एक बार फिर वंदे भरात ट्रेन पर पथराव की घटना सामने आई है। इसे लेकर वंदे भरात ट्रेन में 4 बार पथराव की घटना हो चुकी है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक सोमवार को हावड़ा से एनजेपी आने के दौरान बर्दवान से चंदनपुर के बीच वंदे भारत ट्रेन पर पथराव किया गया। पथराव के कारण ट्रेन के सी5 कोच का खिड़की का शीशा टूट गया। जिसके चलते ट्रेन में सवार यात्री डर गए।
वे सभी तुरंत दूसरी जगह चले गए। हावड़ा-न्यू जलपाईगुड़ी के बीच वंदे भारत ट्रेन के शुरू हुए अभी दस दिन का समय भी नहीं गुजरा है और अबतक चार बार पथराव हो चुका है। वंदे भारत ट्रेन में बार-बार पथराव की घटना से कई लोग ट्रेन में यात्रियों की सुरक्षा पर सवाल उठा रहे हैं।
बताते चलें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 30 दिसंबर को देश की सातवीं वंदे भारत ट्रेन का उद्घाटन किया था। इसके बाद 2 जनवरी को वंदे भारत ट्रेन में पथराव किया गया था, जिससे ट्रेन के सी13 कोच के एक दरवाजे का शीशा टूट गया था। इस घटना के बाद पूर्वोत्तर रेलवे ने एक शिकायत दर्ज कराई थी। बाद मे वंदे भारत ट्रेन में 3 तारीख को भी पथराव हुए। इस घटना के बाद एनजेपी में आरपीएफ और जीआरपी के अधिकारियों के बीच एक उच्च स्तरीय बैठक हुई।
सुरक्षा के लिए एक व्हाट्सएप ग्रुप भी बनाया गया था। रेलवे की चौकसी के बावजूद कल यानी 8 जनवरी को बारोसई रेलवे स्टेशन के पास वंदे भारत ट्रेन पर पथराव किया गया। इसके बाद सोमवार को बर्दवान से चंदनपुर के बीच ट्रेन में पथराव किया गया। घटना के बाद रेलवे पुलिस और रेलवे विभाग पूरे घटना की जांच में जुट गया है। रेल विभाग के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार इन सभी घटनाओं को अंजाम कौन दे रहा है। इसकी जांच की जा रही है।
सारस न्यूज, सिलीगुड़ी।
एक बार फिर वंदे भरात ट्रेन पर पथराव की घटना सामने आई है। इसे लेकर वंदे भरात ट्रेन में 4 बार पथराव की घटना हो चुकी है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक सोमवार को हावड़ा से एनजेपी आने के दौरान बर्दवान से चंदनपुर के बीच वंदे भारत ट्रेन पर पथराव किया गया। पथराव के कारण ट्रेन के सी5 कोच का खिड़की का शीशा टूट गया। जिसके चलते ट्रेन में सवार यात्री डर गए।
वे सभी तुरंत दूसरी जगह चले गए। हावड़ा-न्यू जलपाईगुड़ी के बीच वंदे भारत ट्रेन के शुरू हुए अभी दस दिन का समय भी नहीं गुजरा है और अबतक चार बार पथराव हो चुका है। वंदे भारत ट्रेन में बार-बार पथराव की घटना से कई लोग ट्रेन में यात्रियों की सुरक्षा पर सवाल उठा रहे हैं।
बताते चलें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 30 दिसंबर को देश की सातवीं वंदे भारत ट्रेन का उद्घाटन किया था। इसके बाद 2 जनवरी को वंदे भारत ट्रेन में पथराव किया गया था, जिससे ट्रेन के सी13 कोच के एक दरवाजे का शीशा टूट गया था। इस घटना के बाद पूर्वोत्तर रेलवे ने एक शिकायत दर्ज कराई थी। बाद मे वंदे भारत ट्रेन में 3 तारीख को भी पथराव हुए। इस घटना के बाद एनजेपी में आरपीएफ और जीआरपी के अधिकारियों के बीच एक उच्च स्तरीय बैठक हुई।
सुरक्षा के लिए एक व्हाट्सएप ग्रुप भी बनाया गया था। रेलवे की चौकसी के बावजूद कल यानी 8 जनवरी को बारोसई रेलवे स्टेशन के पास वंदे भारत ट्रेन पर पथराव किया गया। इसके बाद सोमवार को बर्दवान से चंदनपुर के बीच ट्रेन में पथराव किया गया। घटना के बाद रेलवे पुलिस और रेलवे विभाग पूरे घटना की जांच में जुट गया है। रेल विभाग के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार इन सभी घटनाओं को अंजाम कौन दे रहा है। इसकी जांच की जा रही है।
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