सारस न्यूज, किशनगंज।
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर को 19वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल ठाकुरगंज के कार्यवाहक कमान्डेंट अनूप रोबा कच्छप के दिशा निर्देश पर वाहिनी मुख्यालय ठाकुरगंज के साथ साथ वाहिनी के सभी समवायों एवं वाह्य सीमा चौकियों में विश्व योग दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। योग शिविर के उपरांत उप कमांडेंट जय प्रकाश कुमार ने सभी जवानो एवं उपस्थित लोगों बताया कि हर साल 21 जून को योग दिवस मनाने के पीछे दो कारण मुख्य कारण है, जिसमें से पहला कारण यह है कि साल के इस दिन सूर्य की किरणें सबसे ज्यादा देर तक धरती पर रहती हैं। जिसको प्रतीकात्मक रूप से मनुष्य के स्वास्थ्य और जीवन से जोड़ा जाता है। वहीं, दूसरा कारण यह भी माना जाता है कि 21 जून को ग्रीष्म संक्राति को सूर्य दक्षिणायन हो जाता है और इसके बाद आने वाली पूर्णिमा को भगवान ने शिव ने अपने सात शिष्यों को पहली बार योग की दीक्षा दी थी। हालांकि, यह कारण पौराणिक और धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है। विश्व योग दिवस 2015 में 21 जून को पहली बार दुनिया भर में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाया गया था।
उन्होंने बताया कि योग शरीर और मन के बीच का जोड़ है अर्थात् यह मन और शरीर के बीच संतुलन बनाने का एक तरीका है। योग मानव मन और आत्मा की अनंत संभावनाओं को प्रकट करने के इस गहन विज्ञान का केवल सबसे सतही पहलू हैं। योग आपके मस्तिष्क के कार्यों, स्मृति और एकाग्रता में सुधार करता है । खासकर बल के जवानों को नियमित योग करना चाहिए जिससे उनका मन की एकाग्रता बनी रहे और वह तनाव से मुक्त रहें।
योग प्रशिक्षक 19 वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल ठाकुरगंज आरक्षी एम एम वी के शर्मा के द्वारा योग कराने के साथ साथ उसके फायदे और कुछ सावधानियां बरतने के बारे में भी बताया गया।
इस अवसर पर उप कमांडेंट रविकान्त द्विवेदी, सहायक कमांडेंट (संचार) सुनील कुमार, सीएचसी ठाकुरगंज के फार्मासिस्ट नन्द लाल शर्मा, डीबीपी इंचार्ज आशुतोष कात्यायन एवं बल के 12 अधीनस्थ अधिकारी एवं 125 अन्य जवान मौजूद रहे, जिसमें स्थानीय लोगों और बच्चों ने बढ चढ़ कर भाग लिया।