवच की व्यवस्था कर रही है। इसके कारण भी हैं।
एसएससी नियुक्ति में भ्रष्टाचार, मनरेगा के फंड में भ्रष्टाचार व बांग्ला आवास योजना में भ्रष्टाचार करने के बाद उनके नेताओं को सुरक्षा कवच की जरूरत पड़ रही है। भ्रष्टाचार करने वाले अब बचने के लिए तृणमूल कांग्रेस से भाजपा में जा रहे हैं। एक समय यहीं लोग भाजपा से तृणमूल कांग्रेस में आए थे। अभिषेक बनर्जी, कुणाल घोष व सुवेंदु अधिकारी में कोई ज्यादा अंतर नहीं है। देखा जाए वे लोग एक ही थाली के चट्टे -बट्टे हैं।
उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस के नेता, मंत्री व कार्यकर्ता सभी भ्रष्टाचार में डूबे हुए हैं। जिनकों जहां मिल रहा है, वह वहीं लूटने में व्यस्त हैं। एसएससी के पूर्व चेयरमैन, पूर्व उप कुलपति, पूर्व मंत्री सभी जेल में हैं। उन्होंने कहा कि दोनों की लूट में मिली भगत है। उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी को पहले भ्रम था कि नागपुर उन्हें बचा लेगा, लेकिन अब उन्हें कोई नहीं बचा सकता। उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र सरकार की ओर से मनरेगा के लिए फंड रोक दिया गया है।
राज्य सरकार की गलती की सजा जनता को मिल रही है। यह सही नहीं है। भ्रष्टाचार के लिए जो जिम्मेवार हैं। उन्हें ढुंढा जाए। योजनाओं को बंद करने या रोकने से जनता को परेशानी होगी। उन्होंने कहा कि बंगाल की जनता जाग रही है। उसे अब धोखा नहीं दिया जा सकता है।