सारस न्यूज, बिहारशरीफ।
सासाराम और नालंदा के बिहारशरीफ में रामनवमी जुलूस के दौरान हुई घटना पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में रविवार को उच्चस्तरीय बैठक हुई। इस दौरान मुख्यमंत्री ने बिहारशरीफ में हुई हिंसा के मृतकों के परिजन को पांच लाख का मुआवजा देने का निर्देश दिया। साथ ही सीएम नीतीश ने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिया कि अफवाह फैलाने वालों पर नजर रखें। उपद्रवियों की पहचान कर उन पर सख्त कार्रवाई करें।
मुख्यमंत्री ने बैठक में भाग लेने अधिकारियों को सख्त लहजे में कहा कि किसी भी परिस्थिति में कोई गड़बड़ी नहीं कर पाए। विधि-व्यवस्था बनाकर रखें। मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस और प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट मोड में रहे। नीतीश कुमार ने समीक्षा बैठक में मौजूद मुख्य सचिव आमिर सुबहानी और डीजीपी आरएस भट्टी को यह निर्देश दिया कि सभी जिलों के डीएम और एसपी के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से अविलंब बात करें और पूरी जानकारी लें।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने पटना प्रमंडल के आयुक्त, शाहाबाद रेंज के पुलिस उप महानिरीक्षक, रोहतास व नालंदा के डीएम-एसपी से बात कर मौजूदा स्थिति की जानकारी अपने स्तर पर ली। मुख्यमंत्री की समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव आमिर सुबहानी, डीजीपी आरएस भट्टी व मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डा.एस सिद्धार्थ सहित कई आला अधिकारी उपस्थित थे। वहीं बिहारशरीफ में दंगे के दौरान एक व्यक्ति की मौत के बाद सीएम ने मृतक के परिजनों को पांच लाख के अनुग्रह अनुदान देने का निर्देश दिया है। बता दें, बिहारशरीफ में हुए हंगामे में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। मुख्यमंत्री ने इस घटना की पूरी जानकारी ली और मृतक के पिता एवं भाई से फोन पर बात की।
मुख्य सचिव और डीजीपी ने प्रेस कान्फ्रेंस कर के दी जानकारी
उन्होंने इस घटना पर गहरी संवेदना व्यक्त की। मुख्यमंत्री ने मृतक के परिजन को मुख्यमंत्री राहत कोष से पांच लाख रुपये का अनुग्रह अनुदान दिए जाने का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री के इस बैठक में कार्यस्थल पर दिशा निर्देश जारी किए गए। मुख्यमंत्री के निर्देश पर मुख्य सचिव आमिर सुभी और आरएस भट्टी द्वारा एक प्रेस कॉन्फ्रेंस भी किया गया और विस्तृत तौर पर शिकंजा कसे जाने की पूरी जानकारी दी गई।