भारत-नेपाल सीमा पर तैनात 19वीं वाहिनी एसएसबी ठाकुरगंज की विभिन्न चौकियों के जवानों द्वारा बुधवार को धनतोला से लंबी दूरी का गश्ती (लांग रेंज पेट्रोलिंग) अभ्यास कार्यक्रम की शुरूआत की गई। 19वीं वाहिनी एसएसबी ठाकुरगंज के कमांडेंट मधुकर अमिताभ के नेतृत्व में वाहिनी मुख्यालय ठाकुरगंज के अन्य अधिकारियों, जवानों ने डोरिया- धनतोला से सटे बार्डर पीलर संख्या 128 से पैदल मार्च शुरू करते हुए बिहारटोला, सुरीभिट्ठा, कद्दुभिट्ठा के नो मेंस लैंड तक गश्ती करते हुए ठाकुरगंज बटालियन मुख्यालय की ओर बढ़े। इस दौरान जवानों ने नो मेंस लैंड पर पीलर, सब पीलर की जांच करते हुए नए पदाधिकारियों एवं जवानों को अपने अपने आवंटित जिम्मेदारी वाले क्षेत्रों का बोध कराने के ईरादे से इलाका भ्रमण कराया । ताकि किसी भी असामाजिक गतिविधियों से बिना संशय डटकर मुकाबला किया जा सके।
गौरतलब है कि भारत-नेपाल सीमा पर तैनात एसएसबी के विभिन्न कंपनियों के सीमा चौकियों में जवानों द्वारा लांग रेंज पेट्रोलिंग (एलआरपी) अभ्यास कार्यक्रम चलाया जा रहा है। अभ्यास कार्यक्रम में सीमा पर आतंकवाद, राष्ट्र विरोधी ताकतों से लड़ने, तस्करी को रोकने के साथ प्राकृतिक आपदाओं जैसे बाढ़ पानी, भूकंप आदि से खुद को और सीमावर्ती क्षेत्र के लोगों को बचाने आदि बिंदुओं पर अभ्यास किए गए।
इस मौके पर एसएसबी अधिकारी ने बताया कि भारत-नेपाल सीमा पर अवैध आवाजाही और तस्करों पर एसएसबी की पैनी नजर है। भारत-नेपाल की खुली सीमा पर सुरक्षा की दृष्टि से लांग रेंज पेट्रोलिंग (लंबी दूरी की गश्त) की जा रही है। उन्होंने बताया कि जवान सीमा से सटे ग्रामीणों क्षेत्रों की गहन पड़ताल कर रहे हैं। अवैध आवाजाही, तस्करी और राष्ट्रविरोधी गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। आवाजाही के लिए संभावित ठिकानों पर अतिरिक्त सतर्कता बरती जा रही है।
सारस न्यूज, किशनगंज।
भारत-नेपाल सीमा पर तैनात 19वीं वाहिनी एसएसबी ठाकुरगंज की विभिन्न चौकियों के जवानों द्वारा बुधवार को धनतोला से लंबी दूरी का गश्ती (लांग रेंज पेट्रोलिंग) अभ्यास कार्यक्रम की शुरूआत की गई। 19वीं वाहिनी एसएसबी ठाकुरगंज के कमांडेंट मधुकर अमिताभ के नेतृत्व में वाहिनी मुख्यालय ठाकुरगंज के अन्य अधिकारियों, जवानों ने डोरिया- धनतोला से सटे बार्डर पीलर संख्या 128 से पैदल मार्च शुरू करते हुए बिहारटोला, सुरीभिट्ठा, कद्दुभिट्ठा के नो मेंस लैंड तक गश्ती करते हुए ठाकुरगंज बटालियन मुख्यालय की ओर बढ़े। इस दौरान जवानों ने नो मेंस लैंड पर पीलर, सब पीलर की जांच करते हुए नए पदाधिकारियों एवं जवानों को अपने अपने आवंटित जिम्मेदारी वाले क्षेत्रों का बोध कराने के ईरादे से इलाका भ्रमण कराया । ताकि किसी भी असामाजिक गतिविधियों से बिना संशय डटकर मुकाबला किया जा सके।
गौरतलब है कि भारत-नेपाल सीमा पर तैनात एसएसबी के विभिन्न कंपनियों के सीमा चौकियों में जवानों द्वारा लांग रेंज पेट्रोलिंग (एलआरपी) अभ्यास कार्यक्रम चलाया जा रहा है। अभ्यास कार्यक्रम में सीमा पर आतंकवाद, राष्ट्र विरोधी ताकतों से लड़ने, तस्करी को रोकने के साथ प्राकृतिक आपदाओं जैसे बाढ़ पानी, भूकंप आदि से खुद को और सीमावर्ती क्षेत्र के लोगों को बचाने आदि बिंदुओं पर अभ्यास किए गए।
इस मौके पर एसएसबी अधिकारी ने बताया कि भारत-नेपाल सीमा पर अवैध आवाजाही और तस्करों पर एसएसबी की पैनी नजर है। भारत-नेपाल की खुली सीमा पर सुरक्षा की दृष्टि से लांग रेंज पेट्रोलिंग (लंबी दूरी की गश्त) की जा रही है। उन्होंने बताया कि जवान सीमा से सटे ग्रामीणों क्षेत्रों की गहन पड़ताल कर रहे हैं। अवैध आवाजाही, तस्करी और राष्ट्रविरोधी गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। आवाजाही के लिए संभावित ठिकानों पर अतिरिक्त सतर्कता बरती जा रही है।
Leave a Reply