शनिवार को 19वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल ठाकुरगंज के प्रांगण में वाहिनी के कमांडेंट मधुकर अमिताभ के निर्देश के आलोक में अंतर्राष्ट्रीय पोषक अनाज वर्ष-2023 के उपलक्ष्य में मिल्लेट्स फूड फेस्टिवल कार्यक्रम का आयोजन किया गया। उक्त कार्यक्रम में एसएसबी के अधिकारी, जवान एवं इनके स्वजन मुख्य रुप से मौजुद थे। कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए कमान्डेंट मधुकर अमिताभ ने कहा कि देश में प्राचीन और पौष्टिक अनाज के प्रति जागरूकता बढ़ाने एवं भागीदारी की भावना पैदा करने के लिये सरकार के निर्देश पर बटालियन मुख्यालय में समृद्ध परंपरा संपूर्ण पोषण स्लोगन के साथ अंतरराष्ट्रीय मिलेट्स उत्सव आयोजित की गई है। उन्होंने बताया कि मिलेट जिन्हें मोटा अनाज (बाजरा, ज्वार, कांगनी, रागी इत्यादि) कहा जाता है, यह पौष्टिक अनाज फाइबर, खनिज और अन्य आवश्यक पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। मोटे अनाज अक्सर विभिन्न प्रकार के व्यंजनों में उपयोग किए जाते हैं। दलिया, ब्रेड आदि सहित साइड डिश के रूप में भी पकाया जाता है। मोटे अनाजों को दुनिया भर में व्यापक रूप से उगाया एवं भोजन में इस्तेमाल किया जाता है। भारत में लगभग 6 से 7 तरीके के मिलेट उगाए जाते हैं, जिसमें पर्ल मिलेट (बाजरा), फिंगर मिलेट (रागी), फॉक्सटेल मिलेट (कंगनी), प्रोसो मिलेट (बारगु), सोरघुम (ज्वार), लिटिल मिलेट (समाई), कोदो मिलेट (अरका) शामिल हैं। उन्होंने बताया कि मिलेट्स में कई प्रकार के विटामिन और मिनरल पाए जाते हैं। यह कई प्रकार की बीमारियों को ठीक करता है और उसके होने वाले खतरे को कम करता है। जैसे- अस्थमा को रोकने, खराब केलोस्ट्रोल के स्तर को कम करने, शरीर से विषैले पदार्थो को साफ़ करने, शुगर को कम करने, कैंसर के खतरे को कम करने आदि रोगों को ठीक करता है। अंत में उन्होंने सभी से आग्रह करते हुए मोटे अनाज के उपयोग पर जोड़ दिया। इस कार्यक्रम में द्वितीय कमान अधिकारी अनूप रोबा कछप, उप कमांडेंट रविकांत द्विवेदी, उप कमांडेंट जय प्रकाश, निरीक्षक राजकुमार पाण्डेय, निरीक्षक शंकर कुमार मंडल, निरीक्षक बिजेंद्र ठाकुर, निरीक्षक स्वरुप चन्द्र, उप निरीक्षक दिनकर कुमार मिश्रा एवं एसएसबी के जवान एवं इनके स्वजन उपस्थित रहे।
सारस न्यूज, किशनगंज।
शनिवार को 19वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल ठाकुरगंज के प्रांगण में वाहिनी के कमांडेंट मधुकर अमिताभ के निर्देश के आलोक में अंतर्राष्ट्रीय पोषक अनाज वर्ष-2023 के उपलक्ष्य में मिल्लेट्स फूड फेस्टिवल कार्यक्रम का आयोजन किया गया। उक्त कार्यक्रम में एसएसबी के अधिकारी, जवान एवं इनके स्वजन मुख्य रुप से मौजुद थे। कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए कमान्डेंट मधुकर अमिताभ ने कहा कि देश में प्राचीन और पौष्टिक अनाज के प्रति जागरूकता बढ़ाने एवं भागीदारी की भावना पैदा करने के लिये सरकार के निर्देश पर बटालियन मुख्यालय में समृद्ध परंपरा संपूर्ण पोषण स्लोगन के साथ अंतरराष्ट्रीय मिलेट्स उत्सव आयोजित की गई है। उन्होंने बताया कि मिलेट जिन्हें मोटा अनाज (बाजरा, ज्वार, कांगनी, रागी इत्यादि) कहा जाता है, यह पौष्टिक अनाज फाइबर, खनिज और अन्य आवश्यक पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। मोटे अनाज अक्सर विभिन्न प्रकार के व्यंजनों में उपयोग किए जाते हैं। दलिया, ब्रेड आदि सहित साइड डिश के रूप में भी पकाया जाता है। मोटे अनाजों को दुनिया भर में व्यापक रूप से उगाया एवं भोजन में इस्तेमाल किया जाता है। भारत में लगभग 6 से 7 तरीके के मिलेट उगाए जाते हैं, जिसमें पर्ल मिलेट (बाजरा), फिंगर मिलेट (रागी), फॉक्सटेल मिलेट (कंगनी), प्रोसो मिलेट (बारगु), सोरघुम (ज्वार), लिटिल मिलेट (समाई), कोदो मिलेट (अरका) शामिल हैं। उन्होंने बताया कि मिलेट्स में कई प्रकार के विटामिन और मिनरल पाए जाते हैं। यह कई प्रकार की बीमारियों को ठीक करता है और उसके होने वाले खतरे को कम करता है। जैसे- अस्थमा को रोकने, खराब केलोस्ट्रोल के स्तर को कम करने, शरीर से विषैले पदार्थो को साफ़ करने, शुगर को कम करने, कैंसर के खतरे को कम करने आदि रोगों को ठीक करता है। अंत में उन्होंने सभी से आग्रह करते हुए मोटे अनाज के उपयोग पर जोड़ दिया। इस कार्यक्रम में द्वितीय कमान अधिकारी अनूप रोबा कछप, उप कमांडेंट रविकांत द्विवेदी, उप कमांडेंट जय प्रकाश, निरीक्षक राजकुमार पाण्डेय, निरीक्षक शंकर कुमार मंडल, निरीक्षक बिजेंद्र ठाकुर, निरीक्षक स्वरुप चन्द्र, उप निरीक्षक दिनकर कुमार मिश्रा एवं एसएसबी के जवान एवं इनके स्वजन उपस्थित रहे।
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