सोमवार को 19वीं वाहिनी एसएसबी मुख्यालय ठाकुरगंज के संग सभी समवाय व बीओपी में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के 75वीं पुण्यतिथि पर श्रृद्धांजलि अर्पित की गई। वहीं इस तिथि को शहीद दिवस के रुप में मनाते हुए उप कमान्डेंट रविकांत द्विवेदी के नेतृत्व में सभी अधीनस्थ अधिकारियों एवं जवानों ने दो मिनट का मौन रखा.
मौन धारण के उपरांत वाहिनी के उप कमान्डेंट रविकांत द्विवेदी ने सबों को संबोधित करते हुए कहा कि 30 जनवरी की तारीख देश के इतिहास में एक काले दिन के तौर पर दर्ज है। 30 जनवरी, साल 1948 वही तारीख है जब नाथूराम गोडसे ने महात्मा गांधी की हत्या कर दी थी। यह दिन पूरे देश के लिए क्षति का दिन बन गया था, इसलिए महात्मा गांधी की याद में उनकी पुण्यतिथि को हम भारतवासी शहीद दिवस के तौर पर मनाते हैं। उन्होंने कहा कि विश्व शांति और भारत की प्रगति का जो मार्ग महात्मा गांधी ने दिखाया वह आज भी बहुत प्रासंगिक है। उनकी प्रेरणा से ही आज एक नए भारत का निर्माण प्रगति पर है।
उन्होंने कहा कि भारत के महान आदर्शों से पूरी दुनिया को रूबरू कराने वाले एवं सत्य और अहिंसा का पाठ पढ़ाने वाले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी से ही हमें शांतिपूर्ण आंदोलन, प्रेम-भाईचारा व सत्याग्रह जैसी विरासत मिली हैं। हमें उनके विचारों को आत्मसात कर ही देश को आगे बढ़ा सकते हैं।
वहीं इस मौके पर सहायक कमान्डेंट जय प्रकाश कुमार, सहायक कमान्डेंट (चिकित्सा) सुमित कुमार चौरसिया सहित समस्त अधीनस्थ अधिकारीगण सहित बल के समस्त जवान उपस्थित थे।
सारस न्यूज, किशनगंज।
सोमवार को 19वीं वाहिनी एसएसबी मुख्यालय ठाकुरगंज के संग सभी समवाय व बीओपी में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के 75वीं पुण्यतिथि पर श्रृद्धांजलि अर्पित की गई। वहीं इस तिथि को शहीद दिवस के रुप में मनाते हुए उप कमान्डेंट रविकांत द्विवेदी के नेतृत्व में सभी अधीनस्थ अधिकारियों एवं जवानों ने दो मिनट का मौन रखा.
मौन धारण के उपरांत वाहिनी के उप कमान्डेंट रविकांत द्विवेदी ने सबों को संबोधित करते हुए कहा कि 30 जनवरी की तारीख देश के इतिहास में एक काले दिन के तौर पर दर्ज है। 30 जनवरी, साल 1948 वही तारीख है जब नाथूराम गोडसे ने महात्मा गांधी की हत्या कर दी थी। यह दिन पूरे देश के लिए क्षति का दिन बन गया था, इसलिए महात्मा गांधी की याद में उनकी पुण्यतिथि को हम भारतवासी शहीद दिवस के तौर पर मनाते हैं। उन्होंने कहा कि विश्व शांति और भारत की प्रगति का जो मार्ग महात्मा गांधी ने दिखाया वह आज भी बहुत प्रासंगिक है। उनकी प्रेरणा से ही आज एक नए भारत का निर्माण प्रगति पर है।
उन्होंने कहा कि भारत के महान आदर्शों से पूरी दुनिया को रूबरू कराने वाले एवं सत्य और अहिंसा का पाठ पढ़ाने वाले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी से ही हमें शांतिपूर्ण आंदोलन, प्रेम-भाईचारा व सत्याग्रह जैसी विरासत मिली हैं। हमें उनके विचारों को आत्मसात कर ही देश को आगे बढ़ा सकते हैं।
वहीं इस मौके पर सहायक कमान्डेंट जय प्रकाश कुमार, सहायक कमान्डेंट (चिकित्सा) सुमित कुमार चौरसिया सहित समस्त अधीनस्थ अधिकारीगण सहित बल के समस्त जवान उपस्थित थे।
Leave a Reply