सारस न्यूज टीम, पटना।
देश के उत्तरी राज्यों में इस वक्त कड़ाके की ठंड से लोगों का हाल बेहाल है। गरीब मजदूरों के लिए अलाव या अंगीठी ही इससे बचने का एकमात्र सहारा है। हालांकि, इसके खतरे को भी नकारा नहीं जा सकता। पंजाब में अंघीठी से पांच लोगों की मौत का ऐसा ही मामला सामने आया है। पंजाब में पड़ रही कड़ाके की सर्दी से बचने के लिए कमरे में रखी अंगीठी के धुएं से दम घुटने के कारण संगरूर के सुनाम स्थित चट्ठे ननहेड़ा के शैलर में बिहार के पांच मजदूरों की मौत हो गई।
बताया जा रहा है कि रात को कमरे में अंगीठी जलाकर बिहार के छह प्रवासी मजदूर सो गए थे, जिसमें से पांच की दम घुटने से मौत हो गई। जबकि एक मजदूर अस्पताल में जिंदगी व मौत के बीच जूझ रहा है। मृतकों में करण कुमार सदा, अमंत सदा व राधे सदा सहरसा जिले के गांव बेल डावर जबकि सत्यनारायण सदा व सचिन कुमार बेगूसराय जिले के रहने वाले थे। साथ में रहने वाले रविंदर कुमार ने बताया कि उसके साथ छह श्रमिकों ने रविवार रात को शैलर पर कामकाज खत्म करके खाना खाया व फिर कमरे में सोने के लिए चले गए। इस दौरान उन्होंने अंगीठी में चावल का फूस व अन्य सामग्री डालकर कमरे में रख ली और दरवाजा बंद कर दिया। सुबह करीब सात बजे जब उन्हें चाय पीने के लिए दूसरे साथी बुलाने गए तो किसी ने दरवाजा नहीं खोला। इसके बाद उन्होंने शैलर मालिक को फोन पर सूचना दी। कमरे का दरवाजा तोड़कर अंदर देखा कि सत्यनारायण सदा, करण सदा, सचिन कुमार, राधे सदा और अमंत कुमार मौत हो चुकी थी। पूरे कमरे में धुआं भरा था। वहीं, शिवरूद्र की सांसें चल रही थीं, जिसे तुरंत सुनाम के अस्पताल में भर्ती करवाया गया। पुलिस चौकी छाजली के प्रभारी मनप्रीत सिंह ने कहा कि शवों को पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल सुनाम में भेज दिया गया है। स्वजनों के आने के बाद अगली कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
घटना में मुख्यमंत्री ने जताया शोक:
पांच मजदूरों की दम घुटने से हुई मौत पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गहरा शोक जताया है। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि पंजाब सरकार से समन्वय स्थापित कर मृतकों के पार्थिव शरीर को बिहार लाने की व्यवस्था सुनिश्चित करें। उधर, पंजाब के कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा ने पीड़ित परिवारों को हरसंभव मदद प्रदान करने का भरोसा दिलाया है। वहीं पंजाब राज्य के संगरूर में बिहार के 5 मजदूरों की दम घुटने से हुई आकस्मिक मृत्यु पर अपनी शोक संवेदना व्यक्त करते राज्य के श्रम संसाधन मंत्री सुरेन्द्र राम ने कहा कि आश्रितों को हर संभव मदद और प्रवासी दुर्घटना योजना के तहत अनुदान दिया जाएगा।